2024
वनिता के जुलाई, 2025 अंक में पढ़ें स्किन और हेअर हेल्थ पर विशेष जानकारी
July-2025
अचानक बस रुकी, जिसमें से वह जींस-टीशर्ट पहने उतरी। मेरा चेहरा खिल उठा। वह इधर-उधर टहल रही थी। मैंने उसको निहारते हुए आधे घंटे तक चाय गटकी, महज एक गिलास।
पुनिता ने अपने प्रेमी पर भरोसा किया, लेकिन वह उसे ब्लैकमेल करने पर उतर आया। अपनी प्रिय शिक्षिका सुधा मैम के सहयोग से पुनिता ने अपना जीवन किस तरह संवारा?
मां की मेडिकल रिपोर्ट ने मेडिकल की पढ़ाई करनेवाले किसलय को हिला कर रख दिया। जिस कांतिमाला ने उसे और कंचनमाला को पाल-पोस कर बड़ा किया, क्या वे उसकी सगी मां थीं?
बरसों बाद वही जगह, वही समां, पर किरदार बदल चुके थे। पूर्वी आज अपने पति प्रखर व बेटे-बहू के साथ थीं, पर उन्हें पीयूष की याद क्यों सता रही थी?
चुगली एक कला ही नहीं, एक प्रथा भी है, जो प्राचीन काल से चली आ रही है। आप भी चुगली कीजिए, लोग आपकी तो करते ही होंगे !
दारू पीना सही नहीं, और मिला ना कोउ पेय ! पौवा लीटर चाय का, पिए सो दिल खुश होय !! चाय ना पीने वाले मेजबान को गहरी मुसीबत में डाल देते हैं। मेहमान चाय नहीं पिएगा, तो बेचारा मेजबान धर्मसंकट में फंस जाता है कि आखिर वह कैसे आतिथ्य सत्कार करे! चाय पीना इसीलिए जरूरी है।
मंजरी बुआ की इकलौती जहीन बेटी शोभा ने जीवन में अच्छा मुकाम हासिल किया, लेकिन किसी सिरफिरे ने उसकी हत्या कर दी। दुख से भरी मंजरी बुआ हैप्पी आंटी कैसे बन गयीं?
बुआ ने सारी जिंदगी दूसरों के सुख का खयाल रखा, अपनी परवाह नहीं की। उन्हें लगता कि उनके बिना काम कैसे होगा। लेकिन क्या उनके जाने के बाद सबके काम रुक गए?
मुक्ता ब्याह कर ससुराल आयी, तो उसे अपनी सास के दबदबे का आभास हो गया। अपनों के बीच परायापन क्या होता है, यह पीड़ा उसने पहले नहीं झेली थी। आज 37 सालों के बाद उसने अपने बेटे को किस बात का भरोसा दिलाया?
आरती ने चाहे स्वार्थसिद्धि के लिए प्रेम का नाटक किया हो, पर मैंने तो उसे दिल से चाहा था। क्या मैंने अपने हिस्से का प्रेम निभाया या उससे बदला लिया?
स्त्री अपने वजूद को घर-परिवार और गृहस्थी में फना कर देती है, वर्षा ने भी ऐसा ही किया। बरसों बाद संगीतकार उमंग से मिल कर उसका खुद से परिचय हुआ और उसने एक अप्रत्याशित निर्णय लिया। उसके बच्चे भी इस फैसले पर हतप्रभ थे। क्या था वर्षा का निर्णय और कैसे उसने अपनी जिंदगी में नयी शुरुआत की?
पत्नी को अपने हाथों की कठपुतली समझने वाले जयंत के होश ठिकाने लाने के लिए तविशा ने जो कुछ किया, वह काबिलेतारीफ था।
बेगम की दी हुई टोपी पहनें या अपनी वो पुरानी टोपी, इसी उधेड़बुन में सलीम मियां बीमार पड़ गए। क्या राज था उनकी उस टोपी का, जरा हम भी तो जानें !
अमित ने पैसे कमाने की धौंस दे डाली, तो सावी उखड़ गयी और झगड़ा हो गया। क्या सभी मर्द ऐसे ही होते हैं, इसे जानने के लिए उसने अपनी सहेलियों की मीटिंग बुलायी। अचानक सावी की सोच कैसे बदल गयी?
पहला प्यार थी सुनयना, जिससे मिलने की चाहत ज्ञान के दिल में हमेशा से रही थी। उसके निमंत्रण पर जब वह उससे मिलने गया, तो मन में बरसों पुरानी रूपगर्विता छवि के बदले यह कौन थी, जिसे वह एकबारगी पहचान भी नहीं पाया?
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