धनतेरस दीवाली का पहला दिन है और इसे नए बरतन और आभूषण खरीदने के लिए बहुत शुभ दिन माना जाता है। इस दिन लोग चिकित्सा और स्वास्थ्य के देवता भगवान धन्वंतरि की पूजा करते हैं। इस दिन पूजा का मुहूर्त शाम 6:30 बजे से रात 8:12 बजे तक रहेगा।
धनतेरस पूजा विधिः धनतेरस पर भगवान धन्वंतरि, देवी लक्ष्मी एवं कुबेर देव की कृपा प्राप्त करने के लिए पूजा इस प्रकार करें-
- धनतेरस पर संध्या के समय शुभ मुहूर्त में उत्तर दिशा की तरफ देव कुबेर और भगवान धन्वंतरि की स्थापना करें।
- इन्हीं के साथ माता लक्ष्मी एवं श्री गणेश की भी मूर्ति या चित्र को स्थापित करना चाहिए।
- इसके बाद दीपक प्रज्वलित करें और विधिवत पूजन प्रारंभ करें।
- सभी देवी-देवताओं को तिलक करने के बाद पुष्प, फल आदि अर्पित करें।
- अब कुबेर देवता को सफेद मिठाई और धन्वंतरि देव को पीली मिठाई का प्रसाद के रूप में भोग लगाएं।
- इस पूजा के दौरान ऊं ह्रीं कुबेराय नमः मंत्र का जाप करते रहें।
- भगवान धन्वंतरि को प्रसन्न करने के लिए धनतेरस पर धन्वंतरि स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
धनतेरस की पूजा में जरूर चढ़ाएं इन चीजों का भोग- पीले चावल, केसर की खीर, बेसन के लड्डू।