अक्तूबर के महीने में चारों तरफ त्योहारों की खुशियों की रेलमपेल थी, लेकिन इसी महीने कई दिग्गज और नामचीन कलाकार पूरी फिल्म इंडस्ट्री को शोक के सागर में डुबो कर अपने अंतिम सफर पर निकल गए, जिस वजह से त्योहार की खुशियों का रंग थोड़ा फीका भी पड़ गया। इस कड़ी में सबसे पहला नाम पंजाबी सिंगर और एक्टर राजवीर जावंदा का, जिन्होंने 8 अक्तूबर, 2025 को दुनिया को अलविदा कह दिया। 15 दिन पहले एक बाइक शिमला के निकट एक बाइक एक्सीडेंट का शिकार हुए राजवीर ने मोहाली के फोर्टिस हॉस्पिटल में आखिरी सांस ली। सरदारी, कंगनी, जोर, दो नी सजना जैसे हिट गाने देने वाले राजवीर ने कई पंजाबी फिल्मों में भी काम किया था।
इसके बाद 15 अक्तूबर को जानेमाने अभिनेता पंकज धीर का निधन हुआ, जो प्रसिद्ध धारावाहिक महाभारत में कर्ण का यादगार किरदार निभाने के लिए जाने जाते हैं। वे काफी समय से कैंसर से पीडि़त थे, जिसकी वजह से वे जिंदगी की जंग हार गए। अभिनेता पंकज धीर ने इसके अलावा भी कई फिल्मों व धारावाहिकों में सशक्त किरदार निभाए थे। उनके पुत्र निकितन धीर भी साउथ व बॉलीवुड की कई फिल्मों में नजर आते रहते हैं।
इधर पूरा देश दीवाली मना रहा था और उधर फिल्मी दुनिया का एक और रोशन चिराग बुझ गया था। वह थे अंग्रेजों के जमाने के जेलर का किरदार निभाने वाले दिग्गज अभिनेता असरानी। असरानी का पूरा नाम गोवर्धन असरानी था। 84 वर्ष की आयु में हार्ट अटैक की वजह से उनका निधन हुआ था। अभिनेता असरानी के निधन से फिल्मी दुनिया के एक पूरे युग का अंत हुआ है। कॉमेडी हो या चरित्र किरदार, असरानी जी ने हर किरदार को बखूबी निभाया है और अपनी गहरी छाप छोड़ी है। उनके कुछ यादगार फिल्में हैं शोले, अभिमान, परिचय, मेरे अपने, छोटी सी बात आदि। इसके अलावा गुजराती फिल्मों में भी उन्होंने मुख्य किरदार सफलता से निभाए हैं।
असरानी के प्रेयर मीट भी ना हो पायी होगी कि एड गुरू पीयूष पांडे भी दुनिया को अलविदा कह गए। पीयूष पांडे ने विज्ञापन जगत को मानो एक नया मोड़ ही दिया था। उनके बनाए विज्ञापन आज भी लोगों को याद हैं और इस कदर लोकपि्रय रहे हैं कि लोगों को प्रोडक्ट भले ही याद ना हो, लेकिन विज्ञापन याद रह जाता है। कैडबरी डेयरी मिल्क, फेविकॉल, एशियन पेंट्स, हच, पल्स पोलियो अभियान कुछ ऐसे ही उदाहरण हैं। बीजेपी के कैंपेन का नारा अबकी बार मोदी सरकार भी इन्हीं का दिया हुआ है। पीयूष पांडे प्रसिद्ध लोक गायिका इला अरुण के भाई थे। उनके अंतिम संस्कार ने लगभग पूरे बॉलीवुड ने शिरकत करके उन्हें भावभीनी विदाई दी।
एक और धक्का जो इस महीने बॉलीवुड को लगा है, वह है अभिनेता सतीश शाह की मौत का। सतीश शाह का बीते दिनों किडनी फेलियर की वजह से निधन हो गया। वे 74 वर्ष के थे और अल्जाइमर से जूझ रही अपनी पत्नी की देखभाल करने के लिए वे स्वस्थ रहना चाहते थे। इस वजह से उन्होंने किडनी ट्रांसप्लांट भी करवाया था। सतीश शाह और उनकी पत्नी मधु के कोई संतान नहीं है, वे दोनों ही पूरी जिंदादिली से एक दूसरे का सहारा बने हुए थे। सतीश शाह द्वारा फिल्म जाने भी दो यारो में निभाए हुए किरदार को कोई भूल ही नहीं सकता। उनके कई पॉपुलर धारावाहिकों में से एक साराभाई वर्सेज साराभाई के सह कलाकारों ने उन्हें मुखाग्नि दे कर अंतिम विदाई दी। प्रसिद्ध कॉमेडी धारावाहिक ये जो है जिंदगी में उन्होंने 51 किरदार निभाए थे। बॉलीवुड की कई फिल्मों में उनके किरदारों को दर्शकों का भरपूर प्यार मिला है।
