मां की मेडिकल रिपोर्ट ने मेडिकल की पढ़ाई करनेवाले किसलय को हिला कर रख दिया। जिस कांतिमाला ने उसे और कंचनमाला को पाल-पोस कर बड़ा किया, क्या वे...
बरसों बाद वही जगह, वही समां, पर किरदार बदल चुके थे। पूर्वी आज अपने पति प्रखर व बेटे-बहू के साथ थीं, पर उन्हें पीयूष की याद क्यों सता रही थी?
चुगली एक कला ही नहीं, एक प्रथा भी है, जो प्राचीन काल से चली आ रही है। आप भी चुगली कीजिए, लोग आपकी तो करते ही होंगे !
दारू पीना सही नहीं, और मिला ना कोउ पेय ! पौवा लीटर चाय का, पिए सो दिल खुश होय !! चाय ना पीने वाले मेजबान को गहरी मुसीबत में डाल देते हैं।...
मंजरी बुआ की इकलौती जहीन बेटी शोभा ने जीवन में अच्छा मुकाम हासिल किया, लेकिन किसी सिरफिरे ने उसकी हत्या कर दी। दुख से भरी मंजरी बुआ हैप्पी आंटी...
बुआ ने सारी जिंदगी दूसरों के सुख का खयाल रखा, अपनी परवाह नहीं की। उन्हें लगता कि उनके बिना काम कैसे होगा। लेकिन क्या उनके जाने के बाद सबके काम...
मुक्ता ब्याह कर ससुराल आयी, तो उसे अपनी सास के दबदबे का आभास हो गया। अपनों के बीच परायापन क्या होता है, यह पीड़ा उसने पहले नहीं झेली थी। आज 37...
आरती ने चाहे स्वार्थसिद्धि के लिए प्रेम का नाटक किया हो, पर मैंने तो उसे दिल से चाहा था। क्या मैंने अपने हिस्से का प्रेम निभाया या उससे बदला...
स्त्री अपने वजूद को घर-परिवार और गृहस्थी में फना कर देती है, वर्षा ने भी ऐसा ही किया। बरसों बाद संगीतकार उमंग से मिल कर उसका खुद से परिचय हुआ और...
पत्नी को अपने हाथों की कठपुतली समझने वाले जयंत के होश ठिकाने लाने के लिए तविशा ने जो कुछ किया, वह काबिलेतारीफ था।
बेगम की दी हुई टोपी पहनें या अपनी वो पुरानी टोपी, इसी उधेड़बुन में सलीम मियां बीमार पड़ गए। क्या राज था उनकी उस टोपी का, जरा हम भी तो जानें !
अमित ने पैसे कमाने की धौंस दे डाली, तो सावी उखड़ गयी और झगड़ा हो गया। क्या सभी मर्द ऐसे ही होते हैं, इसे जानने के लिए उसने अपनी सहेलियों की...
पहला प्यार थी सुनयना, जिससे मिलने की चाहत ज्ञान के दिल में हमेशा से रही थी। उसके निमंत्रण पर जब वह उससे मिलने गया, तो मन में बरसों पुरानी...
मिस्टर सहाय ने रात भर गाड़ी घर के बाहर छोड़ दी, तो मिसेज सहाय ने उन्हें खूब खरी-खोटी सुनायी। गलती तो हुई थी, पर मिस्टर सहाय का पुरुष मन इसे कैसे...
फैशन का पैशन जो ना कराए कम है ! लेकिन डॉक्टर साहब तो कुछ अलग ही धुन की बंशी बजाने लगे थे। उनके सिर पर आखिर यह अजीबोगरीब भूत कैसे सवार हुआ था?
नीरज के दिल में नमिता की यादें इस कदर बसी थीं कि नयी-नवेली पत्नी वसुधा के लिए जरा भी जगह ही नहीं बची थी। क्या नीरज और वसुधा के रिश्तों में गुड़...
