सूखे मेवे विटामिन, खनिज और गुड फैड से भरपूर होने के कारण पावर हाउस माने जाते हैं। इन्हें खाने से वजन काबू में रहता है। सूखे मेवे कोलेस्ट्रॉल, डाइबिटीज, एनीमिया, दिल की बीमारियों को काबू में रखते हैं।
नोएडा के जे. पी. हॉस्पिटल की डाइट काउंसलर श्रुति शर्मा बताती हैं कि हर सूखे मेवे की अपनी खासीयत है। इनसे शरीर को भरपूर फायदा देने के लिए इन्हें सही वक्त पर सही मात्रा में खाना जरूरी है।
बादामः बादाम में बहुत कम मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है, लेकिन प्रोटीन, मैगनीशियम और फाइबर से भरपूर होता है। इसे खाने से डाइबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर में काफी फायदा होता है। इससे धमनियों में ब्लॉकेज की समस्या नहीं होती। इसमें काफी मात्रा में प्रोटीन होता है। प्रोटीन ना केवल एनर्जी को बढ़ाता है, बल्कि मस्तिष्क की कोशिकाअों को रिपेअर भी करता है। इससे दिमागी काम या सोचने-समझने की क्षमता में सुधार होता है। बादाम में कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं, जो कार्ब्स की क्रेविंग को कम करते हैं।
कैसे खाएंः रातभर भीगे 10 बादाम रोज सुबह दूध के साथ लें। भीगे बादाम खाने से एसिडिटी से बचाव होता है।
अखरोटः एनर्जी का बेहतरीन स्रोत माने जाने वाला अखरोट प्रोटीन और फैटी एसिड से भरपूर है। इसे खाने से कैंसर का खतरा कम होता है, बॉडी ऑर्गन्स सही ढंग से काम करते हैं और अच्छी नींद आती है। इससे दिल और दिमाग चुस्त-दुरुस्त रहते हैं। इसमें फाइबर होने से कॉन्स्टिपेशन और डाइजेशन की समस्या नहीं होती। इसमें मौजूद एल्फा लिनोलिक एसिड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
कैसे खाएंः अखरोट को खाना खाने से पहले स्नैक्स के तौर पर भी ले सकते हैं। रोज कम से कम 5-6 भीगे अखरोट खाएं। इन्हें काट कर दूध में मिला सकते हैं।
पिस्ताः पिस्ता खाने से हीमोग्लोिबन का स्तर बेहतर होता है। विटामिन ई से भरपूर होने के कारण झुर्रियां जल्दी नहीं पड़तीं। विटामिन ई व सी त्वचा को सूर्य की हािनकारक किरणों से बचाते हैं। पिस्ता खाने से नजर अच्छी होती है और इम्युनिटी बढ़ती है। प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होने के कारण डाइजेशन बेहतर होता है।
कैसे खाएंः मुट्ठीभर से कम पिस्ते शाम के समय भून कर खाएं। इन्हें ज्यादा मात्रा में ना लें।
काजूः काजू में खनिज, प्रोटीन व कैल्शियम आदि मिलते हैं। यह एनर्जी से भरपूर है। इसे खाने से इम्युनिटी बढ़ती है। हड्डियों और जोड़ों को लचीला व मजबूत बनाता है। यह वजन बढ़ाने में मदद करता है, जो लोग बहुत दुबले हैं, उन्हें काजू खाने से फायदा होता है।
कैसे खाएंः काजू में कैलोरी अधिक होने से कम मात्रा में खाएं। कच्चे व नेचुरल काजू सुबह 11 बजे और शाम 5 बजे मुट्ठीभर से थोड़े कम खाएं। नमकीन व तले हुए काजू खाने से परहेज करें।
किशमिशः एंटी ऑक्सीडेंट्स से भरपूर किशमिश खाने से स्किन हेल्दी और चमकदार बनती है। इसमें आयरन भी होता है, इसलिए एनीिमया के मरीजों के लिए फायदेमंद है। यह हाई ब्लड प्रेशर व कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखती है। इसे खाने से डाइजेशन बेहतर होता है।
कैसे खाएंः रातभर भीगी किशमिश सुबह के समय खाली पेट खाएं। इसे भून कर या किसी डिश में मिला कर भी खा सकते हैं।
खजूरः इसे खाने से हीमोग्लोिबन बढ़ता है। एनीमिया के मरीज के लिए अच्छी मानी जाती है। फाइबर से भरपूर होने के कारण डाइजेशन ठीक रहता है। खांसी-जुकाम में भी फायदा होता है।
कैसे खाएंः रातभर भीगी 1-2 खजूर सुबह खाली पेट लें। सरदियों में 3-4 खजूर खा सकते हैं।
बच्चों व बड़ों को कैसे खिलाएं
दिन की फ्रेश शुरुआत रातभर भीगे सूखे मेवे खाली पेट खाने से करें। इन्हें खाने से कुछ समय के लिए पेट भी भरा-भरा महसूस होता है। सूखे मेवे पीस कर दूध या फलों के शेक में मिला कर बच्चों व बड़ों को दे सकते हैं। इनसे स्मूदी भी बना सकते हैं। किशमिश और सेब को मिला कर स्मूदी बनाएं। जैम में भी सूखे मेवों का इस्तेमाल कर सकते हैं। बच्चों को सारे ड्राई फ्रूट्स थोड़े-थोड़े मिला कर खाने के लिए दे सकते हैं। बड़े-बुजुर्ग काजू और पिस्ता अधिक मात्रा में ना खाएं।
स्टोर कैसे करें
सूखे मेवों को स्टोर करना काफी मुश्किल काम है, ये नमी पाते ही खराब हो जाते हैं। इनकी शेल्फ लाइफ कई बातों पर निर्भर करती है, जैसे इन्हें कब और कितने टेंपरेचर पर स्टोर किया गया। सूखे मेवों को खराब होने से बचाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें-
- बादाम और अखरोट बाहर की गंध को सोख लेते हैं। इससे बचने के लिए इन्हें एअरटाइट डिब्बे में स्टाेर करें। इससे इनमें हवा अंदर नहीं जा पाती और ड्राई फ्रूट्स लंबे समय तक फ्रेश रहते हैं।
- इन्हें कभी भी गैस स्टोव के ऊपर की शेल्फ में ना रखें। इस हिस्से का टेंपरेचर अधिक होने से ड्राई फ्रूट्स जल्दी खराब हो सकते हैं। इन्हें किचन से अलग किसी एेसी जगह पर रखें, जो ठंडी हो, पर जहां मॉइश्चर ना हो। ड्राई फ्रूट्स फ्रिज के अंदर भी ना रखें। फ्रिज में सामान रखने से मॉइश्चर आ सकता है।
- ड्राई फ्रूट्स को लंबे समय तक स्टोर करना चाहती हैं, तो उन्हें हल्का रोस्ट कर लें। ऐसा करने से उनमें कीड़े नहीं लगते और उनकी शेल्फ लाइफ भी बढ़ जाती है।
- जैसे ही महसूस हो कि ड्राई फ्रूट्स का टेस्ट बिगड़ गया है, तो उन्हें अवन में हल्का रोस्ट कर लें। इससे उनका फ्लेवर काफी हद तक ठीक हो जाएगा। बहुत कुछ इस बात पर भी निर्भर करता है कि ड्राई फ्रूट्स किस हद तक खराब हुए हैं। उनका तेल ही खराब हो गया है, तो उन्हें ठीक करने का कोई तरीका नहीं है ।