Thursday 05 May 2022 03:42 PM IST : By Nishtha Gandhi

गरमियों में फल खाना महिलाओं के लिए कितना जरूरी

summer-fruits

पूरे घर की हेल्थ का ध्यान रखने वाली महिलाओं की अपनी हेल्थ हमेशा बैकफुट पर रहती है। उनकी डाइट में शामिल होता है, बचा-खुचा खाना, सबसे छोटी कटोरी में सब्जी या दाल, सबसे कम घी लगी रोटी। ऐसे में फल खाना तो बहुत दूर की बात है। महिलाओं की हेल्थ से जुड़ी सामान्य समस्याओं से बचने में कुछ फल कितने मददगार हो सकते हैं, यह बात शायद कम ही लोग जानते होेंगे। हर उम्र में महिलाओं के शरीर में पोषण संबंधी जरूरतों में भी बदलाव होता रहता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, विटामिन बी12, विटामिन सी, डी और आयरन व कैल्शियम जैसे मिनरल्स की शरीर में जरूरत बढ़ती जाती है। अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में छपी एक स्टडी को सच मानें,तो जो महिलाएं खाने में उम्र बढ़ने के साथ विटामिन सी और लाइनोलिक एसिड की मात्रा बढ़ाती हैं और फैट व कार्बोहाइड्रेट की मात्रा कम करती हैं, उनकी त्वचा पर उम्र का प्रभाव दिखायी नहीं पड़ता। हेल्दी डाइट से ब्रेस्ट कैंसर, हारमोनल इंबैलेंस, डाइबिटीज, हड्डियों का भुरभुरा होना जैसी दिक्कतें भी नहीं होतीं। 

किस फल से क्या फायदा

कैनबेरीज/चेरी/स्ट्रॉबेरी/ब्लूबेरीः महिलाओं की सबसे आम समस्या यूटीआई से बचाने का काम करती है रोजाना कैनबेरी या चेरी खाना। आर्काइव्स ऑफ इंटरनल मेडिसिन में समय-समय पर छपे 13 अध्ययनों में यह बात सिद्ध हो चुकी है कि जिन महिलाओं को जल्दी-जल्दी यूटीआई हो जाता है, वे अगर रोजाना कैनबेरीज खाएं या उसका जूस पीने लगें, तो यूटीआई होने की आशंका काफी हद तक कम हो जाती है। 

वहीं स्ट्रॉबेरी और ब्लूबेरी जैसे फल महिलाओं में हार्ट अटैक का रिस्क 32 प्रतिशत तक कम कर देते हैं। गरमियों में रसीले और खट्टे फलों से आप फ्रेश भी महसूस करते हैं। ऐसा माना जाता है कि इन फलों में पाए जानेवाले फ्लैवोनॉएड्स से आर्टरीज में फैट जमा नहीं होता और उनमें ब्लड सर्कुलेशन बेहतर बना रहता है। ध्यान रहे कि एक बड़ा कप स्ट्रॉबेरीज रोज खाने से आपको इतना विटामिन सी मिलता है, जो आपके रोजाना के लिए जरूरी मात्रा का 150 प्रतिशत है। आजकल बाजार में आसानी से ब्लूबेरीज जैसे फल भी मिल जाते हैं। ये आपकी याददाश्त के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं। जिन महिलाओं को डाइबिटीज है या फिर उसका रिस्क ज्यादा रहता है, उनके लिए भी ब्लूबेरीज खाना फायदेमंद है। ब्लूबेरीज में फाइबर की मात्रा ज्यादा होती है और इनका ग्लाइसीमिक इंडेक्स भी बहुत कम होता है, जिसकी वजह से ये बॉडी में शुगर का स्तर नहीं बढ़ातीं। 
इन्हें स्ट्रेस बस्टर भी कहा जाता है। लेकिन इन्हें जब भी खाएं फ्रेश ही खाएं। सूखी ना खाएं, इनमें शुगर मिली होती है। जब आप थकान महसूस करें, तो थोड़ी स्ट्रॉबेरीज या काले अंगूर खाएं, इससे आपको इंस्टेंट फ्रेशनेस मिलती है। गरमियों में मिलनेवाली चेरीज आमतौर पर महिलाएं महंगी समझ कर नहीं खातीं, लेकिन अगर सप्ताह में 4 दिन एक दर्जन चेरी खा ली जाएं या फिर सप्ताह में 4 गिलास चेरी का जूस पी लिया जाए, तो यह मेनोपॉज के दौरान होनेवाली दिक्कतों जैसे गाउट और आर्थराइटिस को होने से रोकती हैं। इन्हें अगर दही में मिला कर खाया जाए, तो ये शरीर में बेहतर तरीके से एब्जॉर्ब होती हैं। एक छोटा कप स्ट्रॉबेरीज रोज खाने से आपको विटामिन सी की 100% मात्रा मिलती है। स्ट्रॉबेरीज के साथ ब्लूबेरीज भी अगर खायी जाएं, तो महिलाओं में हार्ट अटैक का रिस्क 32 प्रतिशत तक कम हो जाता है।

