2024
हाॅलीडे विशेषांक : फैमिली के साथ फन और फूड पर खास अंक
June-2025
मुंबई का कम्फर्ट ना मिल पाना और फंड्स की समस्या हमेशा ही रही। बिना फंड्स के आर्टिस्ट का स्टे मैनेज करना मुश्किल है, जिसके लिए तन्वी अभी भी मुंबई जा कर फ्रीलांस प्रोजेक्ट लेती हैं और उससे आए पैसे से कैंप और कई कम्युनिटी प्रोजेक्ट चलाती हैं।
ड्यूटी तो सभी करते हैं, पर आप अपने काम को कितनी शिद्दत से कर पाते हैं, यह महत्वपूर्ण बात है। सीमा गुप्ता ने अपनी ड्यूटी दिल से की। कई लापता बच्चों को अपनी सहयोगी सुमन हुडा के साथ मिल कर पेरेंट्स से मिलाया। उनका यह काम आज भी जारी है।
नृत्य किसी थेरैपी से कम नहीं। मणिपुरी डांसर श्रवणा नृत्य के माध्यम से दिव्यांग बच्चों का मनोबल बढ़ाने व उनका मानसिक संतुलन बैठाने में मदद कर रही हैं। यह प्रकिया मुश्किल, लेकिन बहुत प्रेरणादायी है।
नर्सिंग के पेशे में आने वालों के मन में सेवा और सहायता की भावना अपने आप ही आ जाती है। मिलें ऐसी ही नर्स नीलिमा प्रदीपकुमार राणे से, जिन्होंने नर्सिंग के पेशे में कई बदलावों की शुरुआत की-
नोएडा की फिटनेस कोच और मी स्टूडियो की फाउंडर मीनल पाठक टीवी शोज और कॉरपोरेट ट्रेनिंग के लिए जानी जाती हैं। उम्र के 40वें पड़ाव पर वे स्वयं तो फिट हैं ही, दूसरों को भी फिटनेस के मायने समझा रही हैं। फिटनेस उनके लिए लाइफस्टाइल का जरूरी हिस्सा है।
कानपुर की डॉ. मधुलिका शुक्ला को होमियोपैथी से कई सफल इलाज करने के लिए ढेरों पुरस्कार मिल चुके हैं। वे कहती हैं कि होमियोपैथी आज काफी एडवांस है और इस फील्ड में लगातार शोध हो रहे हैं।
हरियाणा की जान्हवी की बचपन से भाषाएं सीखने में रुचि थी। वे अंग्रेजी भाषा को 8 एक्सेंट में बोलती हैं। इसके अलावा जापानी, स्पेनिश और जर्मन भी उन्होंने सीखी है। अब तक एक कॉलेज में पढ़ाने के अलावा ऑनलाइन लैंग्वेज ट्यूशन भी देती हैं।
आईआईटी बांबे से बीटेक करने के बाद सुरभि ने लोगों की सो ना पाने की दिक्कत पर गौर किया और नींद ऐप लॉन्च किया। अब तक नींद ऐप के 2.5 लाख के करीब डाउनलोड हो चुके हैं। लोगों का पाॅजिटिव फीडबैक मिला है कि कैसे एेप की मदद से वे सो पा रहे हैं। छोटे से गांव की एक लड़की के मजबूत इरादे की दास्तां-
नीता लुल्ला को खुद भी यकीन नहीं होता कि उन्हें फिल्म इंडस्ट्री में चार दशक हो चुके हैं। फिल्म तमाचा से शुरुआत करते हुए नीता लुल्ला की यात्रा लमहे, खुदा गवाह, मणिकर्णिका, थलाइवी तक पहुंची।
पद्मश्री प्रशांति सिंह पहली भारतीय महिला खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 2006 के कॉमनवेल्थ गेम्स एवं 2010 व 2014 के एशियन गेम्स में टीम का प्रतिनिधित्व किया और देश को मेडल दिलाए।
हाल-फिलहाल जोया अख्तर ने नेटफ्लिक्स के लिए प्रोड्यूसर रीमा कागती के साथ मिलकर फिल्म आर्चीज बनायी, जिसकी खासियत यह है कि इसमें स्टार किड्स सुहाना खान, खुशी कपूर और अगस्त्य नंदा जैसे स्टार किड्स ने भूमिकाएं निभाई हैं।
प्लानेट एबल्ड की फाउंडर नेहा अरोड़ा विश्व की पहली महिला हैं, जो दिव्यांगों को सामान्य लोगों की तरह टूरिज्म कराती हैं। जानिए उनसे उनकी बातें, विचार और उत्साह के दो बोल।
मिलें हौसले और हिम्मत की मिसाल रूमा देवी से, जिन्होंने फैशन की दुनिया में भारत का डंका बजाया है।
मां ! एक शब्द नहीं, पूरी कायनात है, जिसने ना जाने कितनी बड़ी-बड़ी हस्तियों को अपने स्नेह और मातृत्व से गढ़ा है। चाहे आम इंसान हो या सेलेब्रिटीज, मां की ममता के सभी कायल हैं। जानते हैं बॉलीवुड की कुछ नामचीन अभिनेत्रियों की जबानी, उनकी मांओं की कहानी-
बचपन में काफी मुश्किलें झेलनेवाली बॉबी का दिल समाज सेवा के भाव से भरा है। ना सिर्फ अपनी कम्युनिटी, बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए काम करने को तत्पर दिल्ली नगर निगम की पहली ट्रांसजेंडर काउंसलर बॉबी किन्नर एक मिसाल हैं।
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