Tuesday 19 November 2024 02:44 PM IST : By Ruby Mohanty

महिलाओं की यौन समस्याओं के आसान समाधान

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महिलाओं की सेक्सुअल लाइफ अच्छी हो, तो वे स्वस्थ रहती हैं। यह ना केवल उनके शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि उनके मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। लेकिन अफसोस की बात है कि आज भी भारत में महिलाओं के यौन स्वास्थ्य के बारे में बात करना एक वर्जित विषय है। अकसर महिलाएं अपनी समस्याओं पर बात करने से हिचकिचाती हैं, जिससे उनकी परेशानी का समाधान व सही तरीके से इलाज नहीं हो पाता है। महिलाओं की आधी से ज्यादा समस्या उनकी सोच से जुड़ी है। उनकी सेक्सुअल हेल्थ भी इसी से प्रभावित है। सबसे पहले इस बात पर गौर करने की जरूरत है कि सेक्स को ले कर उनकी क्या समस्याएं हैं, जिन्हें सुलझा कर वे अपनी सेक्सुअल लाइफ अच्छी बना सकती हैं। ऐसी ही कुछ समस्यााओं के समाधान दे रहा है वनिता का एक्सपर्ट पैनल-

महिलाओं के लिए संसर्ग के बारे में बातचीत अभी भी शरम की बात है और असहमति के साथ जुड़ी हुई है, लेकिन खास बात यह है कि सेक्स का सीधा संबंध महिलाओं के मानसिक स्वास्थ से जुड़ा हुआ है। अपोलो अस्पताल की क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. शिवांगी मिश्रा के मुताबिक, ‘‘एक हेल्दी सेक्स लाइफ महिला के तनाव काे कम करती है, इमोशन को कंट्रोल में रखती है, मन में स्थिरता आती है, नींद में सुधार लाती है, आत्मविश्वास को बढ़ाती है और रिश्ते में बॉन्डिंग बढ़ती है। सेक्स से मस्तिष्क में अच्छे हारमोन्स रिलीज होते हैं जैसे ऑक्सीटोसिन, एंड्रेलिन, डोपामाइन और सेरोटोनिन। इतना ही नहीं, जीवन और रिश्ते में सकारात्मकता का अनुभव होता है। महिलाओं को चाहिए कि अपनी सेक्स लाइफ अच्छी रखने के लिए इच्छा और अनिच्छा के बारे में अपने साथी से बात करें।

क्या हैं आम यौन समस्याएं

कम यौन इच्छा - सी.के. बिरला अस्पताल, दिल्ली की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. तृप्ति रहेजा बताती हैं, ‘‘महिलाओं की सेक्सुअल लाइफ शादी के शुरुआती दिनों में तो सही रहती है, पर धीरे-धीरे जैसे-जैसे रिश्ता ग्रो करने लगता है और फैमिली प्लानिंग हाे जाती है, सेक्सुअल लाइफ की रफ्तार सुस्त पड़ने लगती है। महिला अपने साथी के करीब आने व संसर्ग के प्रति अनिच्छा महसूस करने लगती हैं ।

उत्तेजना की कमी - एक-दूसरे के लिए वक्त निकालना और सेक्स को अपने रिश्ते में अहमियत देना हर स्त्री के लिए बहुत अलग बात है। उसकी जिम्मेदारियां अकसर उसकी रोमांटिक जिंदगी में बाधक होती हैं। और सच ताे यह है कि दिन भर के काम के बाद सबसे अंत में शारीरिक संबंधों में रत होने का मन हो, यह भी जरूरी नहीं। कई बार काम व जिम्मेदारियां उस पर इतनी हावी रहती हैं कि उन पलों में यौन उत्तेजना का अनुभव करने में वह असमर्थ होती है। उसकी सेक्स में उत्तेजना की कमी की कई वजहें हो सकती हैं।

अतृप्ति - महिलाओं की एक बड़ी समस्या है, सेक्स में संतुष्टि प्राप्त करने में असमर्थता। यह यौन क्रिया के दौरान होने वाला दर्द है, जो कई कारणों से हो सकता है, जैसे प्राइवेट पार्ट में सूखापन, संक्रमण, या शारीरिक चोट आदि।

समस्या की वजह

फोर्टिस अस्पताल, मुंबई के सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. संजय कुमावत के मुताबिक, ‘‘महिलाओं में यौन समस्याओं के कई कारण हो सकते हैं, जिनमें शारीरिक, हारमोनल और मनोवैज्ञानिक कारक भी शामिल हैं।