मुन्नू तलाश रहा था एक अदद कन्या, जो उसकी प्रेम कहानी की नायिका बने, पर हर बार किस्मत धोखा दे जाती थी। इस बार तो जो भूचाल उसकी प्रेम कहानी में...
घर-गृहस्थी के कामों में फंसी यामिनी पति की एक-एक जरूरत का खयाल ऐसे रखती, जैसे कोई मां अपने बच्चे का रखती है। उसकी छोटी बहन ने उसके जीवन को कैसे...
बहू काम पर जाए, बेटा घर के काम करे, यह चिराग की मम्मी सविता जी को फूटी आंख नहीं सुहाता था। चिराग और आशी ने आपसी समझदारी से यह फैसला किया था। पर...
खुशहाल परिवार की सुमेषा का शादी के बाद ससुराल के रोकटोक वाले माहौल में दम घुटने लगा। क्या उसका वह चमकीला सपना पूरा हुआ, जो उसने कभी देखा था?
पति के बेजा व्यवहार के बावजूद आखिर कब तक अनुजा हाउसवाइफ का चोला पहने रहती। फिर उसने हालात से समझौता करने के बजाय ऐसा क्या किया कि सब उसके मुरीद...
नंदिनी को जब नमन के दुखों का पता चला, तो उन्होंने उस पर स्नेह वर्षा कर उसे सामान्य करने की कोशिश की। टीचर्स डे के मौके पर नमन ने उन्हें कौन सा...
राशि लिव इन रिश्ते में मां बनने वाली थी, पर केशव ने उसे दुत्कार दिया। बचपन की सहेली सलीना का सहारा पा कर राशि ने नए जीवन की शुरुअात की और सिंगल...
दीपक की शादी तय हो गयी, पर वह जाने अनजाने पार्क में मिली लड़की को दिल दे बैठा। आखिर कौन थी वो मास्कवाली लड़की?
मालविका ने मयंक को अपनाया, तो बंटी को अपने जिगर का टुकड़ा माना। सौतेली मां के कलंक से उबरने में उसे कितना बड़ा त्याग करना पड़ा !
कोरोना के कहर से दफ्तरों के काम घर से होने लगे, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग्स अटेंड होने लगीं, पर घर को कहां रास आते हैं वो ऑफिस वाली...
सुमेधा ने परिवार को संभालने की खातिर खुद को होम कर दिया। मां ने बेटी का सहारा ले कर अपने अरमान तो पूरे किए, पर बेटी के सुख के बारे में नहीं...
शोभित ने अपनी बुअा पल्लवी को रहस्यमय अंदाज में मिलने बुलाया। पल्लवी अपने जुड़वां भाई की निशानी से मिलने गयी, तो एेसा क्या देखा कि वह हैरान रह...
मेजर हैदर की टीम को घुसपैठियों का ग्रुप मिला, तो उसे पता नहीं था कि एक नायाब हीरा हाथ लगेगा। बानो बेगम ने अपनी मोहब्बत की पाकीजगी का कैसा सुबूत दिया?
इप्सिता को कभी दिल से बहू स्वीकार ना करनेवाली पार्वती के साथ ऐसा क्या हुआ कि वह उनकी चहेती बहू बन गयी?
खुद को अफलातून समझने वाले अनिरुद्ध का सामना उर्वशी से हुअा, तो उसे मन ही मन दिल दे बैठा। क्या थी उस अजीब लड़की की हकीकत, जिसे जान कर सब हैरान रह...
साड़ी का आंचल या पल्लू महज कपड़ा नहीं, रिश्तों को सहेजने, जीने की पूरी दास्तां समेटे हुए है। हमारी दादी-नानियों के लिए यह मल्टीपर्पस गैजेट ही तो...
बेवजह सास के ताने झेलती तान्या को जब देवर की शादी में घर जाना पड़ा, तो मुंहदिखाई के नेग की सोच कर परेशान थी। क्या उसने घर की कुलवधू होने का फर्ज...
