Saturday 03 October 2020 12:24 PM IST : By Nisha Sinha

जानिए बच्चों के लिए परफेक्ट पापा कैसे बनें

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किचन में डैडी


एक समय था जब बच्चे अपने पापा को केवल मम्मी की अनुपस्थिति में किचन से पानी का गिलास लाते देखा करते थे। अाज ऐसा नहीं है, पापा खुद भी पानी का गिलास ले रहे हैं अौर बच्चों की फरमाइश पर अॉमलेट या सैंडविच भी बना रहे हैं। मॉडर्न युग के पापा का किचन लगाव उनको बच्चों के और करीब ला रहा है। इसी नए ट्रेंड को देखते हुए कुछ समय पहले यूनाईटेड स्टेट्स में स्रड्डस्र ह्लद्धड्डह्ल ष्शशद्मह्य (शेफ पापा) शो शुरू किया गया था। इसमें सामान्य परिवारों के पापा ने भाग ले कर अपनी पाक कला का प्रदर्शन किया। इंडियन शेफ अजय चोपड़ा ने भी  ह्लद्धद्ग ड्ढद्बद्द स्रड्डस्रस्र4 ष्द्धद्गद्घ नाम से कार्यक्रम शुरू किया था। उनका मानना है कि सप्ताह में कम से कम एक बार पिता अगर रसोई की कमान अपने हाथ में ले लें, तो फैमिली बॉन्ड और भी मजबूत हो जाता है। क्यों ना आप भी बच्चों के पापा को वीकेंड पर शेफ की कैप पहनाएं।

विनर बनाए पापा  


बेशक पापा का शेड्यूल काफी बिजी है। कभी-कभी काम के बोझ के कारण बेडरूम भी दफ्तर सा बन जाता है। ऐसे में खाने-पीने के अलावा पढ़ाई-लिखाई की जिम्मेदारी भी मां उठा रही है। लेकिन क्या आपको पता है कि पिता भी बच्चों की स्टडी पर बराबर ध्यान दें, तो उनके टॉप ग्रेड लाने की संभावना अधिक हो जाती है। यह भी पाया गया कि जिन बच्चों की अकादमिक गतिविधियों में पिता की भागीदारी होती है, वे बेहद अनुशासित होते हैं। अगर आप चाहती हैं कि आपका बच्चा टॉपर बने, तो छुटि्टयों के दिन पढ़ाने की जिम्मेदारी पापा के कंधे पर डालें।  

डैडी की स्मार्ट डॉटर


ऑक्सफोर्ड युनिवर्सिटी के शोधकर्ताअों की मानें, तो वे बेटियां जो पापा के काफी नजदीक होती हैं, बड़ी हो कर अात्मविश्वास से भरी होती हैं। बड़े होने पर उनको किसी तरह की मानसिक समस्या के गिरफ्त में अाने की कम अाशंका होती है। पिता से मिला उत्साहवर्द्धन उनको अपनी पहचान बनाने में मदद करता है। पिता का साथ पुत्री के व्यक्तित्व के विकास के अलावा पुत्र के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। ऐसा पाया गया कि वे लड़के जो अपने पिता के नजदीक थे, उनको गलत कार्यों में लिप्त होने की कम आशंका होती है।