रात को ब्रा पहन कर सोएं या नहीं, यह युवतियों के लिए हमेशा से कंफ्यूजन का विषय रहा है। जिनकी हेवी बस्ट लाइन होती है, उन्हें रात को भी ब्रा पहन कर सोने की जरूरत होती है। जबकि छोटे बस्ट लाइन की युवतियों के साथ यह परेशानी नहीं होती। सही फिटिंग की ब्रा पहनने पर ब्रेस्ट को अच्छा सपोर्ट मिलता है, रीढ़ की हड्डी पर ज्यादा प्रेशर भी नहीं पड़ता और पोस्चर भी सही रहता है। ब्रा से मिलने वाले लाभ को देखते हुए कई महिलाएं रात को भी इसे पहन कर सोना चाहती हैं। पर सवाल यह है कि क्या सोते समय ब्रा पहनना सही है?
फोर्टिस मेमोरियल रिसर्च इंस्टिट्यूट के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी डिपार्टमेंट के डाइरेक्टर डॉ. निरंजन नायक बताते हैं कि अंडरवायर ब्रा ही नहीं, बल्कि कोई भी टाइट ब्रा सोते समय पहनना ब्रेस्ट के लिए सही नहीं है। इससे ब्रेस्ट की मसल्स का ब्लड सर्कुलेशन रुक जाता है। सुबह उठने पर ब्रेस्ट के निचले हिस्से पर दाग सा दिखायी पड़ता है। हालांकि यह कैंसर का कारण है या नहीं, यह शोध का विषय है।

2014 में अमेरिका में नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट द्वारा ब्रा से सेहत को ले कर 1000 ब्रेस्ट कैंसर की मरीज और 500 सामान्य महिलाओं पर शोध हुआ। नतीजे में यह सामने आया कि रात में किसी भी तरह की ब्रा पहन कर सोने से कैंसर का कोई खतरा नहीं होता। टाइट ब्रा पहनने से स्लीपिंग पैटर्न में थोड़ी दिक्कत हो सकती है, लेकिन ब्रेस्ट कैंसर रिस्क बिलकुल भी नहीं है।
ब्रेस्ट की टोनिंग
एक्सपर्ट मानते हैं कि ब्रेस्ट की टोनिंग के लिए हमेशा ब्रा पहनने की जरूरत नहीं, बल्कि एक्सरसाइज जरूरी है। रोज कम से कम 1/2 घंटे तक एक्सरसाइज करें। डॉ. नायक कहते हैं कि एक्सरसाइज ब्रेस्ट की टोनिंग के लिए फायदेमंद है। एक्सरसाइज से शरीर में एंडोर्फिन नाम का केमिकल रिलीज होता है, जो आपको खुश रखता है। बढ़ती उम्र में हारमोन्स में बदलाव और मां बनने के बाद ब्रेस्ट फीडिंग कराने की वजह से ब्रेस्ट ढीले पड़ जाते हैं। कई महिलाओं में ब्रेस्ट फीड कराने के बाद भी कसावट बनी रहती है। जैसे रात को मेकअप रिमूव करके सोती हैं, वैसे ही रात को ब्रा उतार कर सोएं, तो बेहतर होगा। रातभर ब्रेस्ट की त्वचा सांस ले सकेगी।
ब्रा से जुड़े मिथ और फैक्ट्स
सिडनी रोज सिंगर और सोमा ग्रिस माइजर के नॉवल ‘ड्रेस्ड टू किल’ की मुख्य नायिका को अंडरवायर ब्रा पहनने पर कैंसर हो जाता है। इस उपन्यास के प्रकाशन के बाद अंडरवायर ब्रा को ले कर मिथक जुड़ने लगे कि इससे कैंसर हो जाता है, जबकि ऐसा नहीं है। इस तरह की ब्रा पहनने पर ब्रेस्ट का टेंपरेचर शरीर के हिस्सों की तुलना में बढ़ जाता है। अंडरवायर, पैडेड ब्रा, ब्लैक ब्रा पहनने से भी ब्रेस्ट के टेंपरेचर में अंतर देखा गया है। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि ब्लैक ब्रा पहनने पर ब्रेस्ट का एजिंग प्रोसेस जल्दी शुरू हो सकता है। पर इन विषयों पर शोध होने के बावजूद अभी तक कुछ स्पष्ट नहीं हुआ है।

