दिल्ली, एनसीआर, उत्तरप्रदेश, पंजाब समेत पूरे उत्तर भारत में भूकंप के झटके
मंगलवार रात 10.20 बजे पाकिस्तान, अफगानिस्तान और भारत के कुछ भागों में तीव्र झटके महसूस किए गए। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदुकुश क्षेत्र का फैजाबाद इलाका था। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गयी। भारत की बात करें, तो यहां पर दिल्ली, एनसीआर, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में तेज झटके महसूस किए गए। वहीं पाकिस्तान में कराची, लाहौर समेत कई शहरों में भी भूकंप काफी तेज था। झटके इतने तेज थे कि लोग अपने घरों से बाहर निकल आए और देर रात तक घर से बाहर ही रहे।
पंजाबः चौथे दिन भी अमृतपाल को नहीं पकड़ पायी पुलिस
पंजाब पुलिस का दावा है कि खालिस्तान समर्थक और वारिस पंजाब दे का मुखिया अमृतपाल सिंह सरहद पार फरार हो गया है। ऐसा माना जा रहा है कि वह अपने कपड़े और कार छोड़कर मोटर साइकिल पर भाग गया है। हालांकि उसकी मदद करने वाले 4 और लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस बीच यह भी खुलासा हुआ है कि अमृतपाल की पत्नी किरणदीप बब्बर खालसा के लिए धन उगाही करती है। शादी से पहले वह ब्रिटेन में ही रहती थी और बब्बर खालसा इंटरनेशनल की सदस्य भी है।
जम्मू कश्मीर में बढ़ रहा है टूरिज्म
सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल 1.88 करोड़ पर्यटकों ने जम्मू कश्मीर की सैर की। उम्मीद की जा रही है कि इस साल यह आंकड़ा और भी ज्यादा बढ़ा बैठेगा। साल 2023 की शुरुआत की बात करें, तो पिछले 2 महीनों में ही 2.5 लाख पर्यटक जम्मू कश्मीर पहुंच चुके हैं। पर्यटकों की यह आवाजाही पिछले तीन दशकों में सबसे ज्यादा है।
चैट जीपीटी का इस्तेमाल करने से बदल जाएगा एप वर्ल्ड
चैट जीपीटी बहुत तेजी से लाइफ का हिस्सा बनता जा रहा है। अब कई दिग्गज कंपनियां इसका इस्तेमाल आउटलुक, बिंज, एज और जीमेल समेत कई एप्स को भी इस सुविधा से लैस करने की योजना बना रही हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि चैट जीपीटी से लैस करने के बाद किसी भी एप को चलाना उपभोक्ता के लिए और भी आसान व सुविधाजनक हो जाएगा।
पीरियड लीव पर संसदीय समिति ने की सिफारिश
कामकाजी महिलाओं को पीरियड्स के दौरान छुट्टी देने को ले कर उठी चर्चाओं और विवाद पर विराम लगाते हुए संसदीय समिति ने सिफारिश की है कि सरकार मासिक धर्म अवकाश नीति बनाए। यह भी कहा गया है कि ना तो इन छुट्टियों के लिए मेडिकल सर्टिफिकेट मांगा जाए और ना ही इन्हें मेडिकल लीव ही माना जाए। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में पीरियड लीव को ले कर दायर याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी है कि यह प्रावधान प्राइवेट सेक्टर में महिलाओं के लिए नौकरी के अवसर कम कर सकता है।