फ्लैट में रहनेवालों के लिए बालकनी सबसे कूल जगह है। बड़े वर्क फ्रॉम होम व बच्चे अॉनलाइन क्लासेज कर रहे हों, तो थकान मिटाने के लिए बालकनी में टहलना बहुत सुकून देता है। थोड़ी सी डेकोरेशन इसे अौर मोहक बना देगी।
- बालकनी में सुंदर-सुंदर सेरेमिक पॉट्स सजाने से छोटी सी यह जगह गुलजार हो जाएगी। पॉट्स में लगे फूलों की खुशबू से यहां की हवा महक उठेगी।
- इस मौसम में बालकनी की खूबसूरती में चार चांद लगाएंगे फूलों के पौधे। इंपेटिएंस, रेन लिली, बालसम, जिनिया, पोर्टुलुका जैसे रंगबिरंगे फूलों के पौधों से बालकनी में नेचुरल रंग भर सकते हैं। जब तक कुछ हैंगिंग पॉट्स से बेलें नीचे ना लटकें, तो बात नहीं बनेगी। खासकर छोटी बालकनी से कुछ हैंगिंग बास्केट्स में ब्रोस टेल, इंग्लिश इवी, गोल्डन पोथोस लगा दें, तो हवा में इनका इतराना देख कर मन झूम उठेगा।
- विंड चाइम के बिना बालकनी की डेकोरेशन अधूरी सी लगती है। बालकनी में क्रिस्टल या वुडन विंड चाइम लटकाएं। नेचुरल संगीत पूरे वातावरण का माहौल पॉजिटिव बना देगा। अगर आपकी बालकनी में मेटल का फर्नीचर हैं, तो मेटल विंड चाइम लगाएं।
- बालकनी छोटी है, तो फोल्डेबल चेअर और टेबल लगाएं। छोटे आकार की कुर्सी और मेज बहुत सुंदर दिखेगी। इस तरह का फर्नीचर ब्राइट कलर्स में हो, तो यहां का हर कोना उनकी रंगत से खिल उठेगा। बालकनी को आप अपनी प्राइवेट प्लेस मानते हैं, तो बड़ी हैंगिंग चेअर लगाएं। चाय की गरम चुस्कियों के साथ बारिश की ठंडी बूंदों का आनंद लें। जी में आए, तो अमिताभ और मौसमी चैटर्जी पर फिल्माया गाना रिमझिम गिरे सावन... गुनगुनाएं।
- वे खुशनसीब होते हैं, जिनके पास बड़ी बालकनी है। यहां कई तरह के डेकोरेशन हो सकते हैं। फ्लोर सिटिंग अरेंजमेंट्स करें, तो वहां बैठ कर कविताएं लिखने और लेट कर कहानियां पढ़ते समय आप कल्पना की दुनिया में चले जाएंगे। अकसर वीकेंड पर दोस्तों की महफिल जमती है, तो बालकनी में बड़ा सोफा और टेबल लगाएं। एक कोने में वाॅटर फाउंटेन रखें। बड़े पॉट में बुद्ध या उनके शिष्यों के स्टेच्यू लगाएं।