विटामिन बी से हमारी सेहत सही रहती है। अपनी डाइट में रोज इसे शामिल करें। इससे डाइजेशन और नर्वस सिस्टम ही नहीं, बल्कि ब्रेन की हेल्थ भी अच्छी रहती है। विटामिन बी के अलग-अलग प्रकार हैं जैसे विटमिन बी1, बी2, बी3, बी5, बी6, बी7, बी9 और बी12... बच्चों को परीक्षा के दिनों में ब्रेन फूड खिलाने से उनका दिमाग तेज होता है। उन्हें तनाव नहीं होता। दरअसल दिमाग तनाव में होगा, तो शरीर के अंग सही ढंग से काम नहीं करेंगे। दिल्ली की जस्ट डाइट क्लीनिक की डाइटीशियन जसलीन कौर के मुताबिक बच्चों की डाइट में उन चीजों को शामिल करें, जिनमें विटामिन बी की अच्छी मात्रा हो। उनके सुझाए कुछ टिप्स को आप भी आजमा सकती हैं। नॉनवेज और वेज दोनों में विटामिन बी के ऑप्शन हैं। चॉइस और स्वाद के मुताबिक विटामिन बी का सही विकल्प आप अपने लिए चुन सकती हैं।
एग वाइट: यह दिमाग को तेज बनाता है, जो ब्रेन तक सिगनल भेजने में तेजी दिखाता है। एक शोध के मुताबिक रोज एग वाइट खाने से ब्रेन का फंक्शन इंप्रूव होता है।
अखरोट: एक मुट्ठी अखरोट रोज खाएं, तो दिमाग 19 प्रतिशत तक बढ़ता है, अखरोट में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड, मैंगनीज, विटामिन बी, ई दिमाग की नसों के लिए अच्छे हैं। ये ब्रेन सेल्स को बनने व तनाव से लड़ने में मदद करते हैं।
बादाम: इसे ब्रेन फूड कह सकते हैं। इसमें विटामिन ई होता है, जो मेमोरी को शार्प बनाता है और दिमाग अलर्ट रहता है।
ऑलिव ऑइल: इसमें फैटी एसिड और पॉलीफिनॉल मौजूद होते हैं, जो दिमाग की सूजन को कम करते हैं और ब्रेन पावर को बढ़ाते हैं। सलाद में मिला कर बच्चों को दें। इसे सैंडविच में भी बटर की जगह इस्तेमाल कर सकती हैं।
टमाटर: इसमें मौजूद लाइकोपीन पावरफुल एंटी ऑक्सीडेंट होता है। यह शरीर को फ्री रेडिकल्स और ब्रेन सेल को डैमेज होने से बचाता है। इसे सलाद के तौर पर खाएं।
मछली: मछली में ओमेगा-3 फैटी एसिड है, जो ब्रेन हेल्थ के लिए जरूरी है। ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड से ब्रेन को सही फैटी एसिड मिलते हैं, जिससे याददाश्त अच्छी होती है। मछली को कम तेल में तल कर खाएं या ग्रिल करके खाएं, यह दिमाग के लिए उपयोगी है।
चॉकलेट: चॉकलेट ब्रेन में ब्लड फ्लो तेज करती है। इसमें कोको होता है, जो एक तरह का एंटी ऑक्सीडेंट है। यह दिमाग के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है, क्योंकि तनाव का सीधा असर दिमाग पर ही पड़ता है। यह याददाश्त बनाए रखने में और दिमागी बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
चाय: चाय को देर तक पकाने के बजाय सिर्फ खौलते पानी में डाल कर आंच से उतार कर छान कर पिएं। ग्रीन टी के अलावा जिंजर,लेमन, ब्लैक पेपर और लौंग की चाय भी पी सकते हैं। चाय में पाया जानेवाला पॉलीफिनॉल दिमाग को संतुलित रखने में मदद करता है। यह दिमाग को शांत करके ध्यान से सोचने में मदद करता है। सिर्फ चाय बनाते समय यह खयाल रखना है कि इसे ढक कर बनाएं।