नाशपातीः फाइबर से भरपूर होने के कारण नाशपाती वेटलॉस में मदद करती है और फ्री रेडिकल्स से लड़ती है। इसलिए अगर आप लंबे समय तक जवान बनी रहना चाहती हैं, तो रोजाना इसे खाएं। इसमें मौजूद फोलिक एसिड प्रेगनेंट महिलाओं के लिए फायदेमंद है और होने वाले बेबी को बर्थ डिफेक्ट्स से बचाता है।

summer-fruits-1

अमरूदः यूएस में डिपार्टमेंट ऑफ एग्रीकल्चर के न्यूट्रिशन चार्ट में यह साफ-साफ कहा गया है कि सिर्फ 100 ग्राम अमरूद खाने से आपको 228.3 ग्राम विटामिन सी मिल जाता है। विटामिन सी के अलावा अमरूद इंसुलिन रेसिस्टेंस में मदद करता है और ब्लड शुगर लेवल को बेहतर बनाता है। जिन महिलाओं को ज्यादा मेंस्ट्रुअल क्रैंप्स झेलने पड़ते हैं, उन्हें अमरूद जरूर खाना चाहिए। जो महिलाएं वजन घटाना चाहती हैं, उनके लिए भी गुड न्यूज यह है कि इससे मेटाबॉलिज्म बेहतर बनता है और चेहरे पर ग्लो भी आता है। 

सेबः सेब के बारे में यों तो एक मशहूर कहावत है कि रोज एक सेब खाअो बीमारी दूर भगाअो। पर महिलाओं के लिए इसे खाना कितना जरूरी है, इस पर कोई कहावत अभी तक नहीं बनी है। हालांकि अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रिशन में छपे एक अध्ययन में यह पाया गया कि जिन महिलाओं ने रोजाना एक सेब खाया, उनमें दिल से जुड़ी दिक्कतों जैसे हाई कोलेस्ट्रॉल, एंजाइना आदि के मामले 13 से22 प्रतिशत तक कम पाए गए। न्यूट्रिशनिस्ट्स के अनुसार सेब में फाइबर की मात्रा ज्यादा पायी जाती है, जिसकी वजह से वह पचने में ज्यादा समय लेता है और आपको जल्दी भूख भी नहीं लगती। यानी आप हाई फैट और जंक फूड खाने से दूर रहते हैं, जिसकी वजह से वजन घटाने में भी मदद मिलती है। वैसे तो सेब को छिलके समेत ही खाना चाहिए, लेकिन अगर आपको इसका छिलका पचाने में दिक्कत महसूस हो, तो इसे छील कर खाएं। छिलके को फेंकने के बजाय इसे चेहरे पर मल लें। यह नेचुरल स्क्रब का काम करता है और चेहरे पर ग्लो आता है।

केलाः केले को ले कर महिलाओं के मन में यह वहम रहता है कि वह कैलोरी से भरपूर है। लेकिन महिलाओं और खासकर से ऑफिस जाने वाली महिलाओं के लिए केला खाना फायदेमंद है। पोटैशियम और हेल्दी स्टार्च से भरपूर केले से जबर्दस्त एनर्जी मिलती है। ऑफिस पहुंच कर काम शुरू करने से पहले एक केला खाने से काम में आपका मन ज्यादा लगेगा। इससे मेटाबॉलिज्म भी बेहतर बनता है। बहुत ज्यादा पके केले को फेंकने के बजाय इसे मैश करके चेहरे पर लगा लें। झुर्रियां जल्दी नहीं आएंगी।

