Friday 16 October 2020 04:28 PM IST : By Meena Pandey

इन योगासनों को करने से बढ़ेगी फर्टिलिटी

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रोज योगासन करने से एंडोक्राइन ग्लैंड्स व रिप्रोडक्टिव सिस्टम एक्टिव रहते हैं, इसलिए महिलाअों को योग जरूर करना चाहिए।  
‘‘प्राणायाम व योगासन का अभ्यास करनेवाली महिलाअों को इन्फर्टिलिटी की समस्या का कम सामना करना पड़ता है,’’ कहना है योगशाला गाजियाबाद के को-फाउंडर व योगाचार्य कुश सिंह का। अाइए, उनसे जानते हैं इन्फर्टिलिटी दूर करनेवाले कौन से अासन हैं—
पादहस्तासन ः यह अासन रीढ़ की हड्डी को लचीला करता है अौर पेल्विक व नर्वस सिस्टम में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है। दोनों पैर मिला कर सीधी खड़ी हो जाएं। सांस लेते हुए दोनों हाथ ऊपर उठाएं व सांस छोड़ते हुए कमर से नीचे झुकती जाएं। अपने हाथों से पैरों को छूने व सिर को घुटनों से मिलाने का प्रयास करें। इसे 7-8 बार करें।

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भुजंगासन ः इसे करने से अोवरीज व यूटरस में रक्त संचार बढ़ता है। यह अासन हारमोन्स को संतुलित करता है। मैट पर पेट के बल लेट जाएं। दोनों हथेलियों को छाती के पास रखें। अब सांस भरते हुए, हथेलियों के बल पर शरीर के ऊपरी हिस्से को नाभि तक उठाएं। यथासंभव ऊपर रुकी रहें। सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे वापस लेट जाएं। यह क्रम 7-8 बार दोहराएं।  

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नाड़ीशोधन प्राणायाम ः किसी भी सुखासन पर बैठें। दाएं हाथ से दायीं नासिका को बंद करें व बायीं नासिका से सांस लें। सांस को रोकें। अब बायीं नासिका से सांस ले कर यह क्रम दोहराएं। यह अभ्यास 5-7 मिनट करें। इससे विषाक्त तत्व शरीर से बाहर निकलते हैं अौर शरीर में नाड़ी संतुलन बनता है। यह प्राण शक्ति को बढ़ाता है।  

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बद्ध कोणासन ः यह फर्टिलिटी बढ़ाता है। इसे बटरफ्लाई या तितली अासन भी कहते हैं। दोनों पैरों को सीधा करके बैठें। फिर दोनों पैरों को अपनी अोर मोड़ कर दोनों पैरों के पंजों को अापस में मिला लें। अब दोनों हाथों से घुटनों को धीरे-धीरे दबाएं कि वे योग मैट से मिल जाएं।

पादहस्तासन ः यह अासन रीढ़ की हड्डी को लचीला करता है अौर पेल्विक व नर्वस सिस्टम में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाता है। दोनों पैर मिला कर सीधी खड़ी हो जाएं। सांस लेते हुए दोनों हाथ ऊपर उठाएं व सांस छोड़ते हुए कमर से नीचे झुकती जाएं। अपने हाथों से पैरों को छूने व सिर को घुटनों से मिलाने का प्रयास करें। इसे 7-8 बार करें।

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जानुशीर्षासन ः इस अासन से पीठ के निचले हिस्से को खिंचाव मिलता है। यह प्रजनन क्षमता बढ़ाने का बेहतरीन अासन है। दोनों पैरों को सामने की अोर सीधा कर लें। अपने दाएं पैर को मोड़ कर बाएं पैर की जांघ के साथ मिला लें। अब सांस लेते हुए दोनों हाथों को ऊपर उठाएं व सांस छोड़ते हए दोनों हाथों से अपने बाएं पैर के पंजे को पकड़ लें। अपने सिर को बाएं पैर के घुटने पर रखें। यह क्रम 7-8 बार दोहराएं।
उत्तानपादासन ः इससे पेट की मांसपेशियों अौर पेल्विक एरिया की मसल्स को मजबूती मिलती है। इस अासन को करने के लिए योग मैट पर कमर के बल लेट जाएं। अब सांस लेते हुए पैरों को जितना संभव हो, ऊपर उठाएं। जब तक हो सके पैरों को ऊपर रखें। अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए पैरों को नीचे ले अाएं। यह क्रम 7-8 बार दोहराएं।