Friday 19 February 2021 04:49 PM IST : By Poonam Ahmed

तैमूर की नैनी की सैलरी जान कर हैरान रह जाएंगे आप

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आपने पन्ना धाय का नाम सुना ही होगा। राणा सांगा के पुत्र उदयसिंह को मां की जगह पर दूध पिलाने के कारण वे पन्ना धाय कहलायीं। आज धाय मां मॉडर्न नैनी का अवतार ले चुकी हैं और वे किसी सेलेब्रिटी से कम नहीं हैं। यह सब शुरू हुआ है तैमूर अली खान की नैनी सावित्री से। जी हां, तैमूर के साथ-साथ सावित्री भी मशहूर हाे गयीं। करीना कपूर खान ने ही यूनिफॉर्म पहनी हुई एक अलर्ट नैनी से सबका परिचय करवाया। अब धीरे-धीरे ज्यादातर बॉलीवुड नैनीज मिनी सेलिब्रिटीज बन चुकी हैं। तैमूर अली खान की नैनी सावित्री इन सबमें सबसे ज्यादा लाेकप्रिय हैं। कहीं भी सावित्री की एक झलक मिलती है, तो लोग समझ जाते हैं कि जल्दी ही उन्हें तैमूर के भी दर्शन होंगे। वे छोटे नवाब के साथ हर जगह रहती हैं - प्ले स्कूल में, बर्थडे पार्टीज में। वे इंडिया की सबसे ज्यादा फोटोग्राफ्ड नैनी व सोशल मीडिया स्टार हैं। तैमूर की नैनी और @ तैमूर की नैनी नाम से उनके इंस्टाग्राम और ट्वीटर पेज हैं। मीडिया की उनमें रुचि रहती है। उन्हें कितनी सैलरी मिलती है, यह जानने के लिए उनकी बैकग्राउंड को गूगल पर खूब सर्च किया जाता है।

करण जौहर, सोहा अली, शाहिद कपूर, सनी लियोनी, ऐश्वर्या और शाहरुख के बच्चों की नैनीज भी सेलेब्रिटी की तरह ही पैपराजी का ध्यान खींचती हैं। सावित्री ने बॉलीवुड बेबीसीटर्स को नयी पहचान दी है। उन्होंने सोहा अली और कुनाल खेमू की बेटी इनाया और करण जौहर के बच्चों यश-रुही की नैनीज को प्रेरणा जरूर दी होगी। सनी लियोनी के टि्वन्स नोह् व अशर के लिए 2 नैनीज हैं। अब इन नैनीज पर पब्लिक की पूरी नजर रहती है। इनके काम ने इन्हें एक पहचान दे दी है। कुछ दिनों पहले शाहिद कपूर की पत्नी मीरा राजपूत और उनके 2 बच्चों ने पब्लिक का ध्यान एअरपोर्ट पर खींचा। दोनों बच्चों के लिए एक-एक नैनी थी और दोनों यूनिफॉर्म में थीं।

फोब्स की एक रिपोर्ट ‘हॉलीवुड्स डर्टिएस्ट लिटिल सीक्रेट्स नैनीज’ के अनुसार, ये बेबी नर्सेज मिलियंस कमाती हैं। नैनीज को रखना अोपन सीक्रेट जैसा है। नैनीज को सारी जानकारी होती है, उन्हें गोपनीय तरीके से कॉन्ट्रैक्ट में रखा जाता है। पर यह सच है कि ये परदे के पीछे की नैनीज सेलेब बच्चों को संभालती हैं, जिससे फेमस महिलाअों के लिए मातृत्व बहुत आसान हो जाता है।

सावित्री और अन्य नैनीज को एक पहचान, सम्मान मिल रहा है, अब इन्हें कामवाली बाई नहीं, डोमेस्टिक हेल्प या बेबी हेल्प कहा जाता है। पर परिवार और नैनीज के बीच एक साफ लक्ष्मण रेखा भी खिंची दिखायी देती है। शायद यूनिफार्म में रखना इन्हें अलग रखने का एक तरीका ही है। इनके ड्रेस कोड से साफ सिग्नल मिलता है।

