समस्या-1
बेसन के चीले खाने पर डाइजेस्ट नहीं होते हैं। चीले बनाना तो आसान लगता है, पर इसमें कौन से अन्य अनाज शामिल करें, जिससे इसकी पौष्टिकता भी बरकरार रहे और यह आसानी से डाइजेस्ट भी हो।
जवाब - डाइट एक्सपर्ट तरु अग्रवाल के मुताबिक बेसन के चीले बनाते समय उसमें थोड़ी सब्जियां शामिल करें। पेट में गैस नहीं बनेगी। अजवाइन और नमक मिलाएं। अगर फिर भी डाइजेशन की परेशान होती है, तो बराबर मात्रा में आटा, सूजी और बेसन मिला कर चीले बनाएं। बेसन का चीला हमेशा देसी घी में बनाएं। नॉनस्टिक पैन में नहीं, लोहे के तवे पर बनाएं। नॉनस्टिक पैन में खाना पकाना हेल्दी नहीं होता। गैस, एसिडिटी और अपच की परेशानी बनी रहती है। अगर सही बरतन में खाना पकाएं तो इस तरह की परेशानी नहीं होगी। वैसे अच्छे डाइजेशन के लिए खाना खाने के बाद पानी में नीबू का रस और काला नमक डाल कर पिएं। गैस की परेशानी नहीं होगी। अगर सुबह नाश्ते में पका पपीता काली मिर्च पाउडर बुरक कर खाएं, ताे पाचन क्रिया सही रहेगी। नमकीन खाने से बचें। एक बार में एक ही फल खाएं, मिक्स फ्रूट ना खाएं। रात को बाजरा जैसे मोटे अनाज खाने से बचें।
समस्या -2
इन दिनों ब्रा के कुछ नए पैटर्न आएं हैं। हेवी बस्ट वाली महिलाएं किस तरह के ब्रा पैटर्न पहनें या पतली महिलाएं किस तरह के ब्रा पैटर्न पहनें। छोटे और बैकलेस ब्लाउज पहनते समय किस तरह की ब्रा पहनें।
जवाब- फैशन डिजाइनर पूनम पुनिया के मुताबिक दरअसल ब्रा किसी भी युवती की ड्रेसिंग का अहम हिस्सा है। अपने वाॅर्डरोब में 2-4 वेराइटी की ब्रा रखें। जैसे टी शर्ट ब्रा, रेगुलर फिटेड ब्रा, ब्रालेट, स्पोर्ट्स ब्रा, स्ट्रेपलेस ब्रा आदि। मोटी महिलाएं कॉटन की अच्छी फिटेड ब्रा पहनें। कप वाली ब्रा पहनना अवॉयड करें। इससे ब्रेस्ट की शेप नहीं उभरती है और फिगर का परफेक्ट लुक नहीं आता। बैकलेस ब्लाउज पहनते समय स्ट्रेपलेस ब्रा पहननें। ब्लाउज में पैड भी लगवा सकती हैं। अच्छे बुटीक से अपनी पुरानी ब्रा को किसी नए ब्लाउज में अटैच करवा लें। ब्लाउज की शेप भी अच्छी आएगी और पुरानी ब्रा का इस्तेमाल भी हो जाएगा।
समस्या-3
हारमोन्स में बदलाव होने पर बालों की परेशानी हो जाती है। ऐसे में आप बालों के लिए किस तरह के घरेलू उपचारों की सलाह देती हैं?
जवाब- ब्यूटी एक्सपर्ट कनिका टंडन के मुताबिक शरीर में हारमोन्स के लेवल में बदलाव हाेने पर स्किन के अलावा बालों पर भी असर दिखायी देता है। सबसे पहले हारमोन्स को सही रखने के लिए अंदरूनी उपचार करना बहुत जरूरी है। इसके लिए रोज इतना व्यायाम करें कि ठीक से पसीना आए। इससे त्वचा और स्कैल्प के पोर्स खुले रहते हैं। 10 दिन में एक बार हेअर पैक लगाना जरूरी है।गुड़हल के फूल और उसकी ताजी पत्तियां बाल गिरने की परेशानी को कंट्रोल करते हैं। हेअर पैक बनाने के लिए 1/2 कप गुड़हल की ताजी पत्तियों का पेस्ट, 1/2 कप बटर मिल्क और 1 नीबू का रस मिलाएं। इसे पूरे बालों और जड़ों पर अच्छी तरह से लगाएं और लाइट शैंपू से धो लें। आधा कप गुड़हल की पत्तियों का पेस्ट और 2 बड़े चम्मच अरंडी का तेल मिक्स करें। इसे अपने साफ बालों पर लगाएं। आधे घंटे के बाद धो लें। गुड़हल के फूलों का पेस्ट बनाएं। इसमें बादाम का तेल मिलाएं। आधा कप दही में मिक्स करके बालों में लगाएं। आधे घंटे के बाद धो लें।