Friday 28 April 2023 02:18 PM IST : By Ruby Mohanty

समय से पहले मेनोपॉज क्यों

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प्रश्नः समय से पहले मेनोपॉज होने के पीछे क्या वजह है? किन समस्याओं में अर्ली मेनोपॉज होता है, किन बातों से इसका लिंक है?

उत्तरः मेनोपॉज की सामान्य उम्र 45 से 55 साल के बीच होती है। मेडिकल टर्म में प्री मेच्योर मेनोपॉज की उम्र 40 और इसके नीचे मानी जाती है। वैसे डॉक्टरी राय के मुताबिक पहले महज एक प्रतिशत भारतीय महिलाओं में प्रीमेच्योर मेनोपॉज के मामले होते थे। लेकिन अब इनकी संख्या कुछ बढ़ने लगी है। इसकी मुख्य वजह है कि कई महिलाओं में आनुवांशिक तौर पर समय से पहले मेनोपॉज हो जाता है, पर कई बार ओवरी की सर्जरी हुई है, कोई बीमारी हुई है, जो एग बनने की कैपिसिटी पर नेगेटिव असर करती है। क्योंकि ओवरी में लिमिटेड एग्स होते हैं, इसीलिए जिस महिला के जितनी
जल्दी पीरियड्स शुरू होते हैं, मेनोपॉज भी उतनी ही जल्दी होता है। आजकल देखा गया है कि खराब लाइफस्टाइल की वजह से जल्दी पीरियड्स हो रहे हैं। इसीलिए अर्ली मेनोपॉज भी हो रहा है।

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प्रश्नः जिनकी शादी नहीं हुई है, क्या उनमें अर्ली मेनोपॉज हो जाता है? मेनोपॉज के लक्षण क्या हैं?

उत्तरः अर्ली मेनोपॉज का शादी नहीं करने से कोई प्रत्यक्ष संबंध नहीं है। चाहे प्री मेनोपॉज हो या सामान्य समय पर मेनोपॉज, दोनों ही समय में एक ही तरह के लक्षण होते हैं, जैसे हॉट फ्लैशेज होना, चिड़चिड़ाहट होना, पीरियड्स का अनियमित होना, शरीर में कमजोरी लगना, सेक्सुअल लाइफ के प्रति अनिच्छा, वेजाइना में ड्राईनेस होना।

प्रश्नः अर्ली मेनोपॉज होने से शरीर में उसके क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं। क्या कैंसर की संभावना बढ़ जाती है?

उत्तरः मेनाेपॉज का कैंसर से कोई ताल्लुक नहीं है। क्योंकि ओवरी जो इस्ट्रोजन हारमोन्स रिलीज करती है, इसका कनेक्शन बोन हेल्थ और कार्डिएक हेल्थ से होता है। अर्ली मेनोपॉज होने से बोन डेंसिटी कम होना और कार्डिएक हेल्थ पर फर्क आना तय बात है। इसीलिए अर्ली मेनोपॉज में हारमोन्स रिप्लेसमेंट के लाभ को देखते हुए इसे समय पर लेने की सलाह दी जाती है।

प्रश्नः अर्ली मेनोपॉज में पति के साथ संबंध में क्या असर पड़ता है? क्या उनकी सेक्सुएल लाइफ डिस्टर्ब हो जाती है?

उत्तरः चूंकि शरीर में इस्ट्रोजन की कमी की वजह से वेजाइना में ड्राईनेस हो जाती है, सेक्सुअल इच्छा कम हो जाती है। इसीलिए अर्ली मेनोपॉज की वजह से सेक्सुअल डिजायर कम हो जाती है। इसके लिए ट्रीटमेंट होते हैं। 40 वर्ष से कम उम्र में हारमोनल ट्रीटमेंट किया जाता है, जिससे वेजाइनल ड्राईनेस को भी कम किया जाता है और सेक्सुअल इच्छा भी सामान्य होती है।

प्रश्नः अर्ली मेनोपॉज को डिले करने के लिए महिलाएं खुद क्या कोशिश कर सकती हैं? क्या यह उनके हाथ में है?

उत्तरः जो अर्ली मेनोपॉज आनुवंशिक है, उसे रोकना या उसका ट्रीटमेंट करना संभव नहीं है। पर अर्ली मेनोपॉज को रोकने के लिए हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाने की जरूरत है। युवा महिलाओं में ओवेरियन सर्जरी को एवॉयड किया जाता है, जिससे अर्ली मेनोपॉज की परेशानी ना हो।

प्रश्नः क्या रोजमर्रा के तनाव अर्ली मेनोपॉज को बढ़ावा देते हैं?