जीन डेनिस रोइलोन स्पोर्ट्स साइंस एक्सपर्ट युनिवर्सिटी बेसानकॉन, फ्रांस के शोधकर्ता अपने 15 साल के शोध के बाद इस नतीजे पर पहुंचे कि रात को सोते समय ब्रा पहनने से ब्रेस्ट ढीले नहीं होंगे, लेकिन इसका कोई ठोस सबूत नहीं है। अंडरवायर ब्रा ही नहीं, बल्कि कोई भी ब्रा काफी कसी हुई होगी, तो ब्रेस्ट पर बुरा असर छोड़ेगी।
सही ब्रा की पहचान कैसे करें
ब्रा ज्यादा कसी हुई है या सामान्य है, इसके लिए 2 उंगलियां ब्रा के स्ट्रेप के अंदर डाल कर देखें। अगर आप ऐसा कर पाती हैं, तो इसका मतलब है कि ब्रा कसी हुई नहीं है। आप इस बात का ध्यान रखें कि ब्रा पहनने के बाद ब्रेस्ट जरूरत से ज्यादा कसावट ना महसूस करे। अगर आपको पेट के बल सोने की आदत है, तो यह और भी जरूरी हो जाता है कि जरूरत से ज्यादा कसी हुई ब्रा ना हो। जिन युवतियों की हेवी बस्टलाइन है, वे सीमलेसऔर वायरलेस कॉटन ब्रा पहन सकती हैं। कॉटन फैब्रिक हवादार होने की वजह से लाइट महसूस होता है। बहुत टाइट ब्रा से ब्रेस्ट के टिशूज को भी नुकसान पहुंचता है। अंडरवायर ब्रा ब्रेस्ट के लचीलेपन के साथ तालमेल नहीं बैठा पाती। इससे स्टिफनेस महसूस होती है। ब्रा की अच्छी फिटिंग ना होने पर ब्रेस्ट पर बुरा असर पड़ता है।
ब्रा कब बदलें कब धोएं
ब्रा को कब तक इस्तेमाल करें। हर 6 महीने और एक साल के अंदर पुरानी ब्रा को नयी ब्रा से रिप्लेस करें। घंटों तक लगातार ब्रा पहने रखने से स्किन के पोर्स बंद कर हो जाते हैं, जिससे लिंफ सिस्टम (लसिका प्रणाली) पर बुरा असर पड़ता है। वहां टॉक्सिंस जमा होने की वजह से ब्रेस्ट कैंसर के खतरे बढ़ सकते हैं। ब्रा सही फिटिंग की और अच्छे इलास्टिकवाली होनी चाहिए। ढीली ब्रा पहनने से ब्रेस्ट को कोई सपोर्ट नहीं मिलता। शरीर के पोस्चर पर भी बुरा असर पड़ता है। 6 घंटे से ज्यादा अंडरवायर ब्रा पहनने से रैशेज की समस्या हो जाती है। एक ही टाइप की ब्रा रोज पहनना सही नहीं है। डिजाइनर या अंडरवायर ब्रा को रोज धोना जरूरी नहीं है। ब्रा धोना इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे कितनी बार इस्तेमाल करती हैं। लगातार 2 दिनों तक 4-6 घंटे के लिए एक ही ब्रा पहन रही हैं, तो इसे धोना जरूरी है। अच्छा होगा कि 2-3 टाइप की ब्रा रोटेशन में पहनें और पहनने के बाद हमेशा धोएं। ब्रा को लिक्विड डिटरजेंट से धोना बेहतर है। इसे वॉशिंग मशीन में ना धोएं। ब्रा को नहीं धोने वजह से ब्रेस्ट की स्किन और निप्पल पर फंगल इन्फेक्शन का खतरा बना रहता है। निप्पल और ब्रेस्ट में खुजली इसी की वजह से होती है।

एक्सरसाइज से होगी ब्रेस्ट की टोनिंग
हमेशा ब्रा पहनने से नहीं, बल्कि एक्सरसाइज से ब्रा के मसल्स की टोनिंग होती है। सूर्य नमस्कार जैसा स्ट्रेचिंग योग भी काफी फायदेमंद है। स्पोर्ट्स ब्रा पहने बगैर कभी एक्सरसारइज या योग ना करें, वरना ब्रेस्ट पेन की परेशानी होगी।