Thursday 07 January 2021 03:18 PM IST : By Nishtha Gandhi

स्मार्टफोन को हैकिंग से कैसे बचाएं

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शॉपिंग करनी हो, खाना ऑर्डर करना हो, डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लेना हो, बिजली का बिल भरना हो, कैब बुलानी हो, दोस्तों से टच में रहना हो, ईमेल चेक करनी हो, तसवीरें खींचनी हों, मूवी या वेब सीरिज देखनी हो, गाने सुनने हों या पढ़ाई करनी हो, हर काम आप अपने स्मार्टफोन से कर सकते हैं। आपकी कई पर्सनल जानकारियां जैसे बैंक अकाउंट की डीटेल्स, पासवर्ड, आईडी प्रूफ, निजी तसवीरें, सब इसमें सेव रहते हैं। एक बार फोन में किसी ने सेंध लगा ली, तो आपका बड़ा नुकसान हो सकता है। इसे हैकिंग से बचाने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें-

- अपने फोन में स्क्रीन लॉक जरूर लगाएं। इसे डबल लॉक से सिक्योर करना चाहिए। स्क्रीन लॉक के अलावा एप्स को एप लॉक से भी सिक्योर करें, खासकर उन एप्स को, जिनसे आपका बैंक अकाउंट जुड़ा हो।

- अपने फोन को किसी पब्लिक प्लेस जैसे कि एअरपोर्ट, मेट्रो, शॉपिंग मॉल में चार्ज करने से बचें। इन जगहों से हैकर आसानी से पर्सनल डाटा चुरा सकते हैं।

- अपना ब्लूटूथ हमेशा ऑफ रखें और पब्लिक प्लेस का वाईफाई भी कनेक्ट करने से बचें। पब्लिक प्लेस में जाते समय अपना वाईफाई ऑफ कर दें, ताकि वह ऑटोमैटिक रूप से वाईफाई से कनेक्ट ना हो जाए।

- फोन में अगर कोई नया एप डाउनलोड करना हो, तो हमेशा गूगल प्ले स्टोर जैसी सेफ साइट्स का इस्तेमाल करें। कोई भी एप डाउनलोड करने से पहले उसकी रेटिंग्स चेक करें और प्राइवेसी पॉलिसी भी पढ़ें।

- एप डाउनलोड करने से पहले एप परमिशन पर ध्यान दें। हर एप डाउनलोड और इंस्टाल होने पर आपके फोन की सेटिंग्स में एक्सेस करने की परमिशन मांगता है। इस पर ध्यान दें। जैसे कि आप पेमेंट से जुड़ा कोई एप इंस्टाल कर रहे हैं, तो जाहिर सी बात है, उसका आपके कैमरे और गैलरी की सेटिंग्स में एक्सेस से कोई लेना-देना नहीं है।

- आपके स्मार्टफोन में समय-समय पर सॉफ्टवेयर अपडेट करने का मैसेज आता है। इन्हें इग्नोर ना करें। सॉफ्टवेयर अपडेट ना करने से आपके फोन में हैकिंग और मैलवेयर और मैलफंक्शन का रिस्क बढ़ जाता है।

- एंड्रायड फोन के लिए एंड्रायड डिवाइस मैनेजर बहुत उपयोगी एप है। फोन के चोरी होने या गुम हो जाने पर एंड्रायड डिवाइस मैनेजर से इसे आसानी से ट्रैक किया जा सकता है। इसमें आप रिमोट एक्सेस से फोन की फैक्टरी रीसेटिंग भी कर सकते हैं।

- फोन में एंटीवायरस एप डाउनलोड करें। इसकी मदद से फोन में मौजूद सारी इंफॉर्मेशन और पर्सनल डाटा सिक्योर रहता है।

- एंड्रायड फोन को कुछ लोग रूट कर लेते हैं, इसकी मदद से आप अपने फोन की सेटिंग में बदलाव कर सकते हैं। लेकिन इस प्रोसेस में फोन की इनबिल्ट सिक्योरिटी सेटिंग्स भी नष्ट हो जाती हैं। आईफोन में इसे जेलब्रेकिंग कहते हैं, लेकिन इसे करने से बचना चाहिए। इससे ना सिर्फ आपके फोन में हैकिंग का रिस्क बढ़ता है, बल्कि अगर कुछ खराबी आती है, तो कंपनी फिर उसकी वारंटी भी नहीं देती।

- फोन को सिक्योर बनाने में टू फैक्टर ऑथेंटिफिकेशन बहुत मदद करता है। किसी भी वेबसाइट या ई मेल में लॉग इन करते समय यह कंफर्म हो जाता है कि आप सिक्योर वेबसाइट में लॉग इन कर रहे हैं। इसके अलावा कोई आपका पर्सनल अकाउंट या मेल भी आसानी से हैक नहीं कर पाता।

- आपके स्पैम फोल्डर में कई बार कुछ प्रमोशनल ई मेल्स आते हैं। इनमें दिए लिंक्स पर कभी क्लिक ना करें। इसी तरह से अगर आप फोन में कोई म्यूजिक या मूवी डाउनलोड कर रहे हैं, तो वह भी सिक्योर नेटवर्क से ही डाउनलोड करें। अगर डाउनलोड करने से पहले कोई सिक्योरिटी वॉर्निंग आती है, तो डाउनलोड कैंसिल कर दें।