Monday 14 August 2023 03:59 PM IST : By Ruby Mohanty

क्या आप भी पेट्स के पेरेंट्स हैं

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कुछ दिनाें से पालतू कुत्तों के काटने की कई घटनाएं सामने आ रही हैं। चाहे पालतू हों या जंगली जानवर, दोनों ही तरह के जानवर खतरनाक साबित हो रहे हैं। इसीलिए डॉग लवर्स को यह बात समझनी होगी कि अगर वे घर में कुत्ता पाल रहे हैं, तो किन बातों का खास खयाल रखें। कुत्ते पालने के नियमों की जानकारी उनके मालिक को भी होनी चाहिए। अगर किसी का पालतू कुत्ता किसी व्यक्ति काे काट ले, तो कुत्ते के मालिक को सजा या जुर्माना देना पड़ सकता है।

कुत्ता पालने के नियम

- पेट्स रखने का सोच रहे हैं, तो उसका घर में स्वागत करने से पहले नगर निगम में जा कर उसका रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है। इस रजिस्ट्रेशन के लिए फीस देनी पड़ती है। अलग-अलग नगर निगम की फीस अलग हो सकती है।

- पेट्स रजिस्ट्रेशन स्थायी नहीं होता। इसकी अवधि खास समय के लिए ही होती है। उसके बाद रजिस्ट्रेशन को रिन्यू करना होता है।

- पेट्स को एंटी रेबीज का इन्जेक्शन लगवाना जरूरी है। वैक्सीन लगाने के बाद ही रजिस्ट्रेशन होगा। एंटी रेबीज की पहली डोज तब दी जाती है, जब कुत्ता 3 महीने का होता है। उसके बाद नियमित रूप से अलग-अलग टीके लगवाने जरूरी हैं।

- कई जगहों में कुत्ते के मालिक के लिए अपने पड़ोसी से एनओसी लेने का भी नियम है। इसके बाद ही आप कुत्ता पाल सकते हैं। आपके पेट्स से किसी को परेशानी ना हो, इस बात काे ध्यान में रखें।

- हाउसिंग सोसाइटी पालतू जानवर के लापरवाह मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर सकती है। बेहतर है अपने पेट्स को सही ट्रेनिंग दे कर डिसीप्लीन सिखाएं।

- भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा तय नियम भी जानने जरूरी हैं। उनके मुताबिक कोई भी हाउसिंग सोसाइटी, वहां रह रहे अपने रेजिडेंट्स के पेट्स रखने पर रोक नहीं लगा सकती, पर पेट्स रखनेवालों को इन्हें ले कर अतिरिक्त सावधानी रखने की जरूरत है। इतना ही नहीं, सोसाइटी पेट्स रखने के लिए अतिरिक्त शुल्क नहीं ले सकती है।

- आजकल पालतू जानवर को घर के सदस्य की तरह रखना कोई अनोखी बात नहीं, बल्कि इसी शौक की खातिर कई लोग जानवरों को खरीदते या गोद भी लेते हैं। लेकिन यह 100 प्रतिशत गारंटी नहीं कि पालतू कुत्ते किसी पर हमला नहीं करेंगे या किसी को नहीं काटेंगे। पेट्स पालने के लिए सही ब्रीड का चुनाव करें। कुछ ब्रीड्स जैसे अमेरिकन पिट बुल, वुल्फ डॉग, नेपोलिटन मैस्टिफ, अमेरिकन बुल डॉग, प्रीसा कैनारियो को घरों में पालने पर मनाही है।

- अगर आपके घर में कुत्ता है, जो दिखने में थोड़ा बड़ा और खूंखार है, तो दरवाजे या गेट पर कुत्ते से सावधान रहने का बोर्ड जरूर लगवाएं, जिससे घर में पड़ोसी या कोई मेहमान घर में आते समय सावधान रहें।

- यह कभी ना सोचें कि आपका डॉगी पालतू है, तो यह आपको नहीं काटेगा। पेट्स को कभी ना छेड़ें और ना ही उन्हें मारें। इससे वे कभी भी पलटवार कर सकते हैं।

- अगर कुत्ते को बाहर ले जा रहे हैं, तो उसे डॉग मास्क जरूर पहनाएं और अपने हाथ में डंडा भी रखें। उसे हमेशा चेन से पकड़ कर ले जाएं।

- कई लोग अपने पेट्स को ले कर इतने पजेसिव होते हैं कि वे जहां भी जाते हैं, उसे अपने साथ ले कर जाते हैं। लेकिन उन्हें इस मामले में नियमों को पालन करना चाहिए। जहां पेट्स को ले कर जाना स्वीकार्य नहीं है, वहां उन्हें ले कर ना ही जाएं, तो बेहतर है। 

पेट्स रखने के नियम

भारतीय दंड संहिता की धारा 289 के तहत कुत्ते के काटने पर उसके मालिक को 6 महीने तक जेल हो सकती है। साथ ही 1000 रुपए जुर्माना या दोनों हो सकते हैं। जैसे गाजियाबाद में एक छोटे बच्चे को कुत्ते के काटने पर
उसकी मालकिन पर नगर निगम ने 5000 रुपए का जुर्माना लगाया था।