खाने-पीने को ले कर लोग जितने सचेत हैं, सोने को ले कर शायद नहीं। सोने को वे रुटीन के तौर पर मानते हैं जबकि यह दिनचर्या का आखिरी और अहम हिस्सा है। आइए जानें कैसे-
मेडिकल साइंस के अनुसार, सोते समय अवचेतन मन दिनभर शरीर में हुए उतार-चढ़ाव को बैलेंस करने का काम करता है। ध्यान दें, जब आप बीमार होते हैं या तनाव में होते हैं, तो आपको आराम करने या सोने की सलाह दी जाती है, ताकि बॉडी की हीलिंग अच्छी तरह हो।
एस्ट्रोलॉजी के अनुसार उत्तर दिशा में सिर करके सोना अच्छा नहीं माना गया है। कहा जाता है कि इस तरफ सिर करके सोने से नींद पूरी नहीं होती। इससे बीमारियां होने का डर भी बना रहता है। इसके ठीक विपरीत दक्षिण दिशा में सिर करके सोने से घर में धन-धान्य की कमी नहीं होती है। हर कोने में खुशीभरा माहौल होता है। इतना ही नहीं, जिनको नींद आने में दिक्कत होती है, वे इस दिशा में सोना शुरू करें, तो अच्छी नींद आएगी। वे समय पर सोएंगे और समय पर जगेंगे।
जिन लोगों को याददाश्त से जुड़ी परेशानी है, वे पूरब दिशा में सोएं, तो उनकी मेमोरी दुरुस्त होगी। पूरब दिशा की ओर सिर करके सोने से दिमाग को एकाग्र रखने में मदद मिलती है। विद्यार्थियों को इस दिशा में सिर करने सोने को कहा गया है। पश्चिम दिशा में सिर करके सोना अच्छा माना गया है। शोहरत की चाह रखनेवाले लोग इस ओर सिर करके सोते हैं, तो स्थितियां उनके अनुकूल हो सकती है।
आयुर्वेदिक फिजिशियन रॉबर्ट ई. स्वोबोडा बताते हैं कि उत्तर दिशा में सिर करके सोने से बॉडी से एनर्जी बाहर की ओर निकल जाती है। इससे शरीर, दिमाग और आत्मा के बीच का बैलेंस डिस्टर्ब होता है।
उत्तर की तरफ सिर करके सोने से सिर दर्द की परेशानी हो सकती है। नींद आने में भी परेशानी हो सकती है। बेडशीट गहरे रंग की बिछाएं और तकिया सफेद रंग का रखे, तो भी अच्छी नींद आएगी। दरवाजे की तरफ पैर करके सोते हैं, तो अब ना सोएं। इससे बुरे सपने आएंगे। बेडरूम की वॉल का कलर ब्लू, ग्रीन, पिंक या येलो रखें।