ये महिलाएं बच्चों के नखरे उठाती हैं, लंबी शिफ्ट में काम करती हैं, अपने परिवार को इस काम के पीछे रखती हैं। अभी तो और भी बॉलीवुड बेबी होंगे, मतलब और बॉलीवुड नैनीज की जरूरत होगी। सावित्री की तरह उन्हें भी स्पॉटलाइट मिलेगी। पर कितनी भी स्मार्ट यूनिफार्म में रहें, वे परिवार का हिस्सा नहीं एक हायर्ड हेल्प ही होगी यानी किराए पर मिलने वाली मदद।

सेलेब्रिटी जब किसी रेस्तरां में बढि़या लंच कर रहे होते हैं, तो ये नैनीज टेबल के पीछे खड़ी होती हैं और उन पर पब्लिक की नजर रहती है। आज उनकी मेहनत को पब्लिक समझ रही है और उन्हें सम्मान दे रही है। बॉलीवुड स्टार किड तैमूर अली खान की नैनी का पैकेज सुन कर अच्छी कमाई करनेवाले भी हैरान रह जाएंगे। जूनियर नवाब की नैनी को अोवरटाइम से अलग हर महीने लगभग डेढ़ लाख रुपए मिलते हैं और साथ ही आराम से सफर करने की सुविधा भी। जब फैमिली बाहर छुट्टियों में जाती है, वे तब भी तैमूर के साथ जाती हैं। एक पत्रिका के अनुसार, तैमूर की नैनी की हर महीने बेसिक सैलरी डेढ़ लाख रुपए है। अगर वे उनके घर पर एक्स्ट्रा घंटे बिताती हैं, तो यह पौने दो लाख रुपए तक हो जाती है। बच्चे के साथ हर एक्स्ट्रा घंटे की अोवरटाइम फीस है, इसके साथ ही बांद्रा के आसपास तैमूर को लाने-ले जाने के लिए एक कार भी है। बढि़या पैकेज के साथ इन्हें पैपराजी की पूरी अटेंशन मिलती है, क्योंकि ये हमेशा जूनियर नवाब के साथ रहती हैं। इस रिपोर्ट के अनुसार जुहू मुंबई की एक हाई प्रोफाइल एजेंसी से करीना कपूर को ये नैनी मिली थीं। यह कंपनी स्टार्स को डोमेस्टिक हेल्प देती है। बॉलीवुड एक्टर तुषार कपूर और एक्ट्रेस सोहा अली खान को अपने बच्चों की नैनीज इसी एजेंसी से मिली हैं।

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सुपर नैनी की भूमिका आसान नहीं है। बच्चों पर नजर रखने के साथ हाउसकीपर्स, पर्सनल शेफ अाैर अब तो बॉडीगार्ड बन कर रहना होता है। द टाइम्स की रिपाेर्ट के अनुसार लंदन के कुछ परिवार एक्स मिलिट्री पर्सनल्स को अपने बच्चों की नैनीज के रूप रखते रहे हैं। लंदन में बढ़ते क्राइम रेट्स के कारण ऐसा किया जा रहा है। इंटरनेशनल स्टाफिंग एजेंसी, 19 लंदन के सह संस्थापक सैम मार्टिन के अनुसार इन गार्ड्स को एक लाख पचास हजार पाउंड दिया जाता है। ये सुपर रिच क्लाइंट्स को घर, अॉफिस, यॉट, प्राइवेट एअरक्राफ्ट के लिए स्टाफ देते हैं। फॉर्मर कोल्डस्ट्रीम गार्ड एक प्राइवेट स्कूल के संस्थापक व प्रिंसिपल हैं, उन्होंने द टाइम्स को बताया कि अनेक परिवार उनके स्कूल में या और स्कूलों में अपने बच्चों को छाेड़ने और ले जाने के लिए प्राइवेट सिक्योरिटी गार्ड रखते हैं, जो मिलिट्री सर्विस से रिटायर होते हैं, बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रख कर ऐसे स्टाफ की डिमांड बढ़ने लगी है। नैनी का सफर आसान नहीं होता, पर अपने पैरों पर खड़े हो कर मेहनत से कमाने में कोई बुराई नहीं।