Wednesday 31 March 2021 12:46 PM IST : By Nisha Sinha

पीरियड्स शुरू होने से पहले क्यों होता है हाल बेहाल

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कहते हैं पीएमएस यानी प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के 150 से भी ज्यादा लक्षण होते हैं। इसका युवतियों के मन और तन दोनों पर असर होता है। नोएडा स्थित मदरहुड अस्पताल में सलाहकार प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. संदीप चड्ढा के अनुसार पेट का निचला हिस्सा फूल जाता है, ब्रेस्ट नाजुक हो जाते हैं, कील-मुंहासे हो जाते हैं। कब्ज, सिर दर्द, थकान, मूड स्विंग्स, उदासी और चिड़चिड़ापन, अकेले रहने का मन करना और जरा सी बात पर रुलाई फूट पड़ना आदि भी इसके लक्षण हैं। इन दिनों फूड क्रेविंग को कंट्रोल में रखें और इमोशनल ईटिंग से बचें।

तन होगा फिट

डॉक्टर यह मानते हैं कि पीएमएस के लक्षणों से उतना फर्क नहीं पड़ता, जितना इस बात का कि वे किस शक्ल में उभरते हैं। हर महीने पीरियड्स आने से एक या 2 हफ्ते पहले से गुस्सा आना शुरू हो जाए, तो इस बात पर गौर करें। आपका ऐसा मूड कुछ दिनों तक इसी तरह बना रहे और पीरियड्स शुरू होने के बाद आप बेहतर महसूस करें, तो इसका मतलब है कि आप पीएमएस के दौर से गुजर रही हैं। डॉक्टर सलाह देते हैं कि ऐसी समस्याओं में होम्योपैथी की दवा मददगार हो सकती हैं। नेचुरोपैथ और योग एक्सपर्ट डॉ. अंजलि शर्मा के अनुसार पीएमएस की परेशानियों को महिलाएं थोड़ी कोशिश से कम कर सकती हैं-

खाने में अखरोट, अलसी, तिल का प्रयोग करें, इनमें मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड फायदा पहुंचाएगा। डाइट में सब्जियां और मौसमी फल जरूर शामिल करें।

हारमोनल बैलेंस के लिए नेचुरोपैथ एक्सपर्ट की मदद से वॉटर थेरैपी, हिप या टब बाथ लें। पेल्विक मसल्स व पेट के निचले हिस्से पर अच्छा असर होगा।

तितली, चक्की चालन व मंडूक और सूर्य नमस्कार जैसे आसन भी शरीर पर पॉजिटिव असर डालते हैं। तनाव से बचने के लिए दिन में करीब 10 मिनट अनुलोम-विलोम और नाड़ीशोधन करें।

फास्टिंग थेरैपी अपना सकती हैं। यह किसी नेचुरोपैथ की मदद से कच्ची फल, सब्जियों और जूस से किया जाता है।

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उपविष्ठ कोणासन

‘योगा फॉर अ हेल्दी मेंस्ट्रुअल साइकिल’ की सह लेखिका पैट्रिशिया वाल्डन के अनुसार उपविष्ठ कोणासन करने से पेल्विस के हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है। भावनाओं में हो रहे उतार-चढ़ाव पर नियंत्रण रखता है।

मन को मिलेगा आराम

साइकोलॉजिस्ट शिवानी मिसरी साधू के अनुसार इन दिनों शरीर में भारीपन महसूस होता है। मूड का बदलना जैसे सुबह खुश नजर आनेवाली युवती थोड़ी देर बाद बिना किसी बात के गुस्सा हो जाए। कुछ युवतियां उदासी के कारण निराशा का अनुभव करती हैं। इससे बचने के लिए सप्ताह में हर रोज 30 मिनट का समय एक्सरसाइज के लिए निकालें। संभव हो, तो अपने आसपास के पार्क में वॉक कर लें। घर से बाहर नहीं निकल रही हैं, तो छत पर ही घूम लें। ऐसा करने से अच्छा महसूस होगा और उदासी और चिंता जैसे मानसिक उतार-चढ़ाव नहीं होंगे।

पीरियड्स शुरू होने के एक सप्ताह पहले से ही हर रात को 7 से 8 घंटे की नींद लें। अगर महसूस हो कि पीएमएस के लक्षण पीरियड्स शुरू होने के 15 दिन पहले दिखने लगते हैं, तो आप उसी अनुसार रात की अच्छी और गहरी नींद लेना शुरू कर दें।