उत्तरः अर्ली मेनोपॉज के कुछ कारण होते हैं, कुछ को ऑटो इम्यून डिजीज होते हैं, किसी कैंसर थेरैपी या रेडियाे थेरैपी की वजह से ओवरी का फंक्शन खत्म हो गया हो या अोवरी रिमूव कर दी गयी हो, या किसी और कारण से भी हो सकता है। पर तनाव प्रत्यक्ष रूप से अर्ली मेनोपॉज की वजह नहीं हो सकता। यह जरूर है कि अगर आपकी लाइफस्टाइल ठीक नहीं हो, तो मेनोपॉज के लक्षण बढ़ सकते हैं। हेल्दी लाइफस्टाइल मेंटेन रखें, जिसमें स्क्रीन टाइम कम रहना चाहिए। बीएमआई सही रहे, इस बात का भी ध्यान रखें। रेगलुर एक्सरसाइज करें। अल्कोहल और स्मोकिंग से दूर रहें। इससे भी मेनोपॉज के लक्षण कम हो जाएंगे और परेशानी नहीं होगी।

प्रश्नः क्या खानपान और अनिद्रा अर्ली मेनोपॉज को बढ़ावा देते हैं? महिलाओं को क्या एहतियात बरतने चाहिए?

उत्तरः डॉक्टर की सलाह पर नेचुरल हारमोन्स रिप्लेसमेंट थेरैपी ले सकती हैं। बहत सारे फल-सब्जियां, जिसमें फाइटोइस्ट्रोजन होता है, उनको खाने से नेचुरल इस्ट्रोजन मिलता है। सोया प्रोडक्ट, विटामिन सी देते हैं। प्रिमरोज ऑइल लेने से काफी हद तक मेनोपॉज के लक्षण कम हो जाते हैं और कम परेशान करते हैं।

प्रश्नः क्या अच्छी सेक्सुअल लाइफ अर्ली मेनोपॉज को डिले कर सकती है?

उत्तरः मेनोपॉज के लक्षण हैं, जिसमें हारमोन कम होने की वजह से हॉट फ्लैशेज, टेंशन, एंग्जाइटी, डिप्रेशन जैसे लक्षण होने लगते हैं, जिससे सेक्सुअल लाइफ पर असर पड़ सकता है। दूसरी तरफ अगर सेक्सुअल लाइफ हेल्दी नहीं है, तो मेनोपॉज के सारे लक्षण उभर जाते हैं।

प्रश्नः क्या एचआरटी लेना अर्ली मेनोपॉज को डिले कर सकता हैं? नेचुरल एचआरटी कब लिया जा सकता है?

उत्तरः कुछ खराब आदतें जैसे स्मोकिंग, अल्कोहल की आदत ओवरी के प्रीमेच्योर मेनोपॉज का बड़ा कारण है। जो बिना डॉक्टरी सलाह से इन्फर्टिलिटी का ट्रीटमेंट लेते हैं और इसे महीने दर महीने लेते रहते हैं, उसकी वजह से भी अर्ली मेनोपॉज हो जाता है।

प्रश्नः क्या पीसीओडी, डाइबिटीज और थायराॅइड अर्ली मेनोपॉज को बढ़ावा देते हैं?

उत्तरः ये सब हारमोन्स में असंतुलन से जुड़ी बीमारियां हैं। एंडोक्राइन हारमोन्स का संतुलन बिगड़ जाने से कई बार बीएमआई बढ़ जाता है। पीसीओडी में मेल हारमोन्स बढ़ जाते हैं, इसीलिए जिन्हें पीसीओडी होता है, उन्हें इन्फर्टिलिटी ट्रीटमेंट की ज्यादा जरूरत पड़ती है। एग बनने की दवा बार-बार दी जाती है। इसीलिए पीसीओडी में अर्ली मेनोपॉज हो सकती है।

प्रश्नः किन बातों का खयाल रखें, जिससे अर्ली मेनोपॉज डिले हो सके? कोई खाना, कोई खास योग या व्यायाम की आप सलाह दे सकती हैं?

उत्तरः नेचुरल मेनोपॉज आसानी से हैंडल किया जा सकता है। अगर आपकी लाइफ एक्टिव है, आपने खुद को अच्छे कामों में व्यस्त रखा हुआ है, अगर आप जल्दी उठते, जल्दी सोते हैं, समय पर व्यायाम करते हैं और अपनी डाइट का ध्यान रखते हैं, तो मेनोपॉज भी समय पर होगा। जब मेनोपॉज की उम्र करीब आती है, कैल्शियम की कमी होना शुरू हो जाती है, फाइटाेइस्ट्रोजन, विटामिन ई, प्रिमरोज ऑइल की जरूरत बढ़ जाती है। ब्रेन को एक्टिव करने के लिए योग और मांसपेशियों को अच्छा रखने के लिए स्ट्रेंथनिंग एक्सरसाइज करें। मेनोपॉज शरीर की एक सामान्य प्रक्रिया है। अगर इसके सामान्य लक्षण नहीं दिखते हैं, तो परेशानी हो सकती है। बेहतर होगा कि समय रहते स्त्री रोग विशेषज्ञ से सलाह लें। योग और सही खाना भी मेनोपॉज को आसान बना देता है। खुश रहने की कोशिश करें।