Thursday 24 June 2021 03:04 PM IST : By Poonam Tripathi

जब बीवी करे बेवफाई, तो क्या करे पति

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प्यार की नयी हवाः बेवफाई का हाथ थामे घर का आंगन को छोड़ कर जाने का आरोप केवल पति पर लगता था। लेकिन आजकल बीवियां भी पीछे नहीं रहीं। वे यह मानने लगी हैं कि इश्क पर उनका जोर नहीं। एक स्टडी की मानें, तो करीब 100 में से 53 बीवियों ने यह माना कि शादीशुदा होने के बावजूद वे गैर मर्द के साथ रात गुजार चुकी हैं। कितनी अजीब बात है कि मर्यादाओं से हमेशा बंधी या बांध कर रखी गयी हिंदुस्तानी औरतें यह मानने लगी हैं कि विवाह के बाद बाहर प्यार करने में क्या हर्ज है।

चलो माफ किया: जब चोरी पकड़ी जाए, तो क्या होता है? द एक्स्ट्रामेरिटल डेटिंग एप ग्लीइडन का 1500 भारतीय स्त्री और पुरुषों पर किया गया अध्ययन बताता है कि पति को जब यह पता चलता है कि पत्नी अपने पड़ोसी, बिछड़े प्रेमी या फिर ऑफिस के पुरुष साथी के साथ शाम की कॉफी पी रही है या लेट नाइट डिनर करके लौट रही है, तो वह उसे माफ कर देता है। पत्नियों की भी बेवफा पति को ले कर ऐसी ही प्रतिक्रिया होती है। शादी को टिकाए रखने के लिए, बच्चे की खातिर या फिर पार्टनर को बेपनाह प्यार करने के कारण बिना ज्यादा सोचे-समझे माफ करने वाले लोग 100 में से 37 हैं। यह अध्ययन दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता, पुणे और अहमदाबाद में रहनेवाले 25 से 50 साल की उम्र के भारतीय दंपतियों के ऊपर किया गया।

मोहब्बत का डबल मजा: पिंकी ने रवीश से लव मैरिज की। एक ही जाति के होने के कारण दोनों के परिवारों को इस विवाह से कोई आपत्ति नहीं थी। कुछ सालों के बाद दंपती का एक बेटा हुआ। रवीश डॉक्टर है, उसने बडोदरा में अपना बंगला ले लिया। दोनों अच्छा जीवन जीने लगे तभी पिंकी के घर में रवीश के दोस्त डॉ. अमर का आना-जाना शुरू हो गया और घर के लोगों से मिलते-मिलाते उन्होंने पिंकी के दिल में डेरा डाल लिया। रवीश की गैरमौजूदगी में दोनों प्यार के हर तरह के खेल खेलते। पिंकी को पता था कि उस जैसी युवती को हमारे समाज में नीची निगाह से देखते हैं, पर उसको कोई अपराधबोध नहीं हाेता, ना ही कोई शर्मिंदगी होती। दरअसल रवीश जैसे दूसरे ढेरों पति और एक्स्ट्रामेरिटल अफेअर में जाने वाली ऐसी ही पत्नियों का यह मानना है कि एक साथ दो लोगों से प्यार हो सकता है यानी प्यार के सभी पुराने नियम खल्लास। 100 में से 48 लोग यह मानते हैं कि एक साथ दो लोगों से मोहब्बत हो सकती है। 

ये चीटर आखिर हैं कौन

लाइफ कोच और थेरैपिस्ट रेमोन लांबा का मानना है कि रिश्ते में चीटिंग प्लान करके नहीं की जाती। अपनी भावनाओं पर कंट्रोल नहीं होने के कारण चीटिंग की स्थिति बनती है। 

- ऐसे लोग किसी तरह का नशा करते हैं जैसे शराब, ड्रग्स आदि। जुआ खेलने की लत को भी चीटिंग की एक वजह बतायी गयी है।

- 2017 की एक स्टडी यह बताती है कि एक बार चीटिंग करने वालों में दूसरी बार चीटिंग करने की संभावना तीन गुना अधिक होती है। दूसरे शब्दों में कहें, तो चीटर के मन में यह बात घर कर जाती है कि एक खून की सजा फांसी और दो खून की सजा भी फांसी ही होगी।

- आत्मसम्मान में कमी और रिश्ते में असुरक्षा महसूस करने वाले लोग भी विवाहेतर संबंधों की ओर आसानी से कदम बढ़ा देते हैं। 

