पूरे शरीर की सेहत को दुरुस्त रखने के लिए डाइजेस्टिव सिस्टम का सही रहना बेहद जरूरी है। ऐसा मानना है हरियाणा के फरीदाबाद स्थित जीवा आयुर्वेद के निदेशक डॉ. प्रताप चौहान का। उनके अनुसार डाइजेशन को सुचारु रखने के लिए हल्का आहार लें। किसी भी हालत में अपच, गैस और कब्ज से बचें। इसमें गड़बड़ी होने से शरीर में टॉक्सिन्स बनने लगते हैं। दरअसल बिना पचा हुआ भोजन शरीर में हो, तो आंव बनाता है। इसी आंव के कारण म्यूकस यानी बलगम बनता है, जो बाद में श्वसन तंत्र पर बुरा असर डालता है।
- डॉ. प्रताप चौहान के अनुसार पाचन को अच्छा रखने के लिए सोंठ, जीरा, धनिया और सौंफ को बराबर-बराबर मात्रा में ले कर पाउडर तैयार कर लें। इसे दिन में दो बार खाना खाने के बाद पानी के साथ लें।
- कुछ लोगों को कब्ज के कारण भी पेट की समस्या होती है। रात को सोते समय एक छोटा चम्मच त्रिफला चूर्ण गुनगुने पानी के साथ लें। सुबह अगर पानी के साथ इसे लिया जाए, तो यह दिनभर पाचन को सही रखेगा।
- इन दिनों मूंग की दाल, लौकी, तोरी, टिंडा, खिचड़ी, दलिया खाने से भी पेट सही रहेगा। तली-भुनी और ठंडी चीजें खाने से परहेज करें। फ्रिज का पानी पीने से बचें।
- कोरोना की इस लहर ने बच्चों पर भी दुष्प्रभाव डाला है। बेहतर होगा मुलैठी और शीतोप्लादि चूर्ण को घर में रखें। एक-चौथाई चम्मच शीतोप्लादि में थोड़ा सा मुलैठी और शहद मिला कर बच्चों को चटा दें।
- अंजीर में एंटी फंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं। अपने इन गुणों के कारण यह शरीर को संक्रमण से बचाता है। इसमें मौजूद विटामिन सी से भी इम्युनिटी को मजबूती मिलती है। सुबह के समय अगर अंजीर खाएं, तो शरीर को ज्यादा फायदा मिलेगा।
- गिलोय का पौधा अब हर किसी के घर में है। इसका भी फायदा अपनी इम्युनिटी को मजबूत बनाने के लिए करें। यह एंटी ऑक्सीडेंट के गुणों से भरा होता है, इसलिए रोगों से लड़ने की शक्ति देता है।
- च्यवनप्राश नियमित खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। शुगर के पेशेंट शुगर फ्री च्यवनप्राश खा सकते हैं।
- खमीरयुक्त खाना या प्रोबायोटिक चीजें खाने से इम्युनिटी मजबूत होती है। यह हानिकारक पैथोजन से लड़ता है।
- अस्थमा के मरीज तुलसी, लौंग से तैयार काढ़ा लें। यह अच्छा इम्युनिटी बूस्टर माना गया है। खासकर खांसी और कफ होने पर इसका उपयोग किया जाए, तो कमाल का असर होगा।
- रोज सुबह 3-4 बादाम को भिगो कर खाने से इम्युनिटी पर पॉजिटिव असर होगा। शरीर को विटामिन डी भी मिलेगा।
- खाने में कार्बोहाइड्रेट और शुगर की मात्रा को कम कर दें। यह ब्लड शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर दोनों पर कंट्रोल रखेगा। टाइप-2 डाइबिटीज, हार्ट डिजीज और मोटापा इम्युनिटी को कमजोर करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाने के लिए टमाटर, शिमला मिर्च, ब्रोकली, पालक खाएं।
- चिकित्सक से पूछ कर ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड का सप्लीमेंट रोजाना ले सकते हैं।
- तीन-चार बादियाना कताई को ले कर पानी में उबालें। हल्का गुनगुना होने पर सिप ले कर पिएं।
- एक लहसुन की कली को छील लें। इसे हल्का सा मसल दें। थोड़ी देर खुले में रहने दें। ऐसा करने से इसमें मौजूद एलिसिन नाम का केमिकल सक्रिय हो जाएगा। इसके बाद इसे खा लें।
- पर्याप्त नींद नहीं लेने के कारण भी शरीर की रोगों से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है। रात को देर तक जागना इम्युनिटी के लिए खतरनाक हो सकता है। देर रात जागने से डाइबिटीज, पेट, सांस और हृदय की परेशानियां बढ़ती हैं। युवाओं को रात में 7 घंटे की नींद लेनी चाहिए। टीनएजर बच्चों को कम से कम 8 से 10 घंटे सोना जरूरी है। नवजात शिशु और छोटे बच्चों के लिए 12 से 14 घंटा सोना अच्छा रहेगा ।