Friday 23 October 2020 12:35 PM IST : By Neelam Sikand

घर में बनाएं इकोफ्रेंडली क्लीनर्स

home-made-1

अब लोग रोजमर्रा के कामों के लिए भी इकोफ्रेंडली तरीके ढूंढ़ रहे हैं, ताकि आनेवाली जेनरेशन के लिए भी धरती और यहां का वातावरण रहने लायक बने रहें। इस समय कपड़े, बरतन और दूसरी चीजों को साफ करने के लिए केमिकल वाले डिटरजेंट्स के बजाय नेचुरल क्लीिनंग ट्रिक्स का ट्रेंड जोर पकड़ रहा है, ताकि एनवायरमेंट को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे। केमिकल से तैयार क्लीनिंग प्रोडक्ट्स अंडरग्राउंड वॉटर, नदियों और आसपास के एनवायरमेंट को नुकसान पहुंचाते हैं।

बायो एंजाइम - मल्टीपर्पस क्लीिनंग लिक्विड

बायो एंजाइम सिट्रस फलों के छिलकों से बननेवाला एेसा लिक्विड है, जिसमें गुड़ और पानी को मिला कर 3 महीने के लिए फर्मेंट किया जाता है। इसके तैयार हो जाने पर इसे छान कर इसमें पानी मिला कर पतला लिक्विड तैयार किया जाता है। इसे काउंटर टॉप, ग्लास विंडो वगैरह साफ करने के काम में लाते हैं। इस एंजाइम में मिलने वाले अच्छे बैक्टीरिया गंदगी और मिट्टी का सफाया कर देते हैं।

- यह एक बेहतरीन टॉयलेट क्लीनर है। पोंछा लगाने के लिए फिनाइल की जगह इसका इस्तेमाल कर सकते हैं।

- इससे सिरेमिक्स के बरतन साफ करने से चमक उठते हैं।

कपड़े व बरतन साफ करने के लिए रीठे का इस्तेमाल

- थोड़े से रीठे को उबाल कर उसमें 2 कप बायो एंजाइम मिला कर कपड़े धोएं। कपड़े चकाचक साफ हो जाएंगे। एक बार काम में लाने के बाद इन्हें फेंकने की जरूरत नहीं होती। इन्हें 2-3 बार इस्तेमाल में लाने के बाद पीस कर बरतन साफ करने के काम में ला सकते हैं।

- रीठे के पानी में भिगोए कपड़ों को निकालने के बाद बचे पानी से खिड़कियां साफ की जा सकती हैं।

दाग व गंध दूर करने के लिए बेकिंग सोडा व विनेगर

- बेकिंग सोडे से चीजें रगड़ कर साफ की जा सकती हैं, तो विनेगर दाग-धब्बे और गंध से छुटकारा दिलाने में कारगर है। इन दोनों का इस्तेमाल कई चीजों को साफ करने के लिए किया जाता है।

- कारपेट में से गंध आती है, तो उस पर बेकिंग सोडा छिड़क दें और 15 मिनट से 1 घंटे के बाद वैक्यूम करें।

- कारपेट पर लगे दाग-धब्बों निकालने के लिए बेकिंग सोडा और विनेगर का पेस्ट बना कर लगाएं।

- विनेगर, बेकिंग सोडा और पानी मिले मिश्रण के पतले घोल को बाथरूम क्लीनर के तौर पर इस्तेमाल में लाएं।

home-made

- वुडन फ्लोर और पोर्सलीन के टाइल्स विनेगर और पानी के घोल से चमकाएं।

- सफेद शर्ट की अंडरआर्म्स (बगल के नीचे के हिस्से) में से पीले दाग निकालने के लिए विनेगर और पानी के घोल में शर्ट को भिगो कर रखें। बेकिंग सोडा, नमक और नीबू के रस को मिला कर पेस्ट बनाएं और इसे दागवाले हिस्से पर लगा कर आधे घंटे के लिए छोड़ दें। इसके बाद धो कर साफ कर लें। दाग निकल जाएगा। दाग ना जाए, तो इस पूरी प्रक्रिया को दोहराएं।

- बोतल से कॉफी या सूप के निशान हटाने के लिए विनेगर का इस्तेमाल करें।

- किचन सिंक की जाली में विनेगर और बेकिंग सोडा डालें। बाद में गरम पानी डाल कर साफ करें।

- विनेगर और बेकिंग सोडा बराबर मात्रा में ले कर पेस्ट बनाएं और ब्रश की मदद से इंसुलेटेड बोतल को साफ करें। थोड़ी देर बाद इसे गुनगुने पानी से धो लें।

बायो एंजाइम बनाने का तरीका

इसे घर पर बनाना बहुत आसान है। हो सकता है कि पहली बार में ठीक ना बने, पर 2-3 बार ट्राई करने पर इसे अच्छे से बना सकते हैं।

इसे बनाने के लिए सिट्रस फल जैसे नीबू, संतरे के छिलके या फूल, पानी, गुड़ के छोटे-छोटे टुकड़े, पानी, प्लास्टिक की बोतल की जरूरत होती है।

home-made-cleaners

विधिः पानी और गुड़ को एक बरतन में डाल कर धीमी अांच पर रखें। गुड़ के घुलने तक चलाएं। बिना गरम किए भी गुड़ इसमें रखे-रखे पिघल सकता है।

- इस मिश्रण को ठंडा होने के लिए रखें। ढक्कनवाली प्लास्टिक की बोतल में छिलके डालें। ऊपर से ठंडा मिश्रण डालें।

- इस मिश्रण के फर्मेंट होने का इंतजार करें। बोतल का मुंह छोटा है, तो महीनेभर तक या कम से कम रोज 2 बार बोतल का ढक्कन जरूर खोलें, ताकि फर्मेंटेशन के दौरान बननेवाली गैस बोतल से बाहर निकल सके। चौड़े मुंहवाली बोतल है, तो बार-बार ढक्कन खोलने की जरूरत नहीं पड़ती।

- बायो एंजाइम लगभग 90 दिन में बन कर तैयार हो जाता है।