Wednesday 25 November 2020 04:45 PM IST : By Nishtha Gandhi

मेरे पास पहनने को कुछ नहीं, इस उलझन से कैसे बचें

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आज ऑफिस में क्या पहनूं? किसी शादी में कैसे जाऊं, कुछ ढंग का पहनने को है ही नहीं, यह हर महिला की परेशानी है। उस पर घरवालों और खासकर पति महाशय का यह ताना कि कपड़ों से अलमारी भरी पड़ी है, फिर भी तुम्हारी शिकायत दूर ही नहीं होती। इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता कि महिलाअों को अपनी अलमारी का कपड़ों से भरा होना एक अजीब सी खुशी देता है। बेशक अलमारी में बंद रहें, पर इन साडि़यों और कुरतों से उनका नाता सा जुड़ जाता है। पर क्या आप जानती हैं कि ये भरी हुई अलमारियां टॉक्सिक वॉर्डरोब कहलाती हैं। कई बार ये इतनी नुकसानदायक होती हैं कि इनकी वजह से आप लेटेस्ट फैशन तो अपना ही नहीं पातीं और दिमाग में कंफ्यूजन भी बनी रहती है। क्या पहनूं, क्या नहीं कि उलझन से निकलना हो, तो पहले खुद से कुछ सवाल पूछें-

1 क्या आप जब कपड़ों से भरी अपनी अलमारी खोलती हैं, तो आपको लगता है कि कुछ भी अच्छा पहनने को नहीं है?

2 क्या 100 में से 80 बार अपनी अलमारी के सिर्फ 20 प्रतिशत कपड़े ही आप पहन पाती हैं?

3 क्या आपकी अलमारी में 5-10 जोड़ी ड्रेसेज ऐसी हैं, जिन्हें आपने पिछले 1-2 सालों में एक बार भी नहीं पहना?

4 कहीं आपके पास ऐसे कपड़ों की भरमार तो नहीं, जो आपके आज के लाइफस्टाइल, जॉब या जहां आप रह रही हैं, उस माहौल को सूट नहीं करते?

5 अलमारी में ऐसी बहुत ड्रेसेज हैं, जो साइज, उम्र, कलर के हिसाब से आपको सूट नहीं करतीं?

6 क्या अलमारी खोलने पर आपका मन इस अपराधबोध से भर जाता है कि आपने कितने बेकार कपड़ों में हजारों रुपए बर्बाद कर दिए हैं?

अगर इनमें से ज्यादातर का जवाब ‘हां है, तो फिर आप टॉक्सिक वॉर्डरोब की समस्या से जूझ रही हैं।

टॉक्सिक वॉर्डरोब कैसे सुधारें

एक छुट्टी अपनी अलमारी में से कपड़े छांटने के नाम करनी होगी। मन में यह जरूर ठान लें कि आप कम से कम अपनी अलमारी में से 20 प्रतिशत जमावड़ा कम करेंगी। सबसे पहले अपने सारे कपड़े बाहर निकालें और फर्श पर इनका ढेर लगा दें। जब तक हर कपड़े को आप खुद अपने हाथों से सहेज नहीं लेंगी, यह काम पूरा नहीं होगा। अगर आपके लिए इस काम को अकेले करना मुश्किल हो रहा हो, तो अपनी किसी सहेली या फैमिली मेंबर की मदद ले सकती हैं।

सबसे पहले उन कपड़ों को अलग करें, जिनका कलर आप पर जरा भी सूट नहीं करता। कई बार हम किसी मैगजीन में देख कर, ऑनलाइन शॉपिंग करते समय मॉडल्स को पहने देख कर या दुकान के बाहर लगी मैनीक्वीन को देख कर कोई ड्रेस खरीद लेते हैं। लेकिन घर आ कर यह लगता है कि यह कलर हम पर अच्छा नहीं लग रहा और फिर वह ड्रेस अलमारी में दबी रह जाती है। याद रखें कि नेवी ब्लू, ऑलिव्स, मैटेलिक ग्रे जैसे शेड्स स्मार्ट तो बहुत लगते हैं, लेकिन इनका इफेक्ट इंडियन स्किन टोन पर अच्छा नहीं आता। ऐसे शेड्स पहनने पर आपका चेहरा डल लगता है और माउथलाइन के आसपास हरा सा कलर रिफ्लेक्ट होने लगता है। जबकि पिंक, रेड, कोरल रेड जैसे कलर्स का रिफ्लेक्शन आपके गालों पर पड़ता है। अगर आपके पास भी कोई ऐसे कलर की ड्रेस हो, तो समझ लीजिए कि आपने उसे एक बार नहीं पहना, तो दोबारा भी नहीं पहनेंगी। इसे कपड़ों के ढेर से हटा कर एक तरफ रख दें।

जो कपड़े टाइट हो गए हों, उन्हें एक तरफ हटा दें। उलटी साइड से देखें कि क्या उनमें मार्जिन है, जिससे उसे आप लूज करवा सकें। अगर नहीं, तो इस ड्रेस को इस उम्मीद से वापस अलमारी में ना रख दें कि आप कभी ना कभी पतली हो ही जाएंगी और फिर यह ड्रेस पहन लेंगी। अगर 6 महीने से ले कर एक साल तक आपने इस ड्रेस को नहीं पहना, तो फिर कभी नहीं पहन पाएंगी।