हेल्थ और ब्यूटी का परफेक्ट मिक्स

ताजे फल आपकी स्किन के लिए भी बहुत फायदेमंद हैं। जानें कैसे-

आमः गरमियों का राजा आम कई विटामिंस, मिनरल्स और एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर है। यह नसों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। विटामिन ए, ई, सी, के और फ्लेवोनॉएड्स व बीटा कैरोटिन से भरपूर है। स्किन और हेअर बटर बनाने में आमतौर पर आम का इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि यह डैमेज्ड स्किन को रिपेअर करने का काम भी करता है। गरमियों में ऑइली स्किन को रिफ्रेश करने के लिए आम का गूदा, गुलाबजल और नीबू का रस मिला कर चेहरे पर लगाएं। वहीं ड्राई स्किन हो, तो आम के गूदे में 1 छोटा चम्मच दही और 1 छोटा चम्मच शहद मिला कर 10 मिनट तक चेहरे पर लगा कर रखें।

अनारः जिन महिलाओं को अनीमिया होता है, उन्हें रोजाना अनार खाना चाहिए। डेंगू और वायरल में भी अनार का रस खून में प्लेटलेट्स की संख्या फौरन बढ़ाने में मददगार है। यह एंटी ऑक्सीडेंट्स से भी भरपूर है, जिस कारण गरमियों में स्किन पर हुई डीप पिगमेंटेशन भी दूर करता है। अनार के दानों को मैश करके छलनी से छान लें, ताकि इसके बीज अलग हो जाएं। दो चम्मच अनार के रस में एक-एक चम्मच बेसन, मुलतानी मिट्टी व नीबू का रस मिलाएं। यह मास्क ऑइली स्किन के लिए बहुत अच्छा है। अगर स्किन ड्राई हो, तो इसमें मुलतानी मिट्टी के बजाय दूध, मलाई या शहद में से कोई एक चीज मिलाएं। इससे चेहरे पर ग्लो भी आएगा।

यूटीआई के लिए मॉकटेल

जिन महिलाओं को यूटीआई की ज्यादा समस्या रहती है, वे यूटीआई होने या फिर उससे बचने के लिए नियमित रूप से कैनबेरी जूस से मॉकटेल बना सकती हैं। इसे बनाने के लिए आपको चाहिए- 250 मि.ली. कैनबेरी जूस, 

125 मि.ली. सोडा वॉटर, एक छोटा चम्मच नीबू का रस, थोड़ी सी बर्फ

कैसे बनाएंः एक गिलास में कैनबेरी जूस, सोडा वॉटर व नीबू का रस मिलाएं और ठंडा करके पिएं। अगर कैनबेरी जूस से आपको एसिडिटी होती है, तो इसमें पानी मिला कर डाइल्यूट करके पिएं।

यूटीआई होने पर एक गिलास पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा मिला कर पीने से भी आराम मिलता है, पर इसे कभी भरे पेट में ना पिएं।

जुकाम होने पर पिएं हॉट लाइम मॉकटेल

सरदी-जुकाम होने पर नीबू से बनी यह हॉट मॉकटेल आपको बहुत राहत देगी। इसे बनाने के लिए एक गिलास खौलते हुए पानी में एक नीबू का रस मिला लें या फिर ठंडे पानी में नीबू का रस मिला कर उसे माइक्रोवेव में गरम करें। इसमें 3 चम्मच शहद मिलाएं और पी लें। अगर चाहें, तो इसमें रैस्पबेरी सिरप भी मिला सकती हैं।

महिलाओं को अपनी डाइट में थोड़ा नीबू जरूर शामिल करना चाहिए। इसमें विटामिन सी तो होता ही है, साथ ही यह आयरन को शरीर में एब्जॉर्ब करने में मदद करता है। दाल, सलाद, पोहा, उपमा में नीबू का रस डालने से स्वाद और स्वास्थ्य दोनों मिलेंगे।