Wednesday 16 June 2021 03:13 PM IST : By Ruby

बच्चों के खिलौनों को साफ रखना है जरूरी

toys-cleaning

हर उम्र के बच्चों के खिलौने अलग-अलग होते हैं। बहुत छोटे बच्चे अपने कुछ पंसंदीदा खिलौनों को हमेशा अपने से चिपटाएं रहते हैं। उन्हें साफ रखना जरूरी है। कुछ बच्चों के जब दांत आते हैं, वे अपने खिलौनों कोे मसूढ़े से चबाने की कोशिश करते हैं। मदरहुड हॉस्पिटल के पीडियट्रिशियन और नियोनेटोलाजिस्ट डॉ. रमानी रंजंन मुताबिक एक साल के छोटे बच्चे , अपने खिलौने को मुंह में डालते हैं, फर्श पर गिराते हैं, जिससे खिलौने कीटाणुओं के संपर्क में आते हैं। बार- बार थूक लगने और खिलौने के ना धुलने से उन पर बैक्टिीरिया पनपने लगते हैं। इसीलिए इन्हें हर दूसरे दिन धोना जरूरी हो जाता है। ना धोने पर पेट केे इन्ंफेक्शन को खतरा बना रहता है, इसीलिए साफ कपड़े पहनने के साथ-साथ उन्हें साफ खिलौनों से खेलने देना भी जरूरी है। बच्चों के खिलौने की साफ-सफाई के अलावा उसके मेक पर भी ध्यान दें कि इसमें किस तरह के प्लास्टिक और फर इस्तेमाल हो रहा है। अगर फैमिली में किसी को अस्थमा है, तो फर वाले खिलौने से खेलने ना दें। समय- समय पर बच्चे के सारे खिलौने धोती रहें। घर में अगर पालतू जानवर है, तो इसका भी ध्यान रखें कि छोटे बच्चों और उनके खिलौनों को जानवर चाटे नहीं। उनके उसके थूक से भी बच्चे के खिलौने में इंफेक्शन और एलर्जी के खतरे बढ़ जाते हैं, जिससे बीमारी कंट्रोल में आनी मुश्किल हो जाती है।

खिलौने कैसे धोएं

हार्ड प्लास्टिक: इस तरह के खिलौनों को आसानी से साफ किया जा सकता है। हर हफ्ते बच्चों के प्लास्टिक के खिलौनों जैसे प्लास्टिक ब्लॉक्स को धोएं । इसके लिए इन्हें लिक्विड सोप को गुनगुने पानी में डाल कर इन्हें धोएं और सुखाएं। वैसे डाइल्यूटेड ब्लीच वॉटर से बच्चों के खिलौनों को डिस्इन्ंफेक्ट कर सकते हैं। एक बड़ी बाल्टी पानी में एक बड़ा चम्मच ब्लीच डालें। कपड़ों में डालनेवाला ब्लीच भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

साफ्ट टॉय: अगर बच्चा इसके साथ सोता है,  तो यह और भी जरूरी कि इसे 7-10 में इसे एक बार धो लें। इन्हें आप वॉशिंग मशीन में धो और सुखा सकते हैं। पर इसे वाशिंग मशीन में डालने से पहले तकिए कवर में डाल कर बांध दें। इसे कभी टम्बलर वॉश ना करें। इससे खिलौने उधड़ने का डर रहता है। इसे बाॉल्टी में भी धो कर धूप में या हेअर ड्रॉयर से सुखा सकते हैं, या फिर डिस्इंफेक्ट करने के लिए इसे कुछ देर धूप में रखें।

इलेक्ट्रानिक टॉय: इस पर सैनिटाइजर वाइप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। वैसे क्लोरीन ब्लीच युक्त पानी में कपड़ा डुबो कर भी इस तरह के खिलौने को डिस्इंफेक्ट किया जा सकता है। बैटरी से चलने वाले टॉय को बैटरी निकाल कर अल्कोहल से सैनिटाइज करें। स्प्रे क्लींजर से भी इन्हें साफ कर सकती हैं।

रबड़ टॉय: इन्हें भी आप साबुन के पानी और टूथ ब्रश से साफ कर सकते हैं।

बेबी टॉय:  इसे हर दूसरे दिन धोने की जरूरत होती है। बच्चे को नहलाते समय भी इसे साबुन के पानी में धो सकते हैं।

नेचुरल क्लींजर या डिस्इंफेक्टेंट: इसके लिए आप विनेगर साल्यूशन में खिलौनों को 15 मिनट डुबो कर रखें। फिर धो लें।

स्प्रे बोतल: 1 कप वाइट विनेगर, 1 कप डिस्टिल्डर वॉटर और 3 बूंद लैवेंडर या लेमनग्रास असेंशियल ऑइल को मिला कर स्प्रे बोतल में भी रख सकते हैं। इससे समय- समय पर टॉयज को डिस्इंफेक्ट किया जा सकता है।