Monday 05 October 2020 11:33 AM IST : By Ruby Mohanty

मां के दूध से बनायी जा रही है ज्वेलरी

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जिंदगी के खूबसूरत पलों को कैद करने के लिए तसवीरों से बढ़ कर अौर कोई जरिया नहीं होता। पर मां बनने के खूबसूरत अहसास को अाप सिर्फ फोटो देख कर नहीं, बल्कि मिल्क ज्वेलरी के जरिए भी बार-बार महसूस कर सकती हैं। अचरज की बात है कि अाखिर मां के दूध से ज्वेलरी कैसे बन सकती है। नयी-नयी मां बनी कोंकणा अय्यर (नाम बदल दिया गया है) ऑनलाइन शापिंग की मदद से अपने पति के जन्मदिन पर कुछ नायाब तोहफा देना चाहती थीं। उन्होंने इंटरनेट में मिल्क ज्वेलरी के बारे में पढ़ा अौर अपनी शादी की सालगिरह में अपने पति को ब्रेस्ट मिल्क रिंग गिफ्ट की। पति ने सपने में भी नहीं सोचा कि इस तरह की अदभुत चीजें भी दुनिया में बन सकती हैं। कोंकणा ने अपने पति को बताया कि जो रिंग उसने दी है, वह उसके शरीर का लिक्विड गोल्ड है! यह रिंग खुद कोंकणा को भी इतनी पसंद अायी कि उन्होंने अपने लिए भी रिंग का ऑर्डर दे दिया।
कोई भी नयी मां इस अनोखी ज्वेलरी को पहनना चाहती है, तो इस सुखद अनुभूति को अपना 10-15 मि.ली. दूध दे कर पा सकती है। चेन्नई की रहनेवाली 28 वर्षीय संगीता पुरुवेश मेहता, अपनी एमबीए की पढ़ाई करने के बाद अपने कैरिअर में लीक से हट कर कुछ  करना चाहती थीं। आपको इस तरह के काम का आइडिया कैसे मिला? पूछने पर वे कहती हैं, ‘‘इस अनोखे कैरिअर को शुरू करने में मेरी मदद अमेरिका में बसी मेरी एक सहेली ने की। वे खुद इस तरह का काम कर रही हैं।’’ इस प्रोडक्ट को लॉन्च करने का अाइडिया भले उन्हें अपनी फ्रेंड से मिला, पर एक साल तक संगीता ने खुद भी रिसर्च की। उन्हें पहला ऑर्डर 2016 नवंबर में मिला, जिससे उन्होंने 2500 रुपए कमाए। आज वे 2000 रुपयों से ले कर 1 लाख रुपयों तक की मिल्क ज्वेलरी बनाती हैं।

mother-milk-1 संगीता पुरुवेश मेहता

मदर्स मिल्क से डायमंड, सोने अौर सिल्वर में ज्वेलरी बनती है। ये ज्वेलरी हॉलमार्क होती हैं। इन्हें एक साल के भीतर 500 से अधिक ऑर्डर मिले। कोई भी नयी मां चाहें, तो www.littlememoriez.in पर मिल्क ज्वेलरी का ऑर्डर दे सकती हैं।

कैसे बनती है यह ज्वेलरी

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संगीता को इस तरह की ज्वेलरी बनाने के लिए 10-15 मि.ली. ब्रेस्ट मिल्क चाहिए होता है। जब कोई ग्राहक उनसे संपर्क करता है, तो वे उसे अपना ब्रेस्ट मिल्क भिजवाने को कहती हैं। संगीता बताती हैं कि वे ब्रेस्ट मिल्क में फूड ग्रेड प्रिजर्वेटिव का इस्तेमाल करती हैं। जब यह दूध सेमी सॉलिड रूप ले लेता है, तब इसे सांचे में डाल कर सेट होने लिए 7 से 10 दिन के लिए छोड़ देती हैं। इसके बाद ब्रेस्ट मिल्क पत्थर की तरह हो जाता है। फिर उसे मेटल ज्वेलरी में जोड़ दिया जाता है। मोती, नन्हे पांव, हार्ट की शेप में ढाल कर इसकी लॉकेट अौर अंगूठी या मनपसंद ज्वेलरी तैयार की जाती है। जब वे तैयार मिल्क ज्वेलरी ग्राहकों को भेजती हैं, तो इस बात का खास निर्देश देती हैं कि इस ज्वेलरी को सहेजने के लिए इसे गरम स्थान अौर हर प्रकार के केमिकल्स से दूर रखा जाए।

