रूटीन स्किन केअर के अलावा अपनी स्किन के लिए कुछ एक्स्ट्रा केअर करने की जरूरत है, क्योंकि बदलते मौसम, प्रदूषण, तेज ठंडी या गरम हवाएं जैसी कई वजह हैं, जो चेहरे से नमी चुरा लेती हैं। ऐसे में त्वचा को खास पोषण देना जरूरी है, जो त्वचा में मौजूद नमी को बरकरार रखे। फेस सीरम त्वचा के रूखेपन की समस्या को सुलझा सकता है। इसे अाप मल्टीफंक्शनल ब्यूटी प्रोडक्ट जैसा मान सकती हैं।
सीरम क्या है
स्किन सीरम पहला ऐसा ब्यूटी प्रोडक्ट है, जिसे त्वचा पर क्लींजिंग व टोनिंग के बाद लगाया जा सकता है। यह किसी भी उम्र की महिला इस्तेमाल कर सकती है। लेकिन सबसे पहले अपने स्किन टाइप को जान लें, क्योंकि स्किन टाइप को देखते हुए सीरम की खरीदारी करनी होती है। वॉटर बेस्ड सीरम खासतौर पर तैलीय त्वचा के लिए बेहद उपयोगी है। कुछ सीरम अॉइल बेस्ड होते हैं, जो रूखी त्वचा के लिए असरदार माने जाते हैं। दिल्ली के एलिगेंजा कॉस्मेटिक क्लीनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट डॉ. सीमा मलिक के मुताबिक, ‘‘दरअसल सीरम कंसंट्रेटेड मॉइश्चराइजर है। यह जरा सी मात्रा में लगाने पर ही यह त्वचा में तुरंत जज्ब हो कर असर करता है। सीरम फेस क्रीम की तुलना में महंगा होता है। यह अल्कोहल फ्री अौर डर्मेटोलॉजिकली टेस्टेड होता है।’’
अाजकल तरह-तरह के सीरम बाजार में उपलब्ध हैं। जैसे फेस ग्लो के लिए, वाइटनिंग सीरम अौर एंटी एक्ने सीरम। एजलेस लाइटनिंग सीरम, फेअरनेस सीरम, परफेक्ट रेडिएंस, इंटेंस वाइटनिंग सीरम भी काफी पॉपुलर है। यह त्वचा को हाइड्रेट करता है अौर स्मूद लुक मिलता है। यह नॉन ग्रीसी फॉर्मूला है। यह त्वचा के दाग-धब्बे, सांवलेपन अौर बदरंग समस्या को कम करता है। यूवी किरणों से त्वचा सुरक्षित रहती है। यह प्रदूषण से भी बचाता है, ब्लैकहेड्स को बनने से रोकता है अौर रोमछिद्रों को ब्लॉक नहीं होने देता। इससे त्वचा का लचीलापन बना रहता है। स्किन टोन सुधरती है। यह कोशिकाअों को पुनर्जीवित करता है। त्वचा को मुलायम बनाता अौर सूर्य की किरणों से प्रभावित त्वचा को सुधारता है। इसीलिए इसके नियमित इस्तेमाल से त्वचा जवां अौर स्वस्थ दिखती है। ज्यादातर सीरम में विटामिन बी3, नेचुरल प्लांट वाइटनिंग एक्सट्रेक्ट होते हैं।
सीरम कैसे काम करता है
सीरम का इस्तेमाल करना बहुत अासान है। चेहरे को पहले क्लींजिंग मिल्क या फेस वॉश से साफ करें। सीरम की कुछ बूंदें अपने हथेली पर लें अौर हल्के हाथों से फेस की मसाज करें। अाप चाहें, तो सिर्फ उंगलियाें के पोरों से भी मसाज कर सकती हैं। बहुत ड्राई स्किन की समस्या होने पर इसे अाप मॉइश्चराइजर के साथ भी मिक्स करके इस्तेमाल कर सकती हैं।

डॉ. सीमा बताती हैं, ‘‘नियमित इस्तेमाल करने पर सिर्फ 4 सप्ताह के अंदर अापको इसके नतीजे देखने को मिलेंगे। स्किन सीरम से त्वचा सिर्फ स्वस्थ ही नहीं बनती, बल्कि यह महीन झुर्रियों को रोकने में भी काफी फायदेमंद है। इसके अलावा पिगमेंटेंशन भी रुकता है। त्वचा साफ रहती है। क्रीम की तुलना में इसका असर ज्यादा बेहतर रहता है। यह अॉइली स्किन के लिए भी काफी अच्छा विकल्प है। अगर त्वचा पर एक्ने की समस्या है, तो भी स्किन सीरम का प्रयोग किया जाता है।’’
सिकन सीरम में अतिरिक्त ग्लाइकोलिक एसिड भी होता है, जो एक्सफोलिएटर एजेंट की तरह काम करता है। ब्यूटी एक्सपर्ट मानते हैं कि बड़ी उम्र के लिए सीरम असरदार ही नहीं, बड़े काम का ब्यूटी प्रोडक्ट है। ब्यूटी एक्सपर्ट अंबिका पिल्लई के मुताबिक विटामिन सी युक्त सीरम मेच्योर स्किन के लिए काफी असरदार है। अगर सीरम सही उम्र में लगाना शुरू कर दें, तो त्वचा की कसावट लंबी उम्र तक बनी रहेगी।
घर पर कैसे बनाएं सीरम
विटामिन ई सीरम ः इस सीरम को रातभर चेहरे पर लगा कर रखें। अापको चाहिए विटामिन ई के कैप्सूल, लोबान का तेल, बादाम का तेल, एलोवेरा जैल अौर एक कांच की बोतल। एक साफ कटोरे में 2 बड़े चम्मच प्रत्येक सामग्री लें अौर इसे अच्छी तरह से मिलाएं। विटामिन ई के 2 कैप्सूल्स तोड़ें अौर उनमें से तेल निकाल कर बाकी की सामग्री में मिलाएं।

होममेड विटामिन सी सीरम ः विटामिन सी पाउडर फिल्टर के पानी में भिगोएं। इसमें एलोवेरा जैल अौर विटामिन ई अॉइल डाल कर मिक्स करें। इसे फ्रिज में रखें। सिर्फ इतनी ही मात्रा में बनाएं कि अाप 2 हफ्ते तक इस्तेमाल कर लें। फेस वॉश से चेहरे को धोएं अौर सोने से पहले इस सीरम से चेहरे की मालिश करें। इसकी मालिश तब तक करें, जब तक अापकी त्वचा इसे सोख ना ले। यह सीरम रातभर में त्वचा में सुधार लाएगा। यह जैल त्वचा से संबंधित समस्याअों जैसे सनबर्न, रैशेज, मुंहासे अादि से अाराम दिलाता है।
बादाम का तेल होममेड सीरम में मिला सकती हैं। यह त्वचा को हाइड्रेट करता है अौर सीरम के लिए एक अच्छे बेस की तरह कार्य करता है। इसमें भी विटामिन ई पाया जाता है। हाइपर पिगमेंटेशन अौर असमान रंगत वाली त्वचा के लिए यह सीरम बहुत उपयोगी है।