2024
हाॅलीडे विशेषांक : फैमिली के साथ फन और फूड पर खास अंक
June-2025
चूंकि करवाचौथ से ले कर दीवाली तक त्योहारों की रेलमपेल रहेगी, इसलिए इस मौके पर आप जो भी शॉपिंग करें, यह ध्यान में रख कर करें कि फेस्टिवल सीजन में आप इसे अलग-अलग तरीके से कैरी कर सकें।
नथ पहनने की परंपरा भारत के अलग-अलग धर्म और जातियों में सदियों से रही है। ऐसा माना जाता है कि विवाह की देवी पार्वती के प्रति अपनी आस्था दिखाने के लिए हिंदू युवतियां नथ पहनती हैं। कई और मजेदार बातें नथ और लौंग से जुड़ी हैं, आइए जानें-
गहने असली हों या नकली, इनकी साफ-सफाई और अच्छा रखरखाव बहुत जरूरी है, ताकि इनकी चमक बरकरार रहे। प्रस्तुत हैं कुछ उपयोगी टिप्स-
हालांकि कोविड के बढ़ते केसेज की वजह से त्योहारों और आने वाले वेडिंग सीजन का रंग थोड़ा फीका ही है, पर फिर भी अपने घर में आप पूरे उत्साह के साथ इन मौकों को सेलिब्रेट कर सकती हैं। चाहे लोहड़ी हो, मकर संक्रांति हो या फिर कोई और खुशी का मौका हो, इन्हें आप घर में ही सज संवर कर अच्छी तरह सेलिब्रेट कर सकती हैं। जानिए किस तरह के ज्वेलरी कैसी ड्रेसेज के साथ आप टीम अप करके तैयार हो सकती हैं।
शादी-ब्याह हो या कोई खास अवसर, सोने से बेहतरीन तोहफा और कुछ नहीं हो सकता। लेकिन सोना खरीदते समय ज्वेलर्स किस तरह आपसे अतिरिक्त पैसे लेता है, यह भी समझें-
शादी में आप चाहे कितनी ही हेवी ज्वेलरी क्यों ना पहनना चाहती हों, आपको बजट की चिंता करने की जरूरत नहीं। रियल लुक में इमिटेशन ज्वेलरी पहन कर यह शौक पूरा कर सकती हैं।
महलिाओं द्वारा चूड़ियां पहनने की परंपरा सदियों से रही है। इन्हें सौभाग्य की नशिानी भी माना जाता है। इन्हें पहनने के पीछे कई वैज्ञानकि कारण हैं। पहले जमाने में जहां महलिाएं चूड़ियां पहनती थीं, वहीं पुरुष भी हाथ में इसी तरह का कड़ा पहना करते थे। कलाइयों में कई महत्वपूर्ण प्रेशर पॉइंट्स होते हैं, जनि
ज्योतिष शास्त्र में माना जाता है कि कोई भी वपदिा या दुर्घटना होने से पहले धारण किए हुए फरिोजे के रंग में परविर्तन हो जाता है। इसीलिए पहले से सतर्क होने व वपदिा से बचने के उपाय करने का पर्याप्त समय मलिता है। पर इसके लिए फरिोजा पर गौर करते रहना होगा।
मोटी महलिाएं अगर अपनी कद-काठी को ध्यान में रखते हुए ज्वेलरी का चुनाव करें, तो बॉडी शेप की कई खामियां छपि जाती हैं। अपने लिए ज्वेलरी चुनते हुए इन बातों का ध्यान रखें-
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