- दंपती में से किसी एक को सेक्स एडिक्शन हो, तो वह भी अपनी शादी को ताक पर रख कर दूसरी महिला या पुरुष के साथ संबंध बनाने से गुरेज नहीं करता है। बाइपोलर डिस्ऑर्डर हो, तो भी बेवफाई की मामले बढ़ जाते हैं।

- बहुत कम ही लोगों को इस बात की जानकारी है कि जिन बच्चों ने अपने बचपन में घर में या आसपड़ोस में विवाहेतर संबंधों को करीब से देखा हो, वयस्क होने पर उनमें बेवफा होने की संभावना दोगुनी हो जाती है। इतना ही नहीं, जिन बच्चों के साथ बचपन में सेक्सुअल या इमोशनल अब्यूज होता है, वे भी मोहब्बत में दगा देने का रिस्क उठा लेते हैं।

बीवी के बेवफा होने के कारणों में से एक यह भी है कि उन्हें लगता है कि उनकी कद्र नहीं होती, उन्हें इग्नोर किया जाता है। यही नहीं कोई इसलिए बेवफा हो गयी कि उसकी खूबसूरती को पति ने सराहा नहीं, तो कोई इसलिए बेवफा हो गयी कि उसकी जायकेदार डिशेज को पति की तारीफ नसीब नहीं हुई। 

- परदेस में नौकरी, देर तक काम करना, लंबे टूर पति को खुशी और तरक्की दिलाते हैं, लेकिन पत्नी के जीवन में सूनापन लाते हैं। अपनी जिंदगी के इसी अकेलेपन को दूर करने के लिए वह किसी और को अपने जीवन में शामिल करने की सोचती है, जो उसे बेवफा बना देता है। 

धोखेबाजी अब और नहीं

दगाबाजी कहां किसी को रास आयी है। इश्क में दिया गया धोखा कभी ना कभी आपको दोषी ठहराता ही है। ऐसे में कितना अच्छा हो कि बेवफाई से तोबा की जाए। इन टिप्स की मदद लें-

- आप क्यों चीट कर रहे हैं, इसे समझें। इंटीमेसी कोच लोरी बर्थ के अनुसार इस कारण को भी समझें कि इस आदत को सुधारने में कहां दिक्कत आ रही है। ऐसा करने से आपको यह पता चल जाएगा कि आपको आगे क्या करना है जैसे आपका अफेअर ऑफिस में किसी से चल रहा है, तो अपना विभाग बदलवा लें, दूसरे शहर में तबादला कराएं या दूसरी नौकरी तलाशें। 

- रिलेशनशिप एक्सपर्ट सुजैन विंटर की मानें, तो अपने पार्टनर के मन में फिर से विश्वास जगाने की कोशिश करें। हो सकता है कि इसमें लंबा समय लग जाए, लेकिन दिल तोड़ने से अच्छा दिल जोड़ने का प्रयास करना है। विंटर कहती हैं कि अपने फोन का पासवर्ड बता कर, अपने मेल देखने की इजाजत दे कर, अपनी डेली रुटीन की बातों को शेअर करके आप दोबारा उस विश्वास को कायम कर सकते हैं। 

- अपनी चाहतों को ले कर मन में झिझक ना रखें। पति-पत्नी एक-दूसरे को बताएं कि वे एक- दूसरे से क्या उम्मीद रखते हैं। थेरैपिस्ट जॉन हावर्ड का मानना है कि मियां-बीवी की शारीरिक और मानसिक जरूरतें जब आपस में पूरी हो जाती हैं, तो शादी के बाहर किसी और स्त्री या पुरुष में रुचि लेने का सवाल ही नहीं उठेगा। जैसे पत्नी चाहे कि पति फाइनेंशियल मामलों, बच्चों के एडमिशन, घरेलू जिम्मेदारियों में उनकी राय लें, तो पति को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। उसी तरह अगर पुरुष चाहता है कि उसकी वाइफ की सोच और पहनावे में कुछ बदलाव अाए, तो ऐसी छोटी-छोटी मांगों को मानने में क्या हर्ज है।

- अगर आप पूरी गंभीरता के साथ अपनी शादी में ईमानदार रहना चाहते हैं, तो रिलेशनशिप काउंसलर से मिलें। चीट करने की आदत को ले कर उनसे थेरैपी लें।