Thursday 27 May 2021 12:08 PM IST : By Ruby Mohanty

सोच समझ कर करें कुकिंग ऑइल का चुनाव

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कौन सा ऑइल खाने में यूज करें जिससे वजन कंट्रोल हो सके। सीनियर क्‍लीनिकल न्‍यूट्रिशनिस्‍ट ईशी खोसला की खास सलाह -

सरसों का तेल: सरसों का तेल दिल की बीमारी के खतरे को 80 प्रतिशत कम करता है। इसमें मौजूद फैटी एसिड से इम्‍यूनिटी बढती है। रोजमर्रा के खाने में इसका इस्‍तेमाल करें।

अलसी का तेल: अलसी का तेल आमेगा 3 फैटी एसिड का अच्‍छा स्रोत है। इसमें फाइबर और प्रोटीन भी अच्‍छी मात्रा में होती है। दिल को दुरुस्‍त रखने में अलसी का प्रयोगी काफी कारगर साबित होता है। ऑइल ना मिले तो अलसी के बीज भी ट्राई कर सकते हैं।

बादाम का तेल: बादाम का तेल दिमाग को चुस्‍त और फुर्तिला बनाए रखता है। यह डाइजेशन को भी अच्‍छा कर करता है। आंतों के कैंसर से भी बचाव होता और रेगुलर इस्‍तेमाल करनेससे कोलेस्‍ट्रॉल भी कम होता है। इसे सलाद में यूज कर सकते हैं।

कनोला ऑइल: इसे ऑइल का लोग कम इस्‍तेमाल करते हैं पर यह दिल और कोलेस्‍ट्रॉल लेवल को कंट्रोल में रखने में मददगार साबित होता है। यह मंहगा भले ही होता है, पर इसे भी रूटीन के खाने में इस्‍तेमाल कर सकते हैं।

तिल का तेल: काले और सफेद तिल से तैयार तेल में मौजूद मैग्‍नीशियम, कैल्शियम, प्रोटीन और फॉस्‍फोरस मिलता है।‍ यह हाई ब्‍लड प्रेशर को कंट्रोल करता है साथ ही कोलेस्‍ट्रॉल की मात्रा को संतुलित बनाए रखने में मदद करता है। आलू की सब्‍जी या सलाद में इसका इस्‍तेमाल करें।

नारियल का तेल: इस तेल में पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्‍नीशियम, फाइबर, विटामिन ए बी, सी और मिनरल काफी मात्रा में पाए जाते हैं। ब्‍लड प्रेशर और दिल के मरीजों के लिए नारियल का तेल बहुत उपयोगी होता है क्‍योंकि इसमें पोटाशियम की मात्रा अधिक होती है, जिससे हार्ट सही काम करता है। यह भी कोलेस्‍ट्रॉल को नियंत्रित करता है।

ऑलिव ऑइल: जैतून के तेल में फैटी एसिड की पर्याप्‍त मात्रा होती है, जो हद़य रोग के खतरों को कम करता है। इसमें सेचुरेटेड फैट कम होते हैं, जिससे शरीर में कोलेस्‍ट्रॉल का संतुलन बना रहता है। साथ ही हार्ट एटैक के खतरे भी कम होते हैं। इसमें एंटी ऑक्‍सीडेंट की ज्‍यादा मात्रा होती है इसीलिए इसे हेल्‍दी ऑइल कहते हैं।