बचपन से हर ट्रिप पर मम्मी-पापा के साथ जाने वाली वृंदा के दोस्त यूरोप घूमने का प्लान बना रहे थे, लेकिन उसका मन अन्यमनस्क था। आखिर वह किन विचारों...
मशहूर मॉडल मेहनाज का चेहरा एक एक्सीडेंट में बुरी तरह जख्मी हो गया, तो वह गहरे अवसाद में चली गयी और एकांतवास करने लगी। कौन थी वह रूया, जिसने उसे...
दूसरों को प्रेम का पाठ पढ़ाने वाले छगनलाल खुद प्रेम के मामले में कंगाल थे। आखिरकार ऐसा क्या गुल खिला कि उनकी प्रेम की गाड़ी सरपट दाैड़ पड़ी?
बेटे की चाह में थे पिता और जन्म हुआ मेरा ! बेटी होने की सजा मुझे कई रूपों में मिली, मुझसे दोयम दर्जे का व्यवहार किया जाता, मेरी शादी एक तलाकशुदा...
धृति की अखिल से मुलाकात कॉलेज में हुई। दिलों में कुछ कोमल से जज़बात पनपे, पर दोनों बिछड़ गए। इस बार जो इत्तफाकन मिले, तो पता चला कि वह तो छोटी...
इंसान को भूलने का वरदान मिला है, लेकिन जब यह रोजमर्रा की बात हो जाए, तो दूसरों के लिए मुसीबत का सबब भी बन जाता है। ऐसे ही भूलने की बीमारी से...
अम्मा के जाने के बाद प्रिया ने बाबू जी की पसंद-नापसंद का खयाल रखना छोड़ दिया था। ऐसा क्या हुआ कि बाबू जी की उपस्थिति मात्र ही उसे घनी छांव की...
पति नाराज ना हो जाएं, इस वजह से मैं अपनी पसंद की साड़ी पूरे 10 साल तक नहीं पहन पायी। क्या पति के व्यवहार में कोई बदलाव अाया?
अतिथि देवता होते हैं, तो देवता तो मंदिरों में वास करते हैं, यहां हमारे घर में कैसे पधारे ! मेहमाननवाजी और मेजबानी के बीच फंसी मधुमति के दर्द ने...
दीपा के अतीत ने 32 साल बाद भी उसका पीछा नहीं छोड़ा। मेरी समझ में यह नहीं आ रहा था कि अपने बेटे की शादी दीपा की बेटी से करूं या नहीं। उसकी कहानी...
जब इंसान की नजर कमजोर हो जाती है, तो उसे लगता है काश, पहले जैसा दिखायी दे। लेकिन जब नजर दोबारा ठीक हो जाए, तो लगता है काश, नजर कमजोर ही बेहतर...
बिंदिया मुझ पर अपनी जान न्योछावर करना चाहती थी, लेकिन मैं ही कमजोर पड़ गया था। मुझसे दूर होने के बावजूद उसका वजूद मेरे इर्दगिर्द ही लिपटा रहता...
हम सभी भ्रम में जीते हैं, लेकिन बड़ी भाभी का भ्रम उनके दांपत्य जीवन पर भारी पड़ रहा था। क्या भैया के मित्र दिनकर भैया की स्थिति को आईने की तरह...
सुंदर सुशील सीमा का बाएं हाथ से काम करना ससुराल में उसकी सासू मां को खलता था। उसकी ननद छवि ने ऐसा क्या किया कि सासू मां की आंखें खुल गयीं?
शिकागो में मुझे मेरी सहेली का बेटा अवि अचानक मिला और अपने घर ले गया। वहां उसकी पत्नी स्मिता के बजाय किसी और महिला को देख कर मेरा माथा ठनका। आखिर...
सीधी सरल सुधा अपने बेटे नीरज के लिए अपने जैसी ही बहू लाना चाहती थी। सीमा में उसे वे सारे गुण नजर आए और सीमा से नीरज का ब्याह हो गया। क्या सीमा...
