Wednesday 10 March 2021 04:50 PM IST : By Rati

सेक्स में क्लाइमेक्स के लिए जरूरी है फोरप्ले

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लंदन में करीब 1100 कपल्स पर किए गए सर्वे में लंबे वैवाहिक जीवन में सेक्स की कमी के कारणों का पता लगाने की कोशिश की गयी है। लगभग 32 प्रतिशत ने माना कि उनकी सेक्स लाइफ में आयी उदासी का एक ही कारण है, उत्साह में धीरे-धीरे आती कमी। दूसरी वजह, एक-दूसरे के लिए व्यक्तिगत समय और स्पेस की कमी। काम के लंबे घंटे भी इसके प्रमुख कारणों में से एक हैं, जबकि ‘बैड सेक्स’ को 29 प्रतिशत कपल ने इसकी वजह माना। इस परेशानी से मुक्ति मिल सकती है अगर फोरप्ले की अहमियत को समझा जाए। इससे सेक्स क्लाइमेक्स में पहुंचने में मदद मिलती है।
आइए जानें, सेक्सोलॉजिस्ट और मनोचिकित्सक इससे जुड़ी क्या जानकारी दे रहे हैं-

सेक्सोलॉजिस्ट डॉ. प्रकाश कोठारी के अनुसार ऑर्गेज्म को 3 कैटेगरी में बांटा जाता है। पहला क्लाइटोरल ऑर्गेज्म, दूसरा वेजाइनल ऑर्गेज्म और तीसरा ब्लेंडेड ऑर्गेज्म। क्लाइटोरल ऑर्गेज्म क्लाइटोरिस व वेजाइना तक सीमित होता है। वेजाइनल ऑर्गेज्म में वेजाइनल वॉल पर रबिंग से आनंद महसूस होता है। अगर ऑर्गेज्म की ऊपर लिखी दोनों स्थितियां एक साथ हों, तो इसे ब्लेंडेड ऑर्गेज्म माना जाता है। ऑर्गेज्म यानी चरम सुख वेजाइना में नहीं, बल्कि मस्तिष्क में महसूस किया जाता है। ऑर्गेज्म का सुख लेने से पहले फोरप्ले की भाषा को अच्छी तरह से समझ लें। अगर स्त्री और पुरुष फोरप्ले को पर्याप्त समय देते हैं और इसकी खासियत को जानते हैं, तभी उन्हें क्लाइमेक्स में सहजता और आसानी महसूस होगी। तन को ही नहीं, बल्कि मन को भी पूरी तृप्ति महसूस होगी। फोरप्ले का मतलब केवल स्पर्श ही नहीं है। फोरप्ले के दौरान बातचीत खास रोल अदा करती है। जरूरी नहीं है कि बातचीत शाब्दिक ही हो, आप स्पर्श और चूमने से जुड़ी अपनी पसंद-नापसंद, प्राथमिकताएं और किस तरह अच्छा महसूस करते हैं जैसी फीलिंग्स भी एक-दूसरे से शेअर कर सकते हैं। इसके अलावा फोरप्ले में किस की अहमियत को समझने की जरूरत है।

आंखों ही आंखों मेंः एक-दूसरे की आंखों में कम से 30 सेकेंड से 1 मिनट तक लगातार देखें। दिल में कुछ-कुछ होने जैसा लगने तक जबान से दोनों साथी एक-दूसरे का नाम बहुत ठहराव के साथ लें।

खुशबू और क्लाइमेक्सः पूरे कमरे में ही नहीं, बदन से भी एक-दूसरे की पसंद की भीनी-भीनी खुशबू आनी चाहिए। ऐसे कई शोध सामने आए हैं, जहां मनपसंद खुशबू का सेक्स के साथ गहरा संबंध पाया गया। लगभग 5 तरह के सेंट ब्रेन को स्टिमुलेट करने के लिए असरदार माने जाते हैं, जिनमें पिपरमेंट, सिनैमन, सिट्रस, जैसमीन और कैमोमाइल प्रमुख हैं। न्यूरोसाइंटिस्ट रेचेल हर्ट्ज अपने नयी किताब द सेंट ऑफ डिजायर में कहते हैं, सेंट मूड लिफ्ट करने, स्ट्रेस कम करने और आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए असरदार है। कई बार मनपसंद परफ्यूम हैप्पी हारमोन्स को रिलीज करता है, जो क्लाइमेक्स में पहुंचने में मदद करते हैं।

