Thursday 20 October 2022 10:35 AM IST : By Nishtha Gandhi

दीपावली पर खाएं टूथ फ्रेंडली मिठाइयां

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दीवाली पर मिठाइयां खाना सबको पसंद आता है। लेकिन जरूरत से ज्यादा मीठा दांतों के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। मीठे के शौकीनों के लिए टूथ फ्रेंडली मिठाइयों के भी कुछ ऑप्शन मौजूद हैं। डेंटल एक्सपर्ट डॉ. रिया गुप्ता से जानें कि कैसे दीवाली पर दांतों को नुकसान पहुंचाए बिना आप बेहिचक मीठा खा सकती हैं।

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दीपावली स्वादिष्ठ मिठाइयों और व्यंजनों के बिना अधूरी है। लेकिन मीठा या प्रोसेस्ड फूडदांतों की सड़न या मसूड़ो की बीमारियों को बढ़ावा देते हैं। खाने के कण दांतों की सतह पर एक चिपचिपी व अदृश्य बायोफिल्म बनाते हैं, जिसे प्लाक कहा जाता है। जब बैक्टीरिया प्लाक के संपर्क में आते हैं तो यह प्लाक एसिड में बदल जाता है। यह एसिड दांतों की सबसे बाहरी परत (यानी इनेमल) पर हमला करता है, जिससे दांत सड़ जाते हैं।

समय के साथ, दांतों की सड़न अौर सेंसेटिविटी दांतों में दर्द में बदल जाती है और अगर इसका इलाज ना किया जाए, तो दांत खराब हो जाते हैं।

दांतों को हेल्दी बनाने के लिए इन चीजों को अपनी डाइट में शामिल करें-

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दूध/दही/पनीरः दूध कैल्शियम का सबसे अच्छा प्राकृतिक स्रोत है। यह दांतों और जबड़ों के अच्छे विकास में मदद करता है। दूध न केवल बच्चों के विकास के लिए बल्कि डेन्चर पहनने वालों के लिए भी जबड़े की हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए महत्वपूर्ण है। कैल्शियम से दांतों के सड़ने का खतरा कम हो जाता है। पनीर में आवश्यक विटामिन और खनिज होते हैं। पनीर दांतों की सेहत के लिए जरूरी कैल्शियम की पूर्ति करता है।

फलः हेल्दी दांतों उबली हुई सब्जियों की तुलना में फाइबर युक्त फलों का चयन करना चाहिए। ये फल लार के स्राव में मदद करेंगे जो न केवल दांतों की सड़न पैदा करने वाले बैक्टीरिया को मारेगा, बल्कि बैक्टीरिया द्वारा उत्पादित एसिड को भी बेअसर कर देगा। इन खाद्य पदार्थों में विटामिन और खनिज सामग्री मसूड़ों और दांतों की रक्षा करने में मदद करती है।

मेवेः मेवे जैसे मखाना, बादाम, पिस्ता मिठाइयों में मेवे मिलाने से उनका चिपचिपापन दूर हो जाता है, जिससे दांतों की सड़न नहीं होती है। चीनी को दांतों से चिपके रहने से रोकने के लिए मिठाइयों में अतिरिक्त मेवे मिलाने पर विचार करें।

तिल के बीजः तिल खाने से भूख नहीं लगती। यह बदले में, मीठे खाद्य पदार्थों की खपत को कम करने से रोकेगा, जिससे दांतों की सड़न कम हो सकती है।

नारियल के रेशेः नारियल दांतों पर बनने वाली लेयर को कम करने में मदद करता है और मसूड़ों की बीमारियों से लड़ने के लिए सूजन को कम करता है।

राजगीर/जईः राजगीर कैल्शियम के सबसे समृद्ध स्रोतों में से एक है। इसे अपने आहार में शामिल करने से ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव होता है। वहीं ओट्स साबुत अनाज का एक उदाहरण है। ओट्स में धीरे-धीरे पचने वाले स्टार्च होते हैं जो दांतों की सड़न और मसूड़ों की बीमारियों से बचाने में मदद करते हैं।

नीबूः नीबू में विटामिन सी होता है। विटामिन सी मसूड़ों के उचित स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करता है। नींबू जैसे खट्टे फल का एक टुकड़ा खाने से मसूड़ों से खून आना बंद हो जाएगा।

डार्क चॉकलेटः चॉकलेट हाल ही में बच्चों के बीच विनिमय का एक लोकप्रिय उपहार बन गया है। डार्क चॉकलेट पॉलीफेनोल्स का एक अच्छा स्रोत है जो हानिकारक मौखिक बैक्टीरिया को सीमित करता है ।

अगर आपको लगता है कि हेल्दी दांतों के लिए आपको मिठाइयों से बिल्कुल परहेज करना पड़ेगा, तो आप गलत हैं। कुछ ऐसी मीठी चीजें, जो आपकी मीठे की क्रेविंग को भी कम करेंगी अौर दांतों को भी सड़ने से रोकेंगी। कुछ ऐसी मिठाइयां हैं- लस्सी, ओट्स सेब फिरनी, नारियल के लड्डू, सेब रबड़ी, मिश्रित फल श्रीखण्ड, फलधारी बादाम बर्फी, पनीर की खीर, मैसूर पाक (डेन्चर पहनने वालों के लिए), मिक्स ड्राई फ्रूट लड्डू, तिल के लड्डू

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इसके साथ ही लंच और डिनर में हरी पत्तेदार सब्जियों से बने सलाद का सेवन जरूर करें। नियमित अंतराल पर नारियल पीएं। नारियल पानी न सिर्फ इम्यूनिटी बढ़ाता है, बल्कि मुंह सूखने से भी रोकता है।