पापा को हमेशा प्रसन्नचित्त देख कर मैं सोचती कि उनकी खुशी का राज क्या है। आखिर पापा ने किस तरह से मुझे भी खुश रहने के लिए मोटिवेट किया?
मुंबइया शादी में पहली बार गए, तो हमसे जाने-अनजाने वह हो गया, जो सोचा भी नहीं था। जब दोबारा एक गलती और हो गयी, तो क्या तोबा कर ली?
अपनी बहन को खोने और पिता के अपाहिज होने के गम ने भी दीप्ति को टूटने नहीं दिया। एक बहादुर लड़की की प्रेरक कहानी।
शादी की पहली रात ही पता लगा कि कोमला किसी और से शादी करना चाहती थी, तो मेरे होश फाख्ता हो गए। क्या मैं सूझबूझ से अपनी शादी बचा पाया?
नामचीन हस्तियों को अवॉर्ड देने में आने वाली दिक्कतों ने मानसी का मन तिक्त कर दिया था। आखिर उसने जिसे अपने अवॉर्ड के लिए चुना, वह नाम...
मेहमानों को भी क्या पता नहीं है कि टमाटर का क्या भाव चल रहा है एक मध्यमवर्गीय परिवार का तो उन्हें दो टाइम का खाना खिलाने में ही बजट बिगड़ जाएगा।
प्रेम में पड़ी स्त्री को प्रेमी के भीतरी रूप का पता नहीं चलता, मधुलिका के साथ भी ऐसा ही कुछ हुअा था। लंबा वैवाहिक जीवन जीते हुए वह किस मुक्ति की...
कोमलिका अमरेंद्र का पहला प्यार थी, पर अमरेंद्र ने इसका इजहार कभी नहीं किया। क्या कोमलिका भी अमरेंद्र से प्रेम करती थी? अमरेंद्र की सगाई में...
रीमा लाइब्रेरी में सुकून की नौकरी कर रही थी, तभी किताब में मिले एक खत ने उसकी जिंदगी में भूचाल ला दिया। कौन था वह खत लिखने वाला और रीमा से क्या...
जेल में अनीता उम्रकैद भोगने आयी थी, पर उसकी बेफिक्री देख कर भागवंती को अचरज होता था। अनीता ने पति के जुल्मों की जो कहानी सुनायी, क्या वही सच था?
निन्यानवे के फेर की बात हर कोई करता है, कभी अलबेले पच्चीस की बातों पर भी गौर करके देखिए। आप चाहे 25 की उम्र के हों या 50 के, इस दौर की बातें...
चार बेटियों की भ्रूण हत्या हो जाने के बाद प्रिया ने पति से अलग हो कर प्रियांशी को जन्म दिया था। क्या प्रियांशी अपने पिता से मिलने गयी?
कुछ नाम इतने कॉमन होते हैं कि जबान पर चिपक ही जाते हैं। लेकिन जब रिश्तेदारी या दाेस्ती-यारी में एक नाम के कई इंसान पाए जाते हैं, तो क्या गुल...
बेटे-बहू के बीच के प्रेम को देख कर पापा जी को अपनी गृहस्थी याद आ गयी। पत्नी के प्रति की गयी अवहेलना की गलती को उन्होंने किस तरह सुधारा?
अचानक बस रुकी, जिसमें से वह जींस-टीशर्ट पहने उतरी। मेरा चेहरा खिल उठा। वह इधर-उधर टहल रही थी। मैंने उसको निहारते हुए आधे घंटे तक चाय गटकी, महज...
पुनिता ने अपने प्रेमी पर भरोसा किया, लेकिन वह उसे ब्लैकमेल करने पर उतर आया। अपनी प्रिय शिक्षिका सुधा मैम के सहयोग से पुनिता ने अपना जीवन किस तरह...
