पुरानी सोच बदलती है, लंबी उम्र अब लोगों को नयी शुरुआत के दिन लगने लगे हैं। कुछ नया कर गुजरने और कुछ सीखने की चाहत जीवन को ले कर इनकी उमंगों को और भी जवां कर देती है।

मन में गलत धारणाएं ना पालें

1 मजाक-मजाक में यह कहा जाता है कि जितने पतले आप होंगे, उतना ही लंबा जिएंगे। पतले लोगों को यह बात खुश कर देती है, तो मोटे लोग यह सुन कर दुखी हो जाते हैं। इस बात को आप सच मानते हैं या झूठ।
2 आठ घंटे की भरपूर नींद लेनेवालों की उम्र लंबी होती है। दुनिया से बेखबर देर तक आराम से सोनेवाले इसे सच मान कर 2-3 घंटे और अधकि सोने लगें, लेकिन इस बात में भी पेंच है। इसे सच माननेवाले गलत भी हो सकते हैं।
3 कुछ लोगों में यह धारणा है कि जल्दी रिटायर हो कर वे लाइफ लाइन को थोड़ा और लंबा खींच लेंगे। वे मानते हैं कि काम के तनाव और दबाव के कारण आयु कम होती है। समय से पूर्व रिटायरमेंट पॉजिटिव असर डालती है।
4 मजेदार बात लंबी उम्र के नाम ! बात करने के शौकीन लोगों में इस बात की भी चर्चा है कि कैंडी खानेवाले लंबे समय तक रहते हैं। वे लोग जो कैंडी खाते हैं और ज्यादा ना खाना शुरू कर दें, क्योंकि हकीकत कुछ और है।
5 शाकाहारियों को भी यह भ्रम है कि मांस और मछली नहीं खाने के कारण उनकी आयु सीमा लंबी हो जाएगी। कई नॉन वेजिटेरियन ऐसे भी मिल जाएंगे, जो इसे सच मान कर चकिन चिली और फिश करी को टाटा-बाय-बाय कर चुके हैं।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार भारत में जीवन प्रत्याशा में 5 साल की वृद्धि हुई है। 2001 से 2005 के बीच पुरुषों की जीवन प्रत्याशा 62.3 साल और महिलाओं की 63.9 साल थी, जो 2011 से 2015 के बीच 67.3 साल और महिलाओं की 69.6 साल हो गयी। इसका श्रेय इम्यूनाइजेशन, न्यूट्रिशन, मेडकिल ट्रीटमेंट, हेल्थ पॉलसिीज आदि को जाता है।
आज 50 की उम्र के बाद घुटनों में असहाय दर्द से चलने-फिरने में दकि्कत आने पर कोई बाकी जीवन के लिए कमरे तक सीमित नहीं रह जाता है। कुछ लाख रुपयों में नी-रिप्लेस्मेंट सर्जरी करा कर आप हमउम्र दोस्तों के साथ पार्क की पगडंडियों में टहलते हुए बाकी जिंदगी जिंदादिली से जी सकते हैं। कई अधेड़ ब्लड प्रेशर की दवाओं को रोज टाइम से लेते हैं, हेल्थ चेकअप के आसान पैकेज ले कर ब्लड शुगर चेक कराते रहते हैं, डाइट पर कंट्रोल रखते हैं, टीवी के सामने बैठ कर योग और प्राणायाम करते हैं। शायद ये ही वे वजहें हैं, जिनकी कारण इनके बर्थडे केक पर हर साल एक नयी मोमबत्ती मुस्कराती है और जसिे फूंकते समय जीवन जीने की पॉजिटिविटी चेहरे पर साफ नजर आती है। क्यों ना इन जिंदादिलों में खुशियों के कुछ रंग यों भरें-
बर्थडे में हो बमचकि बमबम
घर और ऑफसि के सीनियर्स का बर्थडे मना कर उनकी अहमियत को बढ़ावा दें। इसके लिए कोई थीम सोचें। घर के बड़ों को उनके बर्थडे पर शहर से बाहर घूमने का टकिट ले कर दें। बच्चों की दादी या नानी को धार्मकि स्थल के दर्शन की इच्छा है, तो कसिी धार्मकि स्थान पर होटल की बुकिंग करा दें। जो घूमने के शौकीन नहीं हैं, उनको बर्थडे पर हेल्थ चेकअप प्लान उपहार में दें। उनके दोस्तों को अचानक बुला कर टेरेस पर पार्टी करें। इनकी पार्टी को ज्यादा मजेदार बनाने के लिए टैटू आर्टसि्ट को बुला कर फ्रेंडशिप थीम पर टैटू बनवाएं। घर के युवाओं को इस बात के लिए प्रेरित करें कि वे दादा-दादी या नाना-नानी को अपनी इनकम से कुछ खरीद कर दें या फिर अपनी कसिी बात में उनसे सलाह-मशविरा करें, ताकि बुजुर्गों को इस बात का अहसास हो कि घर के युवा उनकी अहमियत समझते हैं। इस तरह के आइडियाज इनके बढ़े हुए साल को और भी सुंदर बना देंगे और उन्हें आप पर नाज होगा।
ऑफसि के सीनियर के साथ उनके बर्थडे पर मूवी देखने जाएं। बर्थडे के दिन के लिए ढेरों छोटे-मोटे सरप्राइज प्लान करें। वीकेंड पर सब साथ लंच करें। इससे उनमें पॉजिटििवटी आएगी। 660 लोगों पर किए गए एक शोध में पाया गया कि वे लोग जो जीवन को ले कर सकारात्मक सोच रखते थे, वे दूसरों की तुलना में 7.5 साल अधकि लंबा जिए। सकारात्मक सोच की वजह से उम्र बढ़ने को ले कर हुआ तनाव भी कम होता है। फिर क्यों ना अपने गम भुला कर समाज, परिवार और दोस्तों के बारे में हमेशा सकारात्मक सोच रखें।