शारीरिक कारण - आजकल उन महिलाओं की संख्या ज्यादा होने लगी है, जो घर और ऑफिस, दोनों का काम संभाल रही हैं। घर से कमाई पर भी अपनी मेहनत आजमा रही हैं। जरूरत से ज्यादा तनाव, चिंता, दोहरी जिम्मेदारी की वजह से अपने लिए समय नहीं निकाल पातीं। नतीजा, लाइफस्टाइल बिगड़ता है और अपनी 40 की उम्र में आते-आते वे मधुमेह या हृदय रोग जैसी बीमारियाें की चपेट में आ जाती हैं। इसके अलावा डाइजेशन संबंधी समस्याएं, लिवर की बीमारी यहां तक कि कैंसर जैसी गंभीर शारीरिक स्थितियाें से भी महिलाएं गुजरती हैं। इन्हीं सब वजहों से उनकी सेक्सुअल लाइफ बिगड़ती है। इसके अलावा गर्भाशय में फायब्रॉइड, अंडाशय में सिस्ट और एंडोमेट्रियोसिस जैसी स्थितियां भी यौन क्रिया को दर्दनाक बना सकती हैं।

हारमोन से जुड़े कारण- प्रसव के बाद बेबी को ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान हारमोन्स में उतार-चढ़ाव देखे जाते हैं और वेजाइनल ड्राईनेस, रूटीन लाइफ के तनाव व चिंता और उसकी वजह से मूड में बदलाव भी हारमोन में असंतुलन का संकेत देते हैं।

हेवी ब्लीडिंग और चिड़चिड़ापन- मेनोपॉज के दौरान या बाद में इस्ट्रोजन हारमोन का स्तर कम हो जाता है, जिससे योनि में सूखापन व असहजता रहती है। योनि की त्वचा पतली हो जाने से भी यौन क्रिया दर्दनाक हो सकती है, जो सेक्स से विमुख होने की वजह बनती है।

क्या हैं मनोवैज्ञानिक कारण - रोजमर्रा के काम से संबंधित तनाव और चिड़चिड़ापन, घर और ऑफिस की चिंता, रिश्ते को ले कर अवसाद और रिश्तों में होनेवाले मनमुटाव जैसे कई पहलू हैं, जो यौन इच्छा, यौन उत्तेजना और यौन संतुष्टि को कम कर सकते हैं। इतना ही नहीं, अतीत में हुए किसी तरह के यौन शोषण से भी महिलाओं को मानसिक समस्याएं और सेक्स के प्रति अनिच्छा और सेक्स क्रिया में विरक्ति हो सकती है।

यौन उत्तेजना संबंधी समस्याएं

डॉक्टरी राय की मदद - यदि आपको यौन इच्छा या उत्तेजना से संबंधित समस्याएं हैं, तो एक योग्य चिकित्सक या सेक्स थेरैपिस्ट से सलाह लें। वे आपका सही इलाज करने और सावधानी रखने में मदद कर सकते हैं।

काउंसलर से बात करें - यदि आपको तनाव, चिंता, अवसाद या अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हैं, तो मनोवैज्ञानिक सहायता लेना फायदेमंद हो सकता है। ये समस्याएं यौन इच्छा और उत्तेजना को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती हैं। बेहतर है कि समय रहते एक्सपर्ट से मिल कर इसका समाधान कर लें, जिससे दांपत्य सुख में बाधा ना हो।

ध्यान और योग का अभ्यास - सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. संजय के अनुसार, ध्यान और योग तनाव और चिंता को कम करने में मदद कर सकते हैं, जो आपके यौन स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि आप अकेली नहीं हैं। कई महिलाएं यौन स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करती हैं। स्त्री रोग विशेषज्ञ की उचित सलाह व मनोचिकित्सक की राय ले कर और जीवनशैली में बदलाव करके वे अपने यौन स्वास्थ्य को बेहतर बना सकती हैं और एक संतोषजनक सेक्सुअल लाइफ का आनंद ले सकती हैं।

जिम्मेदारियां और रिश्ता - मिडिल एज में दंपतियों की पारिवारिक जिम्मेदारी भी अपने चरम पर होती है। 40 की उम्र तक आते-आते महिलाओं में हारमोन्स की परेशानी होने लगती है, प्री सेक्सुअल एक्टिविटी देर तक होने के बाद भी बॉडी में एक्साइटमेंट नहीं होता। पति के साथ परेशानी शेअर करने में हिचक होती है। लिबिडो गड़बड़ा जाता है।