केला और स्ट्रॉबेरी: केले में मौजूद मैगनीशियम दिमाग के काम करने की क्षमता को बढ़ाता है। दही में डाल कर केले और बादाम का स्मूदी बनाएं या दूध में डाल कर शेक बनाएं। स्ट्रॉबेरी में काफी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट होते हैं, जो मेमोरी लॉस से बचाते हैं।
दही: इसमें अमीनो एसिड पाया जाता है, जिससे दिमागी तनाव दूर होता है और मेमोरी पावर बढ़ती है। इसमें कटे मौसमी और ताजे फल या मेवे मिला कर डेजर्ट के रूप में भी खा सकते हैं।
पालक और पुदीना: पालक में अच्छी मात्रा में मैगनीशियम होता है, जिससे दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। सूप और वेजिटेबल जूस में इसे मिक्स करे दें। इसे टेस्टी बनाने के लिए इसमें नीबू या टमाटर व काला नमक मिला सकती हैं। पुदीना दिमाग को चौकन्ना और मेमोरी को तेज बनाता है। ब्रेन को तेज करने के लिए पुदीना की चाय पी सकते हैं। इसे फ्रूट जूस, वेजिटबल जूस, चटनी, सलाद किसी भी रूप में खा सकते हैं।
हल्दी: हल्दी ब्रेन को हेल्दी रखती है और अल्जाइमर के खतरे को कम करती है। हल्दी मिला दूध बच्चों को पीने को दें। विशेष तौर पर रात काे सोने से पहले गरम दूध में 1/4 छोटे चम्मच से भी कम हल्दी और चुटकीभर काली मिर्च मिक्स करके पिएं।
चुकंदर: यह डिप्रेशन से लड़ने में मदद करता है, इसमें मौजूद विटामिन बी दिमाग को तुरंत संकेत भेजता है। चाहें तो, मिक्स फ्रूट जूस में आधा चुकंदर मिलाएं या सलाद सैंडविच में मिला कर बच्चों को दें।
सेब: लाल सेब में कुछ इस तरह के केमिकल, आयरन और विटामिन बी का कॉम्बिनेशन होता है, जो ब्रेन को डैमेज होने से बचाता है। इसे खाने पर बढ़ती उम्र में दिमाग कमजोर नहीं होता। अगर डाइजेशन की प्रॉब्लम है, तो सेब काे छील कर खाएं। इसका शेक भी तैयार कर सकती हैं।
ओट्स: इसमें ऐसे कार्ब्स और विटामिन बी का कॉम्बिनेशन होता है, जो ब्रेन को एनर्जी पहुंचाता है। एक कटोरा ओट्स और फल मिला कर खाने से याददाश्त तेज होती है और पढ़ने में एकाग्रता बढ़ती है। ओट्स फ्लेक्स को दूध में मिलाएं, सूखे मेवे डाल कर बच्चों को दें।
कददू के बीज: यह अमीनो एसिड और विटामिन बी का बढि़या कॉम्बिनेशन है, जो दिमाग को आराम पहुंचा कर चिंता मुक्त करता है। इससे थिंकिंग सेल्स भी बेहतर होती हैं। स्नैक्स के तौर पर बादाम के साथ बच्चों को दे सकती हैं।
किशमिश: इसको खाने से एकाग्रता और याददाश्त बढ़ती है। मुट्ठीभर किशमिश दही और स्मूदी में मिला कर खाएं। फायदा ही होगा।
ब्रोकली: हरी गोभी में लो कैलोरी, हाई फाइबर और काफी मात्रा में एंटी ऑक्सीडेंट होने की वजह से यह ब्रेन हेल्थ के लिए उपयोगी है। ब्रोकली में ग्लूकोसिनोलेट्स जैसे पौष्टिक तत्व होते हैं, जो न्यूरोडिजेनेरेटिव जैसी गंभीर स्थिति के खतरे को कम करते हैं।
खुबानी: यह फल सूखा हो या ताजा, अपनी पौष्टिकता की वजह से ब्रेन और हार्ट दोनों के लिए फायदेमंद है। इतना ही नहीं खुबानी के बीज में कैंसर के खतरे काे कम करने के गुण भी हाेते हैं। खुबानी का जैम बच्चों को ब्रेड या परांठों के साथ दें या इसका शेक या स्मूदी बना कर दें। यह हर तरह से उनके लिए सही साबित होगा।