सेक्सी लॉन्जरीः फैशनेबल लॉन्जरी साथी को सेक्स के लिए आकर्षित करती है। किताब द सेक्स डायरी में उल्लेख है कि 81 प्रतिशत महिलाएं ओरल सेक्स के दौरान ऑर्गेज्म एंजॉय करती हैं। लेकिन वर्कआउट या पीरियड्स के खत्म होने के दिनों में वे ओरल सेक्स के लिए कॉन्फिडेंट नहीं होती हैं। महिलाएं जब खुद को साफ-सुथरा महसूस करती हैं, तो आसानी से उत्तेजित होती हैं। जरूरी है कि जब भी सेक्सी लॉन्जरीज खरीदें, अपने ऑर्गेज्म को ध्यान में रखें और प्राइवेट पार्ट्स की साफ-सफाई को नजरअंदाज ना करें।

बॉडी लोशन और ऑइल मसाजः त्वचा जितनी मुलायम और चमकदार होगी, साथी का स्पर्श उतना ही मादक और उत्तेजक होगा। कभी नहाने के तुरंत बाद ऑइल बेस्ड बॉडी क्रीम, लोशन लगाएं या ऑइल मसाज करें। बॉडी मसाज सेक्स क्लाइमेक्स में पहुंचने में मदद करती है।

बालों को बांधें कस करः सेक्सुअल इंटीमेसी के दौरान बालों को बांध लें, क्योंकि ऐसा करने पर सेक्सुअल प्लेजर दोगुना बढ़ जाता है। दरअसल, स्कैल्प में कई नर्व्स मौजूद होती हैं, जो इस समय काफी संवेदनशील हो जाती हैं।

ट्राई करें किविन मैथडः स्त्रियों में सेक्सुअल क्लाइमेक्स को ले कर यह गलतफहमी होती है कि उसे क्लाइमेक्स तक पहुंचाने का काम सिर्फ उसके पार्टनर का ही है। किसी भी पुरुष के लिए फीमेल ऑर्गेज्म का अंदाजा लगा पाना मुश्किल है। जब स्त्री उसे अपने वेजाइनल कंफर्ट लेवल के बारे में बताएगी, पुरुष उसकी परेशानी को अच्छी तरह से समझ सकेगा। सेक्स के दौरान क्लाइटोरिस को टच करने को ले कर अपनी पसंद और नापसंद के बारे में बताना ज्यादा सही है। क्लाइटोरिस में 8000 नसों का जमावड़ा होता है। विदेशी सेक्स एजुकेटर इमिली मोरसे के मुताबिक, अगर फोरफ्ले के दौरान वाइब्रेटर का इस्तेमाल करें, तो कम समय में जल्दी ऑर्गेज्म मिलता है।

ऐसे कई कपल्स हैं, जिन्हें सेक्सुअल इंटरकोर्स के दौरान पेनिट्रेशन से ज्यादा बेहतर ऑर्गेज्म ओरल सेक्स में मिलता है। कई एक्सपर्ट ओरल सेक्स को सेक्सुअल प्लेजर का बढि़या माध्यम मानते हैं। लेकिन ओरल सेक्स का एक नया तरीका सामने आया है, जो पिछले कुछ वक्त में काफी चर्चित रहा है। इस स्टाइल को किविन मैथड कहते हैं। माना जाता है कि इसमें महिला पार्टनर को कम वक्त में ज्यादा प्लेजर मिल जाता है।
सेक्स एक्सपर्ट के अनुसार, 60 फीसदी महिलाओं को इस तरीके से सिर्फ 3-4 मिनट में तीव्र ऑर्गेज्म मिल जाता है। उनका मानना है कि ओरल सेक्स के इस तरीके में खास काम पोजिशन का होता है। डाइरेक्ट ओरल सेक्स ट्राई करने से पहले फोरप्ले अपनाएं। आनंद दे रहे हैं या पा रहे हैं, दोनों ही बातें खास हैं।

मिलाजुला अहसासः औसतन पुरुष को ऑर्गेज्म सुख 2-10 मिनट तक ही महसूस होता है, जबकि स्त्री 20 मिनट तक ऑर्गेज्म महसूस कर सकती है। बेहतर ऑर्गेज्म के लिए अच्छा फोरप्ले होना जरूरी है, फिर चाहे वह वेजाइना, क्लाइटोरिस या मिलेजुले अहसास के माध्यम से ही हो।