सेक्सुअल लाइफ में बढ़ती नीरसता - बच्चे अपने कैरिअर को शेप दे रहे होते हैं, पति-पत्नी दोनों फाइनेंशियल परेशानी से जूझ रहे होते हैं। तरह-तरह की परेशानियाें के बीच अपने शरीर और सेक्सुअल लाइफ पर ध्यान नहीं दे पाते। नतीजा, सेक्सुअल लाइफ सुस्त हो जाती है। महिलाओं का इस्ट्रोजन लेवल गिर जाता है। उनमें कई तरह के बदलाव हो रहे होते हैं, जो उनकी सेक्स लाइफ को प्रभावित करते हैं।

लाइफस्टाइल का सेक्स पर प्रभाव - लाइफस्टाइल ऐसा हो कि आपको मेडिसिन खाने की जरूरत ना पड़े, इससे मेडिसिन के साइड इफेक्ट्स नहीं होंगे। अगर रूटीन सेक्सुअल लाइफ में बोरियत महसूस हो रही है, तो अलग-अलग सेक्स पोजिशन ट्राई करें। रूटीन लाइफ से ब्रेक ले कर कुछ दिन के लिए बाहर जाएं। यह बॉडी और माइंड काे रिचार्ज करता है। इससे दंपतियों के बीच की बॉन्डिंग बढ़ेगी।

यौन स्वास्थ्य के लिए सुझाव

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अपने साथी से खुल कर बात करें - सेक्स को ले कर अपनी परेशानी और भावनाओं के बारे में खुल कर बात करें। समस्या पर खुला संवाद, आपसी समझ संसर्ग के दौरान सहयोग को बढ़ावा देगा, जो स्त्री के यौन जीवन को बेहतर और सहज बनाता है। अगर कोई उत्तेजना संबंधी परेशानी है, तो डॉक्टरी राय लें।

स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं - स्मार्ट सेक्स लाइफ के लिए रेगुलर एक्सरसाइज करना अहम है। एक्सरसाइज से मस्तिष्क में डोपामाइन जैसे हारमोन्स पैदा होंगे, जो दिन भर मन को खुश रखेंगे। स्त्री शरीर के लिए जरूरी अच्छे हारमोन्स रिलीज होंगे। पीरियड्स सही समय पर आएंगे। ओवेल्यूशन पीरियड सही रहेगा। नींद अच्छी आएगी और भूख पर कंट्रोल रहेगा। नाश्ते में सिर्फ चाय-टोस्ट नहीं, बल्कि फल, दूध के साथ हेल्दी नाश्ता करें। संतुलित लंच करें। इसमें दाल, सब्जी, सलाद, दही जैसी जरूरी चीजें शामिल करें। बहुत तला स्नैक्स और जरूरत से ज्यादा खाना भी स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। अगर शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाएंगी, तो यौन स्वास्थ्य पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

स्त्री रोग विशेषज्ञ से जांच करवाएं - डॉ. तृप्ति कहती हैं कि अगर कोई गाइनिक समस्या है तो उस पर गौर करें और स्त्री रोग विशेषज्ञ से जांच करवाएं। पीरियड्स में परेशानी, बार-बार यूटीआई और वेजिनाइटिस की समस्या भी यौन इच्छा से स्त्री को विमुख कर देती है। अपने पर्सनल हाइजीन काे मेंटेन रखें। यूरिन पास करने के बाद साफ-सफाई का पूरा ध्यान रखें।

योनि की स्वच्छता बनाए रखें - नियमित रूप से सफाई करें और वेजाइनल परफ्यूम लगाने से बचें, जो जलन पैदा कर सकते हैं और इन्फेक्शन की वजह बन सकते हैं। बिकनी वैक्स कराना चाहें तो किसी प्रोफेशनल से कराएं, वरना हेअर फॉलिकिल में सूजन होने का खतरा हो सकता है। जरूरत पड़ने पर ही वेजाइनल वॉश का प्रयोग करें। योनि में संक्रमण से बचने के लिए फैंसी नायलॉन की पैंटीज की जगह कॉटन पैंटी पहनें। कॉटन की पैंटी को धोने के बाद कड़क धूप में सुखाएं, जिससे स्किन इन्फेक्शन की समस्या ना हो।

वेजाइनल जैल का उपयोग - यदि वेजाइना में ड्राईनेस है और पेनफुल इंटरकोर्स की परेशानी हो रही है, तो डॉक्टर द्वारा सुझाए गए वेजाइनल लुब्रिकेंट का प्रयोग करना संसर्ग के दौरान सहजता महसूस कराएगा। लेकिन नारियल तेल जैसी चीजों का प्रयोग करने से बचें। जरूरत पड़ने पर मिडिल एज महिलाएं स्त्री रोग विशेषज्ञ की सलाह पर हारमोन रिप्लेसमेंट थेरैपी भी ले सकती हैं, जिससे सेक्स लाइफ मेंटेन हो सकती है।