पड़ोसी नवीन को काम वाली सुरमा के साथ डिस्को में देख कर मैं हैरान रह गयी। मैं तो सोच रही थी कि ऐसी काम वाली को रखना नहीं है, लेकिन सुरमा की बातों...
जिया ने जब अपनी पसंद के चंदेरी परदे लगाने चाहे, तो मायका हो या ससुराल, दोनों जगह उसे रोक दिया गया। क्या उसका अपने घर का सपना पूरा हो पाया?
मैं फागुनी के सामने बैठी हूं। लगभग 25 वर्षों के पश्चात आज मेरी परम प्रिय सखी फागुनी मिली। हमने हाई स्कूल और बीए एक संग किया था। यह वह उम्र होती...
सुप्रिया अपनी जेठानी उषा के प्यारभरे व्यवहार पर लट्टू थी। क्या उषा वाकई उसे प्यार करती थी या सुप्रिया के खिलाफ कुचक्र बुन रही थी?
सुमित्रा की तेजतर्रार सास को जूठन शब्द से नफरत क्यों थी? बहू तब दंग रह गयी, जब अम्मा जी ने उसकी इज्जत पर हमला करनेवाले अपने छोटे लाड़ले बेटे...
रत्ना मेधावी और समझदार थी, मगर 3 बहनों में सबसे बड़ी होने की वजह से उसकी शादी जल्दी तय कर दी गयी। क्या दहेज जुगाड़ने के बावजूद उसकी शादी हो पायी?
बहू काम पर जाए, बेटा घर के काम करे, यह चिराग की मम्मी सविता जी को फूटी अांख नहीं सुहाता था। चिराग और आशी ने आपसी समझदारी से यह फैसला किया था।...
मानसी को अपनी फ्रेंड रिद्धिमा से प्यार हो गया था। मानसी का होमोसेक्सुअल होना सबके लिए मुसीबत था, लेकिन क्या उसकी जिंदगी में सब कुछ आसान हो सका?
बॉयफ्रेंड के साथ घूमना, मूवी देखना ही सोनिका के लिए प्यार था। अपनी शांत गंभीर टीचर सौम्या पर खीजती सोनिका का सामना प्यार के किस अनूठे रूप से...
मासूम अर्णव ने अनन्या का दिल जीत लिया, लेकिन वह उसकी मां के बारे में जानने को बेताब थी। आखिर कौन थी अर्णव की मां और क्यों वह कभी नजर नहीं आती थी?
अवनि को उसकी जॉब करने वाली देवरानी निपट गंवार समझती थी, पर जब उसका असलियत से सामना हुआ, तो क्या गुल खिला?
पतिदेव की बेड पर गीला ताैलिया छोड़ देने की लापरवाह आदत से मैं इतनी परेशान थी कि पूछिए मत ! क्या इस सनातन झगड़े का कोई समाधान भी है !
नैनसी और आरव के प्रेम को नैनसी की मां की स्वीकृति आरव के विजातीय होने के कारण नहीं मिल रही थी। ऐसा कौन सा राज था, जिसकी वजह से कोई नैनसी को...
जिसे बचपन में दिल ही दिल में चाहा था, उससे यों मुलाकात होगी, सोचा ना था। आखिर परिमल की मुलाकात सुकू से किन हालात में हुई?
मां जब तक जीवित रहीं, उनके बेटों ने उनकी जिम्मेदारी से किस तरह मुंह मोड़ा, यह शांता अच्छी तरह जानती थी। फिर उनकी मृत्यु के बाद दान-पुण्य का यह...
ढोलक की थाप, अाशीर्वाद के गीतों से माहौल खुशनुमा हो रहा था। नाते-रिश्तेदारों की बातचीत हंसी के ठहाकों से सभी अानंदित थे, लेकिन सुप्रिया का मन...