आजकल फैशन हर सीजन में बदलता है, जाहिर है कि आपने भी बहुत से महंगे कपड़े फैशन ट्रेंड्स को ध्यान में रख कर ही बनवाए होंगे। बेशक उस समय वह ड्रेस बहुत खूबसूरत रही होगी और इसी लालच में आपने इसे संभाल कर रखा होगा। पर इसे कब तक संभाल कर रखेंगी। आउट ऑफ फैशन ड्रेसेज को कपड़ों के ढेर से अलग कर दें।

कुरते और लेगिंग्स के सेट में से कुरता फट चुका है और आपने लेगिंग या चूड़ीदार यह सोच कर रख लिया कि किसी और कुरते के साथ पहनने के काम आएंगे। समझ लीजिए कि यह आपकी सबसे बड़ी गलती है। अगर चूड़ीदार या लेगिंग का रंग फेड हो चुका है, तो जाहिर है कि आप किसी नए कुरते के साथ इसे पहनना नहीं चाहेंगी। यों भी रेडीमेड लेगिंग्स कुछ समय बाद फटने लगती है। इन्हें भी कपड़ों के ढेर से अलग कर दें।

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जो कलर या स्टाइल आज से 5 साल पहले आपको सूट करता था, जरूरी नहीं कि अभी भी आप पर फबे। इस ड्रेस को कपड़ों के ढेर से अलग करने का मन नहीं करता, इस समय खुद से सवाल पूछें कि क्या इसे आप दोबारा पहन पाएंगी। जवाब ना में ही होगा। इस ड्रेस को कपड़ों के ढेर से अलग कर दें।

कपड़ों के ढेर का क्या करें

अब तक आपके पास बेकार कपड़ों का भी एक अच्छा-खासा ढेर तैयार हो चुका होगा। इस ढेर को 3 भागों में बांटें।

पहला ढेर वह, जिसे आप किसी और को पहनने को दे सकती हों। इसमें से जो अच्छे कपड़े आपको टाइट हो चुके हैं, आप पर नहीं फबते, उन्हें किसी और को पहनने को दें। अपनी हाउस हेल्प या किसी एनजीअो को भी इन्हें दे सकती हैं। आजकल रेंट ए ड्रेस का ट्रेंड खूब जोरों पर है। ऐसी कई वेबसाइट्स हैं, जहां आप अपनी महंगी पार्टीवेअर ड्रेसेज किराए पर दे सकती हैं।

दूसरा ढेर उन कपड़ों का बनाएं, जिन्हें आप ऑल्टर करके पहनने लायक बना सकती हों। कुछ कपड़ों को मिक्स एंड मैच भी करें। जैसे कि सीक्वेंसवाले कुरते से फेड हो चुकी सीक्वेंस हटा दें। अकसर पुराने ब्लाउज चेस्ट से टाइट होते हैं, इनमें अगर मार्जिन हो, तो उन्हें फिटिंग करने के लिए टेलर को दे दें, लेकिन अकसर इसकी रीफिटिंग में दिक्कत आती है। कॉटन की पुरानी साड़ियों को काट कर दुपट्टा बना सकती हैं या फिर चिकनकारी के पुराने कुरते को सलवार के बजाय चिकनकारी की वाइट पलाजो के साथ पहन सकती हैं। पुरानी साड़ी में नया बॉर्डर लगवा कर उसे नया लुक दे सकती हैं। लेकिन इस तरह के बदलाव करने से पहले अपने बजट को ध्यान में जरूर रखें और यह भी चेक करें कि कहीं कपड़ा पुराना हो कर गल तो नहीं गया ।

तीसरा ढेर उन कपड़ों का बनाएं, जिनसे आपकी मीठी यादें और इमोशंस जुड़े हैं, जैसे कि शादी की साड़ी, किसी का दिया हुआ गिफ्ट, मां के हाथ से बुना स्वेटर। इस ढेर को वापस अलमारी में रख दें।

बनाएं कुछ वॉर्डरोब रूल्स

अगली बार आपकी अलमारी फिर से आपके लिए उलझन ना बने, इसके लिए कुछ रूल्स पहले से ही तैयार कर लें, जैसे-

जब तक अलमारी में 2 या 2 से कम नयी ड्रेसेज नहीं रह जाएंगी, आप कोई नयी ड्रेस नहीं खरीदेंगी।

कुछ भी चीज खरीदने से पहले सोचेंगी कि वाकई आपको इस ड्रेस या फुटवेअर की जरूरत है। महज शौक पूरा करने के लिए 2 महीने में सिर्फ एक बार ही कुछ खरीदेंगी।

महीने में एक-एक बार अपनी कपड़ों की अलमारी, फुटवेअर और एक्सेसरीज की अलमारी और ड्रॉअर की सफाई जरूर करेंगी।

पुराने कपड़ों को यह सोच कर नहीं सहेजेंगी कि इन्हें कभी ना कभी पहन ही लेंगी। टाइट और आउट ऑफ फैशन कपड़ों का मोह छोड़ देंगी।