खाओ-पिओ, जी भर जिओ
सालमन, मकरेल जैसी मछलियों में प्रचुर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। सप्ताह में कम से कम 2 बार इसे डाइट में शामिल करें। दिल की बीमारियों से भी दूर रखता है। फलों, सब्जियों और साबुत अनाज में मौजूद फाइबर भी कार्डियोवैस्कुलर डिजीज को भी दूर रखने में मददगार होता है। साथ ही फाइबर के कारण हाजमा दुरुस्त रहता है। लो फैट डेयरी प्रोडक्ट भी भोजन में शामिल करें। खासकर योगर्ट को अपने खाने में जरूर जगह दें। दही को फल के साथ खाने के ढेरों फायदे हो सकते हैं। तीस की उम्र के बाद प्रत्येक 10 साल के बाद मेटाबॉलिज्म 1 से 2 प्रतिशत धीमा हो जाता है। चावल और वाइट ब्रेड की जगह अगर साबुत अनाज को खाने में शामिल किया जाए, तो इससे प्राप्त फाइबर के कारण मोटापा नहीं बढ़ेगा। अध्ययन यह भी बताते हैं कि साबुत अनाज में मौजूद पोटैशियम उम्र के साथ बढ़ते रक्त के दबाव को कम करता है। फाइबर बढ़ाने के लिए सलाद को भी भोजन में जरूर शामिल करें। वाइट सॉल्ट का खाने में इस्तेमाल कम करें। सेंधा नमक लें। बहुत ज्यादा चीनी खाने से भी आप उम्र से अधकि बड़े दिखते हैं।
मन को मेडिटेशन का संग
ज्यादातर चकिित्सक यह मानते हैं कि अधकि उम्र में शारीरकि, मानसकि और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए मेडिटेशन बहुत कारगर होता है। ध्यान लगाने से बढ़ती उम्र के बावजूद याददाश्त अच्छी बनी रहती है। इतना ही नहीं, यह डाइजेशन को भी दुरुस्त रखता है। यह तनाव को कम करने साथ ही ब्रेन के उस पार्ट को एक्टिव करता है, जो आपको खुश रखता है। इसलिए अगर आप बढ़ती उम्र की तरफ अग्रसर है, तो अपनी दिनचर्या का थोड़ा समय ध्यान साधना के लिए भी नकिालें। एक अध्ययन में यह भी पाया गया कि मेडिटेशन करनेवाले लोगों को हॉस्पिटल जाने की जरूरत कम पड़ती है। ऐसा पाया गया कि प्रतिदिन 20 मिनट ध्यान करके आपका मूड अच्छा रहता है और दिमागी तौर पर आप अपने काम पर फोकस्ड रहते हैं। इतना ही नहीं ब्रेन, बिहेविअर एंड इम्युनिटी जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार रयूमेटाइड आर्थराइटसि, इन्फ्लामेट्री बाउल डिजीज सोरोससि और अस्थमा जैसी बीमारियों को ध्यान करके दूर रखा जा सकता है। यह कहना गलत नहीं होगा कि उम्र के इस पड़ाव पर स्वस्थ रखने के लिए किया जानेवाला यह सबसे बढ़िया उपाय है।
1 कम वजनी लोगों की तुलना में उनकी हमउम्र स्वस्थ सहेलियां अधकि समय तक जीवित रहती हैं। वे एक्सरसाइज करके अपनी बॉडी को फिट रखती हैं। इनमें बढ़ती उम्र के साथ होनेवाले समस्याएं भी कम देखने को मिलती हैं।
2 रात को 7 से 8 घंटे सोनेवाले उन लोगों की तुलना में अधकि जीते हैं, जो रात को 9 घंटे या इससे ज्यादा देर तक चादर तान कर सोए रहते हैं। बहुत अधकि देर तक सोना डिप्रेशन का भी लक्षण है।
3 देखा गया है कि जल्दी रिटायर होनेवालों की तुलना में खुद को बिजी रखनेवालों में जीवन को ले कर बहुत पॉजिटिविटी होती है। अध्ययन में पाया गया कि 55 साल की तुलना में 65 साल में रिटायर होनेवालों की आयु अधकि लंबी थी।
4 हार्वर्ड युनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन के अनुसार डार्क चॉकलेट जैसे मीठे के शौकीन लोग लंबी आयु तक जीते हैं। डार्क चॉकलेट में दिल को स्वस्थ रखनेवाला पॉलीफेनॉल पाया जाता है। महीने में दो-तीन बार इसे खा लेनेवालों में यह पाया गया कि वह सामान्य लोगों की तुलना में उनकी आयु में 11 महीने अधकि जुड़ गए। अच्छे परिणाम पाना चाहते हैं, तो आप भी आजमाना शुरू कर सकते हैं।
5 लो फैट डेयरी या ओमेगा 3 एसिड से भरपूर मछलियों को खाना नहीं छोड़ें। एक जर्मन स्टडी में यह पाया गया कि वेगन (मिल्क प्रोडक्ट के बगैर वेजिटेरियन डाइट) की तुलना में सामान्य मात्रा में मछली खानेवाले की उम्र अधकि होती है।