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इस बार दीवाली 20 अक्तूबर को मनायी जाएगी, जबकि ऑफिस व कार्यस्थल की पूजा 21 अक्तूबर को की जाएगी। 22 अक्तूबर को गोवर्धन और 23 अक्तूबर को भाई दूज मनाया जाएगा। इस बार दीवाली पर कुछ आसान उपाय अपना कर आप घर में सुख-समृदि्ध ला सकते हैं। दीए कितने जलाएं, धनतेरस पर क्या खरीदें और तोरण व रंगोली का क्या महत्व है, बता रही हैं ज्योतिषाचार्य डॉ. वाई. राखी-

  • दीवाली पर लक्ष्मी आगमन के लिए अपने घर की सफाई जरूर करनी चाहिए। देवी लक्ष्मी को सफाई पसंद है, इसके अलावा सुख-समृदि्ध लाना चाहते हैं, तो इस बात का ध्यान रखें कि घर में किसी का अपमान ना हो और ना ही आपस में लड़ाई हो।
  • दीवाली के 5 दिनों तक रोजाना नियम से स्नान करें और तेल का इस्तेमाल ना करें।
  • कहते हैं कि समुद्र मंथन से जब महालक्ष्मी धनतेरस वाले दिन ही प्रकट हुई थीं, इसीलिए धनतेरस मनायी जाती है। धनतेरस पर चांदी सोना जरूर खरीदें, ना खरीद पाएं तो कम से कम झाड़ू जरूर खरीदें। ऐसा कहते हैं कि यह झाड़ू घर की नकारात्मकता को बाहर निकालती है। ऐसा करने से घर में दरिद्रता कभी नहीं आती। दीवाली पर अपने लिए नए कपड़े, अनाज और कलश खरीदना चाहिए।
  • कार्तिक मास में दीप दान का महत्व होता है। यह ऐसा महीना है, जिसमें आप जो भी दीप दान करते हैं, वे कई गुणा हो कर आपके जीवन में रोशनी लाते हैं। इस मास में दीप जलाना इसलिए भी अच्छा माना जाता है, क्योंकि श्री राम 14 वर्ष का वनवास काट कर अयोध्या लौटे थे।
  • कोशिश करें कि कम से कम 108 या 51 दीए जलाएं। आमतौर पर दीए विषम संख्या में जलाने चाहिए।
  • लक्ष्मी के आगे घी का दीपक जरूर जलाना चाहिए, इसके अलावा तेल के दीए भी जरूर जलाएं। धनतेरस पर 13 दीए जलाएं। यम का दीया इस दिन जलाने का बहुत महत्व होता है। यह दीया चौमुखी हो, यानी इसमें 4 बत्तियां हों। इसे घर के बाहर दक्षिण की तरफ जलाएं, इसमें सरसों का तेल और काले तिल डालें।
  • भारतीय सभ्यता में तोरण और रंगोली का बहुत महत्व है। घर के मुख्य द्वार पर तोरण बांधना बहुत शुभ माना जाता है। हमेशा से ही महिलाएं घर के आंगन में रोज रंगोली बनाती आयी हैं। माना जाता है कि इससे घर में सुख-समृदि्ध आती है।
  • घर में तोरण लगाना हो, तो इसे आम या केले के पत्तों से बना कर लगाएं, तो सबसे शुभ होता है।
  • अगर बाजार से तोरण खरीद रहे हों तो उसमें चाकू, कैंची, कैद में पंछी जैसे चित्र या आकृति ना हों। तोरण में चिडि़या, उल्लू, हाथी, शुभ-लाभ जैसे चिन्ह हों, तो इन्हें सबसे अच्छा माना जाता है।
  • रंगोली घर के आंगन में बनानी चाहिए। इसे आप गेहूं के आटे, चावले के आटे या मैदा से भी बना सकते हैं। इन चीजों के इस्तेमाल का एक उद्देश्य था, वह यह कि इन चीजों से छोटे-छोटे कीड़े मकोड़ों व चींटियों का पेट भरता था।
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