Friday 29 December 2023 11:56 AM IST : By Nishtha Gandhi

सरदियों में नवजात शिशु की केअर के लिए लें खास टिप्स

baby Pic Courtesy: Chicoo

नवजात शिशु अपने पेरेंट्स के लिए ढेर सी खुशियां और जिम्मेदारियां लेकर आता है। जैसे-जैसे मौसम बदलता है, वैसे-वैसे आपके नन्हे-मुन्नों की ज़रूरतें भी बदलती हैं। बदलते मौसम में नयी मांओं के लिए जरूरी है कि वे अपने बेबी की हेल्थ के लिए पहले से तैयारी करके रखें। आर्टसना इंडिया इन असिस्टेंस विद कीको रिसर्च सेंटर के सीईओ राजेश वोहरा से लें खास टिप्स-

पर्याप्त गरम कपड़े

छोटे बच्चों को बदलते मौसम के अनुरूप कपड़े पहनाना काफी मुश्किल होता है। कई बार मां को डर रहता है कि कहीं इससे उनके बेबी को जरूरत से ज्यादा गर्मी या सरदी ना लगने लगे। ऐसी स्थिति में कपड़ों की लेयरिंग काफी मददगार हो सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आप बच्चे को उसी तरह लेयर्स में कपड़े पहनाएं जैसे आप खुद पहनते हैं । बच्चों के लिए बॉडीसूट इस मौसम में सबसे बेस्ट है। इसे किसी वुलन स्वेटर के साथ पेअर किया जा सकता है। सबसे बेस्ट है कि आप बच्चे को कॉटन व वुलन मिक्स करके पहनाएं। इससे स्किन पर रैशेज भी नहीं होंगे।बच्चों की स्किन के लिए प्योर कॉटन के कपड़े ही बेस्ट होते हैं।

बच्चे की तेल से मालिश करें

शिशुओं के लिए मालिश बहुत फायदेमंद रहती है, खासकर बदलते मौसम में। मसाज ऑइल आपके बच्चे की त्वचा को नमी प्रदान करके ड्राईनेस और फ्लेकीनेस को खत्म करता है। मसाज के बाद बच्चे बेहद आरामदायक नींद लेते हैं।। शिशु के लिए मसाज ऑइल ऐसा चुनना चाहिए, जो हानिकारक केमिकल से रहित हो और आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से युक्त हो। मसाज ऑइल ना हो, तो सरदियों में बादाम के तेल से और गर्मियों में नारियल के तेल से भी मालिश की जा सकती है।

कैसा हो मास्किटो रिपेलेंट

न्यू बॉर्न बेबी के रूम में मॉस्किटो रिपेलेंट के रूप में आप जैल, स्प्रे, पैच या रोल-ऑन कुछ भी चुनें, वह हमेशा अच्छी क्वॉलिटी का होना चाहिए। कोशिश करें कि ये हर्बल हों और अल्कोहल व डीईईटी-मुक्त होने चाहिए, ताकि शिशु को किसी तरह की एलर्जी या रैशज ना हों।

त्वचा की देखभाल और पोषण

baby-1 Pic Courtesy: Chicoo

शिशु की त्वचा संवेदनशील होती है और सरदियों शुष्क होने का खतरा होता है। उनकी नाजुक त्वचा के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया सौम्य बेबी लोशन और बेबी क्रीम चुनें। ऐसे बेबी स्किन केअर प्रोडक्ट्स चुनें, जो न केवल पैराबींस, अल्कोहल, ट्रोपोलोन, एसएलएस, एसएलईएस से मुक्त हों, बल्कि फेनोक्सीथेनॉल से भी मुक्त हों। इन लोशन और क्रीम में प्लांट बेस्ड और नेचुरल इंग्रीडिएंट्स होने चाहिए।

बेबी को हाइड्रेटेड रखें

चाहे सरदी हो या गर्मी, शिशु के हाइड्रेशन का ध्यान रखना जरूरी है। बेबी को स्तनपान करा रही हैं, तो उसे बार-बार दूध पिलाएं। शुरुआत में इसमें थोड़ी दिक्कत आ सकती है, ऐसी स्थिति में आप ब्रेस्ट पंप का इस्तेमाल कर सकती हैं। अगर ऑफिस जा रही हों, तो आप एक से दो बार का दूध ब्रेस्ट पंप की मदद से बच्चे के लिए स्टोर करके जा सकती हैं।