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मिल्क ज्वेलरी के अलावा संगीता थ्री डी कास्टिंग बेबी बंप भी तैयार करती हैं, जिसे उन्होंने मई 2016 में लॉन्च किया। इसे बनाने की विधि भी काफी रोचक है। इसमें वे प्रेगनेंट महिला को अारामदेह स्थिति में बैठा देती हैं। मोल्ड मटीरियल को उसके पेट के ऊपर लगाया जाता है और 1 घंटे तक रखा जाता है। कुछ देर बार बेबी बंप की शेप उभर अाती है। इसकी फाइन फिनिशिंग करके मनचाहा रंग पाया जाता है। संगीता अपने इस मोल्ड मटीरियल में फूड ग्रेन, सी वीड्स और स्टोन पाउडर का इस्तेमाल करती हैं, जिससे यह लाइफ टाइम सेफ रह सके। थ्री डी कॉस्टिंग की कीमत 6000 रुपए तक होती है। अगर यह गोल्ड या सिल्वर पॉलिशिंग का बनाया जाता है, तो इसकी कीमत बढ़ सकती है। बास्केट की शेप ले चुका बेबी बंप थ्री डी कास्टिंग मोल्ड एक यादगार अौर खूबसूरत शक्ल ले लेता है, जिसे बेडरूम में फ्रूट बास्केट या शो पीस की तरह सजाया जाता है।
संगीता मेहता अपने ग्राहकों के कुछ खास अनुभव शेअर करते हुए कहती हैं कि ज्यादातर मां 7 महीने तक बच्चे को ब्रेस्ट फीड कराती है। जब भी वह ब्रेस्ट मिल्क से बनी अंगूठी देखती है, तो उसे अपने उन सुनहरे दिनों का ख्याल अाता है। बेबी के हाथ अौर पांव की छाप को ज्वेलरी के तौर पर सहेज कर रखना बहुत इमोशनल होता है। एक महिला ग्राहक ने अपने अनुभव संगीता से शेअर किए। महिला को डिलीवरी के बाद ब्रेस्ट मिल्क के कम होने की समस्या थी। ऐसे में उस महिला ने अपना ब्रेस्ट मिल्क भेज कर ज्वेलरी बनवायी, ताकि भविष्य में वह अपने बच्चे को बता सके कि चाहे उसका दूध भले ही बच्चे के लिए कम था, लेकिन मां ने उस थोड़े से दूध से बना नायाब तोहफा बच्चे के लिए सहेजा है। एक अन्य अनुभव में संगीता बताती हैं कि एक महिला ने अपने मां के लिए मिल्क ज्वेलरी बनवायी। उसका मानना था कि यों तो ज्यादातर महिलाएं अपने पति को कफलिंक्स अौर फिंगर रिंग ही गिफ्ट करती हैं, पर उसे मां को यह तोहफा देना ज्यादा भाया। 

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संगीता की वेबसाइट में मदर्स मिल्क से तैयार चेन, कफलिंक्स, फ्रिज मैगनेट अौर फोटो फ्रेम भी अॉर्डर किए जा सकते हैं। बंगलुरु की रहनेवाली सुचित्रा (नाम बदल गया है) ने संगीता को अपना ब्रेस्ट मिल्क भेज कर अपने लिए चांदी की अंगूठी अौर अपने पति के लिए कफलिंक्स का अॉर्डर दिया। वह मदर्स डे पर हसबैंड को सरप्राइज देना चाहती थी। सुचित्रा का मानना है कि अपने बेबी को ब्रेस्ट फीड कराने का समय बहुत लंबा नहीं होता, पर मातृत्व सुख के इस अहसास को महसूस करनेवाले इन खास पलों को फैशन ज्वेलरी के रूप में सहेजना सचमुच खास बात है।


संगीता बताती हैं कि ब्रेस्ट मिल्क ज्वेलरी को ले कर उन्हें ग्राहकों से मिलीजुली प्रतिक्रिया मिलती है। जो मां बन चुकी हैं अौर जिनके बच्चे बड़े हो चुके हैं, उन्हें इस खूबसूरत अौर संवेदना से भरपूर ज्वेलरी का ना होने का अफसोस होता है। इस सुंदर सफर को बार-बार महसूस करना ना सिर्फ सुखद है, बल्कि पति, पत्नी व बच्चे को एक-दूसरे से जोड़ता भी है।

अौरों पर भी हुअा असर


संगीता के काम की तरह कुछ अन्य महिलाएं भी गर्भनाल, बच्चे का दूध के दांत, बाल जैसी चीजों से भी फैशन ज्वेलरी में एक्सपेरिमेंट कर रही हैं। चेन्नई की रहनेवाली प्रीति विजय भी पिछले सितंबर से इस तरह की ज्वेलरी को बनाने में लगी हैं। उनके मुताबिक वे फिलहाल न्यू बॉर्न के एंबिलिकल कॉर्ड, नाखून अौर बालों पर भी काम कर रही हैं। वे momma’s milky love नाम की इस साइट पर ऑर्डर लेती हैं। प्रीति की कोशिश रहती है कि हर दिन वे एक जैसी ज्वेलरी ना बनाएं। इन ज्वेलरी की कीमत 1000 से 4000 रुपए तक होती हैं। वे ऑर्टिफिशियल अौर सिल्वर ज्वेलरी पर काम करती हैं। जब ग्राहक सोने की ज्वेलरी पर काम चाहते हैं, तो कीमत बढ़ जाती है। वे गोल्ड अौर डायमंड की मिल्क ज्वेलरी भी बनाती हैं, जिसकी कीमत 1 लाख रुपए तक भी जाती है। उन्हें विदेशों से भी ऑर्डर मिलते हैं। जो दंपती मिल्क ज्वेलरी में दूधिया रंग को पसंद नहीं करते, वे ग्लिटर शामिल करने का अनुरोध करते हैं। मजे की बात यह है कि विदेशों में तो पांचवें से सातवें माह के दौरान हुए अल्ट्रासाउंड की इमेज को कॉफी मग्स पर भी उतारा जा रहा है।