1 सूंघने की कमजोर शक्ति: बड़ी उम्र के वे लोग, जो केला, नीबू, दालचीनी और तेज खुशबू वाली चीजों की गंध नहीं पहचान पाते, उन्हें पार्किंसन होने का खतरा ज्यादा रहता है। इस बीमारी से बचने के लिए फिश ऑइल सप्लीमेंट, अोमेगा-3 फैटी एसिड्स अपनी डाइट में शामिल करें। इससे आपके दिमाग में पार्किंसन के जिम्मेदार टॉक्सिक कंपाउंड एमपीटीपी से लड़ने की क्षमताएं विकसित होंगी।
2 उंगलियों की लंबाई: वे महिलाएं जिनकी तर्जनी उंगली रिंग फिंगर से छोटी होती है, उनमें घुटनों के दर्द का खतरा दोगुना होता है। घुटनों की स्ट्रेंथ बढ़ाने के लिए जब भी समय मिले, तो हर पांव को बारी-बारी से 5-10 सेकेंड के लिए सीधा करके रखें।
3 छोटा कद: जिन महिलाअों का कद 5 फुट 2 इंच से छोटा होता है, उनके जींस में कुछ खास बदलाव होते हैं, जिसकी वजह से वे लंबी जिंदगी नहीं जी पातीं। ऐसी महिलाएं शराब, सिगरेट और मीट से परहेज करें।
4 छोटी बांहें: एक अध्ययन में पाया गया कि छोटी बांहों वाली महिलाअों में लंबी बांहों वाली महिलाअों के मुकाबले अल्जाइमर का खतरा डेढ़ गुना ज्यादा होता है। इससे बचने के लिए पेंटिंग और पॉटरी जैसी कोई हॉबी अपनाएं, जिससे दिमाग सक्रिय रहे।
5 छोटी टांगें: वे महिलाएं, जिनकी टांगें छोटी होती हैं, उनके शरीर में लिवर की बीमारी पैदा करने वाले 4 एंजाइम्स की अधिकता पायी जाती है। इससे बचने के लिए उन चीजों से दूर रहें, जिनसे शरीर में टॉक्सिंस इकट्ठे हों।