Tuesday 17 May 2022 04:03 PM IST : By Vanita

कोविड से दूरी के लिए मास्क है जरूरी

Flue outbreak

कोविड-19 फैलने के पीछे एक मुख्य कारण होता है लोगों की लापरवाही; हालांकि तीसरी लहर बीत गई है, लेकिन हमें मास्क पहनना बंद नहीं करना चाहिए। महामारी की शुरूआत के बाद से हाइजीन पर विशेष ज़ोर दिया गया है और लोग हाइजीन के लिए सुरक्षित आदतों को अपनाने लगे हैं।

कोविड के प्रसार को रोकने के लिए मास्क पहनना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यही वायरस कोविड-19 का मुख्य कारण है। अब अपने साथ एन95/ एफएफपी2एस मास्क रखना लोगों की आदत बन चुकी है, लेकिन मास्क के प्रति कैज़ुअल व्यवहार भी देखा गया है। हाल ही में सैवलॉन स्वस्थ इंडिया मिशन द्वारा यूगव के सहयोग से हाइजीन पर किए गए अध्ययन में पाया गया कि सर्वे में हिस्सा लेने वाले 65 फीसदी लोग मास्क पहनते हैं और अपनी हाइजीन को बनाए रखने के लिए इसे जारी रखना चाहते हैं। ’’

यह इस बात की भी पुष्टि करता है कि घर और काम के बीच तालमेल बनाने की कोशिश में एन95/एफएफपी2एस मास्क गायब होने लगे हैं। अब सार्वजनिक स्थलों और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर ये मास्क कम दिखाई देते हैं। एक अच्छी फिटिंग वाला मास्क पहनना बहुत ज़रूरी है जो आपको सुरक्षित रख सके। फिट मास्क आपको और दूसरे लोगों को इन्फेक्शन से सुरक्षित रखता है। 

मास्क पहनना क्यों ज़रूरी है

महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। हालांकि तीसरी लहर बीत गई है, लेकिन पिछले कुछ सप्ताहों से ओमीक्रॉन हाइब्रिड स्ट्रेन एक्सई तेज़ी से फैल रहा है। वैज्ञानिक इसके स्वभाव को समझने की कोशिश में जुटे हैं और ज़रूरी ऐहतियात बरत रहे हैं ताकि कोविड की एक ओर लहर को फैलने से रोका जा सके। चिकित्सा विशेषज्ञों ने एक बार फिर से सलाह दी है कि एन95 या एफएफपी2 एस मास्क कोविड-19 वायरस से सुरक्षित रखने में कारगर हैं, क्योंकि ये एयरबोर्न ड्रॉपलेट्स से सुरक्षा देते हैं और 94 से 95 फीदी तक पार्टीकल्स को फिल्टर करते हैं(0.3 माइक्रोन या इससे अधिक आकार के)। ये मास्क साधारण कपड़े या सर्जिकल मास्क की तुलना में ज़्यादा सुरक्षा देते हैं, क्योंकि ये चेहरे पर अच्छी तरह फिट हो जाते हैं। इनका डिज़ाइन एयरबोर्न पार्टीकल्स को फिल्टर करने में बेहद कारगर है। ये मास्क इलेक्ट्रोस्टेटिकली चार्ज्ड मेल्ट ब्लोन फिल्टर्स से बने होते हैं, जो कपड़े के मास्क की तुलना में बेहतर फिल्ट्रेशन देते हैं। 

हानिकारक प्रदूषकों से सुरक्षाः विशेषज्ञों के अनुसार, दुनिया के सबसे ज़्यादा प्रदूषित 30 में से 22 शहर भारत में हैं, जहां ज़हरीली हवा के कारण हर साल एक मिलियन लोग मौत का शिकार हो जाते हैं  (दिल्ली, एनसीआर, मुंबई, बैंगलोर और कोलकाता के आंकड़ों पर नज़र डालें)। हमने महामारी के दौरान घर से बाहर जाते समय मास्क पहनने की आदत बना ली है, आने वाले समय में प्रदूषण से बचने के लिए हमें इस आदत को जारी रखना चाहिए। क्योंकि हवा में मौजूदा प्रदूषण के कण बेहद हानिकारक है, खासतौर पर ये अस्थमा जैसे मरीज़ों के लिए बेहद खतरनाक हो सकते हैं। इसलिए ऐसा मास्क चुनें जो आपको प्रदूषण से सुरक्षित रख सके। कपड़े का मास्क या आम मेडिकल मास्क आपको इन खतरनाक प्रदूषण के कणों से सुरक्षा नहीं दे सकता। 

कुल मिलाकर हाइजीन की अच्छी आदतों और मास्क पहननेके उचित तरीकों को अपनाकर आप कोविड-19 इन्फेक्शन से सुरक्षित रह सकते हैं। साथ ही भौतिक दूरी बनाए रखना, हाथ धोना जैसी आदतें भी महामारी को नियन्त्रित रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं। जैसा कि कहा भी गया है, हाइजीन सही तो हेल्थ सही!