Wednesday 03 February 2021 12:14 PM IST : By Nishtha Gandhi

सोच-समझ कर खाएं न्यूट्रिशन बार

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बाजार में आजकल न्यूट्रिशन बार की काफी डिमांड है। कई तरह के न्यूट्रिशन बार की वेराइटी अब बाजार में उपलब्ध हैं। इसमें अमूमन हाई प्रोटीन, लो ग्लाइसीमिक इंडेक्स, ऑर्गेनिक, ग्लूटेन फ्री जैसे शब्द पढ़ने को मिलते हैं। इनमें कितनी सचाई है और ये आपकी सेहत के लिए कितनी फायदेमंद हैं, यह जानना बेहद जरूरी है। डाइटीशियन शीला सहरावत का कहना है, ‘‘लाइफस्टाइल में बदलाव और युवाअों में फिटनेस के क्रेज के चलते हमारे खाने-पीने की आदतों में बहुत ज्यादा बदलाव हो रहे हैं। समय की कमी के कारण या तो हम अनहेल्दी खाना खा रहे हैं या फिर ऐसा खाना खा रहे हैं, जिससे हमें पर्याप्त पोषण नहीं मिलता। ऐसी स्थिति में न्यूट्रिशन बार खाने की एक हेल्दी चॉइस हो सकती हैं। हालांकि इस बात को हमेशा याद रखना चाहिए कि हेल्दी खाने की आदत सबसे बढि़या है। शरीर की ज्यादातर न्यूट्रिशन की जरूरत नेचुरल चीजों से ही पूरी होनी चाहिए। न्यूट्रिशन बार पोषण देने में आपकी मदद कर सकती है, पूरी तरह से इन पर निर्भरता ठीक नहीं।’’ न्यूट्रिशन बार के कुछ फायदे इस तरह हैं-

- अगर आपको तुरंत एनर्जी और ताकत चाहिए, तो आपको न्यूट्रिशन बार से मिलेगी। खाना खाने का समय ना हो, तो ये आपकी मदद करेंगी, इसलिए कभी-कभी इन्हें अपनी डाइट में शामिल करने में कोई बुराई नहीं है।

- वर्कआउट से पहले और बाद में आप न्यूट्रिशन बार खा सकते हैं। इससे आपको मांसपेशियों की चोट से उबरने में मदद मिलेगी।

- समय की कमी हो, तो इसे आप ब्रेकफास्ट में खा सकते हैं। सुबह जो भी न्यूट्रिशन बार खाएं, उसमें प्रोटीन की मात्रा भरपूर होनी चाहिए।

कैसे चुनें न्यूट्रिशन बार

न्यूट्रिशन बार के साथ सबसे बड़ी समस्या होती है कि आप इनके चक्कर में शरीर की जरूरत से ज्यादा शुगर खा लेते हैं। इसलिए इन्हें खरीदने से पहले लेबल देखें। जिनमें सूक्रोज, फ्रूक्टोज जैसे कि कॉ सिरप आदि की ज्यादा मात्रा हो, उन्हें ना खरीदें। कुछ न्यूट्रिशन बार में मिठास लाने के लिए खजूर, किशमिश, बेरीज आदि मिलायी जाती हैं, उन्हें खरीदें। इनसे आपको विटामिंस और मिनरल्स भरपूर मिलेंगे। इसमें शुगर की मात्रा 10-15 ग्राम होनी चाहिए।

- अलग-अलग कंपनियों की न्यूट्रिशन बार में फैट की मात्रा अलग-अलग हो सकती है। एक पीस में 5 ग्राम से ज्यादा फैट नहीं होना चाहिए।

- प्रोटीन की मात्रा इसमें 15 ग्राम से ज्यादा व थोड़ा फाइबर भी होना चाहिए। प्रोटीन का स्रोत व्हे या केसीन होना चाहिए। अगर इसमें 35 प्रतिशत तक विटामिन और मिनरल हो, तभी फायदेमंद होगी। एनर्जी व पोषण के लिए ताजे फल-सब्जियां, सूखे मेवे और लो फैट दही खाएं।

- आमतौर पर एक न्यूट्रिशन बार में 150-300 कैलोरीज होती हैं। कुछ पैक्स में एनर्जी बूस्ट, हाई एनर्जी जैसे शब्द लिखे हुए मिलेंगे, लेकिन ज्यादा एनर्जी का मतलब ज्यादा कैलोरी है। इसलिए वेटलॉस कर रहे हों, तो पैक पर कैलोरी और एनर्जी से जुड़ी इंफॉर्मेशन जरूर पढ़ लें। ऐसी न्यूट्रिशन बार चुनें, जिसमें फाइबर की मात्रा ज्यादा हो। ऐसी बार खाने से आपका पेट देर तक भरा रहेगा।

- कार्बोहाइड्रेट की मात्रा का ध्यान रखना भी बेहद जरूरी है। इनमें फैट, कार्बोहाइड्रेट्स और प्रोटीन का अनुपात 30-40-30 होना चाहिए।

- जिन बार में फैट का स्रोत पॉलीअनसैचुरेटेड वेजिटेबल ऑइल, जैसे कि ऑलिव, कोकोनट, सनफ्लॉवर ऑइल हों, वही बेहतर होती हैं। जिन में पॉम ऑइल, कर्नल ऑइल हों, उन्हें ना खरीदें। इनमें फैट की मात्रा 3 ग्राम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। ट्रांस फैट जीरो हो, तभी खरीदें।

- एक अच्छी न्यूट्रिशन बार में आपकी दैनिक जरूरत के विटामिन और मिनरल्स का एक तिहाई हिस्सा होना चाहिए। इनमें विटामिन सी, ई, डी, ए और पोटैशियम, मैग्नीशियम, कैल्शियम व जिंक जैसे मिनरल्स होने चाहिए।

- न्यूट्रिशन बार खरीदने से पहले लेबल को ध्यान से पढ़ें। जिस बार में सबसे कम इंग्रीडिएंट्स हों, वही खरीदें। होल ग्रेंस जैसे ओट्स से बनी बार, जिसमें पीनट बटर, सीड्स, सूखे फल और नट्स हों, बेहतरीन होती हैं। न्यूट्रिशन बार खाने को अपनी आदत में शुमार ना करें।