Thursday 26 May 2022 03:07 PM IST : By Pariva Sinha

फैट बर्निंग पिल्स- अच्छा नहीं है ये शॉर्टकट

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फैट से फिट तक की सीढ़ी थोड़ी लंबी है, जिसके हर कदम पर मेहनत और सेल्फ कंट्रोल की परीक्षा होती है। हेल्थ और वेलनेस इंडस्ट्री ने वेटलॉस के लिए कई एडवांस रास्ते खोल खोल दिए हैं। जिम के साथ कई तरह के डाइट प्लान भी वेटलॉस में मदद पहुंचाते हैं जैसे इंटरमिटेंट फास्टिंग, प्लांट बेस्ड डाइट, कीटो और पैलियो डाइट, जो इतिहास के पुरापाषाण युग में गुफाअों में रहने वाले इंसानों की डाइट से प्रभावित है। इनके अलावा फिटनेस ट्रैकिंग एप्स और कई तरह के वेट मैनेजमेंट वर्कआउट्स हैं। वेटलॉस से जुड़े हर गोल या टारगेट को पूरा करने के लिए एक हेल्दी रास्ता होता है, लेकिन अब हमारे सामने कई शार्टकट्स हैं। स्लिमिंग क्रीम्स या बेल्ट्स, मोनो डाइट और फैट बर्निंग पिल्स जैसे शॉर्टकट्स का रिजल्ट जल्दी सामने आता है, लेकिन एकदम से वेटलॉस बॉडी के लिए बुरा संकेत है। सोशल प्रेशर में आ कर कई लोग इस तरह की पिल्स लेते हैं। ये पिल्स बेशक कम समय में रिजल्ट देती हैं, लेकिन लंबे समय तक लेने से बॉडी पर इनका बुरा असर होता है। 

कैसे काम करती हैं फैट बर्निंग पिल्स

फैट बर्निंग पिल्स हमारे मेटाबॉलिज्म में गड़बड़ी पैदा करती हैं। बॉडी को हमारे खाने में से फैट एब्जाॅर्ब करने से रोकती हैं। ये पिल्स बॉडी में जा कर हमारे कई अंगों और बॉडी की ग्रोथ पर भी बुरा असर डालती हैं। 

इस तरह की पिल्स की वजह से बॉडी में जरूरी न्यूट्रिएंट्स और फैट सॉल्यूबल विटामिन्स की कमी होने लगती है जैसे विटामिन डी, विटामिन के और विटामिन ई। 

लोगों को फैट बर्निंग पिल्स और ऐसी कई दवाएं काउंटर पर आराम से मिल जाती हैं, लेकिन इन्हें लेने से पहले इनके साइड इफेक्ट को जानना बहुत जरूरी है। दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल की सीनियर एंडोक्राइनोलॉजिस्ट व डाइबिटेलॉजिस्ट डॉ. अलका झा इंटरनेट से दवाअों के बारे में जानकारी ना लेने की सलाह देती हैं। 

पिल्स के साइड इफेक्ट

ऐसी पिल्स में कई बार कुछ ऐसे साॅल्ट्स होते हैं, जिनके बारे में पैकिंग पर या इंटरनेट पर भी जानकारी नहीं होती है। हर पिल का साइड इफेक्ट अलग होता है। विटामिन्स की कमी के अलावा नॉजिया, पेट की समस्याएं, एंग्जाइटी और नींद ना आना इनके आम साइड इफेक्ट हैं। साथ ही ये दवाएं हार्ट और लिवर पर भी बुरा असर करती हैं। लड़कियों में पिल्स के असर से हारमोनल इंबैलेंस हो जाते हैं और कई बार पीरियड्स में भी गड़बड़ी हो सकती है। ये पिल्स पेट में जा कर जैल की तरह लेअर बना देती हैं, जिसकी वजह से भूख नहीं लगती है। 

क्या हैं वेट लॉस के सही तरीके

आमतौर पर किसी तरीके को शुरू करने के 3-4 महीने में 5% वेट लॉस हो, तो इसे सामान्य कहा जा सकता है।

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- कम कैलोरीवाली डाइट ले सकते हैं। 

- प्रोटीन और न्यूट्रिएंट्स में कमी ना करें। 

- सही डाइट और एक्सरसाइज करें। 

- अगर आप ग्रीन टी और कॉफी ले रहे हैं, तो उन्हें एक्सट्रैक्ट के रूप में ना लें। 

- किसी भी डाइट या दवाई को फॉलो करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लें।