Monday 17 February 2020 12:25 PM IST : By Nishtha Gandhi

मारवाड़ की शाही अदा जोधपुर

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राजस्थान का दूसरा सबसे बड़ा शहर जोधपुर ब्लू सिटी के नाम से मशहूर है। यहां के किले, महल, मंदिर अौर हवेलियों के अलावा अाम घर भी अापको नीले रंग से रंगे हुए दिखायी देंगे। अाधुनिक कलेवर में रंगा हुअा जोधपुर जिस नफासत से अापका स्वागत करेगा, वह अाधुनिकता अौर परंपरा का अनूठा उदाहरण नजर अाएगा। राजस्थान का हर शहर भव्य, राजसी ठाठबाट की जीती जागती मिसाल है। यह देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा की विदेशी मुंडे निक जोंस के साथ शादी का डेस्टिनेशन बना। जिस तड़क-भड़क अौर शोरशराबे के साथ निकयांका यानी निक अौर प्रियंका ने जोधपुर में ब्याह रचाया, उसके बाद से ना सिर्फ देसी बल्कि विदेशी पर्यटकों के बीच भी जोधपुर घूमने का चाव भी बढ़ गया है।

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उमेद भवन पैलेस ः राजस्थानी विरासत की पहचान है उमेद भवन पैलेस। हालांकि इसे लोकप्रिय होने के लिए किसी सेलेब्रिटी की शादी के सहारे की जरूरत नहीं है, क्योंकि यह विश्व 6 सबसे बड़े महलों में से एक है। 20वीं शताब्दी में बना यह भारत का अाखिरी शाही महल है, जिसे जोधपुर के राजा उमेद सिंह ने सूखे के दौरान अपनी प्रजा को रोजगार देने के इरादे से बनवाया था। फिलहाल इसका कुछ हिस्सा ताज होटल ग्रुप के पास है, जिन्होंने इसे एक बेहतरीन लग्जरी होटल में तब्दील कर दिया है। महल के बाकी भाग में महाराज गज सिंह अौर उनका परिवार अाज भी रहता है। यहां के म्यूजियम में अाप शाही परिवार अौर राजस्थान की एंटीक अौर कीमती वस्तुएं, ज्वेलरी, पेंटिंग्स देख सकते हैं। साल 2016 में हुए एक सर्वें में ताज उमेद भवन पैलेस को दुनिया का सबसे अच्छा होटल माना गया है। यहां के वेडिंग वेन्यू में एक रात का खर्च 43 लाख रुपए है। इस पैलेस को बनाने में उन्हीं पत्थरों को इस्तेमाल किया गया है, जो अागरा के ताजमहल में लगे हैं।  कहना गलत ना होगा कि जोधपुर जाने की एक वजह उमेद भवन पैलेस ही है।

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मेहरानगढ़ फोर्ट ः मेहरानगढ़ फोर्ट जोधपुर की अान-बान अौर शान है। 125 मीटर ऊंचाई पर सिर ऊंचा करके खड़ा है मेहरानगढ़, जिसके सीने पर अाप जयपुर की सेनाअों द्वारा दागे गए तोप के गोलों के निशान अाज भी देख सकते हैं। खूबसूरत मेहराबें, झालरदार खिड़कियां, दीवारों पर नक्काशी लाजवाब है। मोती महल, शीश महल अौर फूल महल की सुंदरता देख कर एक बार तो मन में अफसोस अाता है कि हम उस जमाने में क्यों ना पैदा हुए, जब वास्तुकारों अौर कलाकारों का सौंदर्यबोध अपने चरम पर था, जब पत्थरों में भी कुशल कारीगरों के हाथ जान फूंक देते थे। विशाल भव्य किले अौर महल बिना किसी कंप्यूटर अौर बिना किसी मशीन के इस कुशलता के साथ खड़े कर दिए गए, कि सदियों बीत जाने पर भी वक्त के थपेड़ों से अछूते खड़े हैं। यहीं पर शाही परिवार की इष्ट देवी चामुंडी माता का मंदिर भी है।
किले से नीचे उतरते ही अाप चोखेलो बाग में पहुंच सकते हैं। मारवाड़ी शैली में बने इस बाग को अब बॉटेनिकल म्यूजियम में बदल दिया गया है। रात को यहां का नजारा ही बदल जाता है। जीवनभर याद रह जानेवाला रोमानी अनुभव है चोखेलो बाग।
रानीसर पद्मसर ः फतेह पोल के पास दो झीलें साथ-साथ बनी हुई हैं। इन्हें 1459 में बनाया गया था। शाही परिवार की िस्त्रयों द्वारा ये दोनों झीलें बनवायी गयी थीं, जिनके नाम पर इन झीलों का नाम पड़ा।

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जसवंत थड़ा ः जोधपुर के राजा जसवंत सिंह की याद में इसे बनवाया गया था, जो अाज यहां के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक है। यहां पर एक म्यूजियम भी है अौर अब यहां के खुले प्रांगण में म्यूजिक फेस्टिवल का अायोजन किया जाता है।
घंटाघर ः यह जोधपुर की पहचान है। सदर बाजार के बीचोंबीच एक ऊंची मीनार पर बड़ी सी घड़ी लगी हुई है। जोधपुर का सदर बाजार वहां के मुख्य बाजारों में से एक है। यहां अापको कपड़े, मिट्टी के खिलौने, हाथी-घोड़े, संगमरमर के काम की वस्तुएं अौर चांदी के गहने मिल जाएंगे। इसी तरह शास्त्री सर्कल का नजारा भी फव्वारों अौर लाइटों से जगमगाने के बाद रात को सुंदर लगता है।

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महामंदिर ः मंडोर रोड पर स्थित यह मंदिर राजपूती वास्तुकला का अदभुत नमूना है। 84 खंभों पर स्थित इस मंदिर में अापको योग की विभिन्न मुद्राएं देखने को मिलेंगी।
सरदार समंद लेक अौर पैलेस ः महाराजा उमेद सिंह ने शिकारगाह के रूप में इस महल का निर्माण करवाया था। यहां पर अाप कई प्रवासी पक्षी भी देख सकते हैं।


मसूरिया हिल्स ः मसूरिया हिल्स से अाप पूरे शहर का विहंगम दृश्य देख सकते हैं। यहां मसूरिया गार्डन बना हुअा है। यह राजस्थान के तीन सबसे प्रसिद्ध अौर सुंदर बगीचों में से एक है। जोधपुर जाने पर यहां जरूर जाएं।

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जोधपुर से यादगार के तौर पर अाप बहुत सी चीजें ला सकते हैं, जैसे घर सजाने के लिए सुंदर रंगबिरंगे हाथी-घोड़े, राजस्थानी चुनरी, बंधेज के सूट या साड़ी, हैंडलूम कॉटन की बेडशीट, लाख की चूिड़यां, चांदी के गहने, मोजरी, मथानिया लाल मिर्च अादि। थक जाएं, तो काचरा मिर्चा सब्जी, राब, बाजरे का सोगरा, लपसी, चांदलिया सब्जी, पंचकुटा, सेव टमाटर की सब्जी, मखनिया लस्सी अौर मिर्ची वड़ा खाना ना भूलें। गुलाब जामुन की सब्जी अौर काजू द्रक्ष की सब्जी का अनोखा स्वाद जीवनभर अापकी जबान पर रहेगा।