मां की मेडिकल रिपोर्ट ने मेडिकल की पढ़ाई करनेवाले किसलय को हिला कर रख दिया। जिस कांतिमाला ने उसे और कंचनमाला को पाल-पोस कर बड़ा किया, क्या वे...
बरसों बाद वही जगह, वही समां, पर किरदार बदल चुके थे। पूर्वी आज अपने पति प्रखर व बेटे-बहू के साथ थीं, पर उन्हें पीयूष की याद क्यों सता रही थी?
चुगली एक कला ही नहीं, एक प्रथा भी है, जो प्राचीन काल से चली आ रही है। आप भी चुगली कीजिए, लोग आपकी तो करते ही होंगे !
दारू पीना सही नहीं, और मिला ना कोउ पेय ! पौवा लीटर चाय का, पिए सो दिल खुश होय !! चाय ना पीने वाले मेजबान को गहरी मुसीबत में डाल देते हैं।...
मंजरी बुआ की इकलौती जहीन बेटी शोभा ने जीवन में अच्छा मुकाम हासिल किया, लेकिन किसी सिरफिरे ने उसकी हत्या कर दी। दुख से भरी मंजरी बुआ हैप्पी आंटी...
बुआ ने सारी जिंदगी दूसरों के सुख का खयाल रखा, अपनी परवाह नहीं की। उन्हें लगता कि उनके बिना काम कैसे होगा। लेकिन क्या उनके जाने के बाद सबके काम...
मुक्ता ब्याह कर ससुराल आयी, तो उसे अपनी सास के दबदबे का आभास हो गया। अपनों के बीच परायापन क्या होता है, यह पीड़ा उसने पहले नहीं झेली थी। आज 37...
आरती ने चाहे स्वार्थसिद्धि के लिए प्रेम का नाटक किया हो, पर मैंने तो उसे दिल से चाहा था। क्या मैंने अपने हिस्से का प्रेम निभाया या उससे बदला...
स्त्री अपने वजूद को घर-परिवार और गृहस्थी में फना कर देती है, वर्षा ने भी ऐसा ही किया। बरसों बाद संगीतकार उमंग से मिल कर उसका खुद से परिचय हुआ और...
पत्नी को अपने हाथों की कठपुतली समझने वाले जयंत के होश ठिकाने लाने के लिए तविशा ने जो कुछ किया, वह काबिलेतारीफ था।
बेगम की दी हुई टोपी पहनें या अपनी वो पुरानी टोपी, इसी उधेड़बुन में सलीम मियां बीमार पड़ गए। क्या राज था उनकी उस टोपी का, जरा हम भी तो जानें !
अमित ने पैसे कमाने की धौंस दे डाली, तो सावी उखड़ गयी और झगड़ा हो गया। क्या सभी मर्द ऐसे ही होते हैं, इसे जानने के लिए उसने अपनी सहेलियों की...
पहला प्यार थी सुनयना, जिससे मिलने की चाहत ज्ञान के दिल में हमेशा से रही थी। उसके निमंत्रण पर जब वह उससे मिलने गया, तो मन में बरसों पुरानी...
मिस्टर सहाय ने रात भर गाड़ी घर के बाहर छोड़ दी, तो मिसेज सहाय ने उन्हें खूब खरी-खोटी सुनायी। गलती तो हुई थी, पर मिस्टर सहाय का पुरुष मन इसे कैसे...
फैशन का पैशन जो ना कराए कम है ! लेकिन डॉक्टर साहब तो कुछ अलग ही धुन की बंशी बजाने लगे थे। उनके सिर पर आखिर यह अजीबोगरीब भूत कैसे सवार हुआ था?
नीरज के दिल में नमिता की यादें इस कदर बसी थीं कि नयी-नवेली पत्नी वसुधा के लिए जरा भी जगह ही नहीं बची थी। क्या नीरज और वसुधा के रिश्तों में गुड़...