Monday 18 January 2021 11:54 AM IST : By Ruby Mohanty

बॉडी रैप और उबटन से दमकाएं त्वचा

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ब्यूटी ट्रीटमेंट में उबटन की खास जगह है। इससे त्वचा में कसावट और ताजगी महसूस होती है। अच्छे नतीजे के लिए हफ्ते में एक बार इसे त्वचा में लगाएं। इसे नियमित लगाने से त्वचा पर झुर्रियां देर से पड़ती हैं और त्वचा बदरंग नहीं होती। बदन पर इनग्रो हेअर की समस्या भी नहीं होती। उबटन पारंपरिक होते हैं, लंबे समय तक इसके इस्तेमाल से त्वचा चमकदार और मुलायम बनी रहती है। हफ्ते में एक बार इसका इस्तेमाल कर सकती हैं, जबकि बॉडी रैप में कुछ नयी चीजें जैसे कॉफी, चॉकलेट, फ्रूट्स प्रयोग में लाए जाते हैं। महीने में दो बार इसका इस्तेमाल कर सकती हैं।

तिल का तेल गाढ़ा होने की वजह से त्वचा पर देर तक टिका रहता है। इसीलिए इसका प्रयोग सरदियों या बदलते मौसम में उबटन की तरह कर सकती हैं। सरसों के तेल और तिल के तेल को उबटन में प्रयोग कर सकती हैं। तिल ना सिर्फ त्वचा की गंदगी साफ करता है, बल्कि इससे त्वचा कुछ ही दिनों में खूबसूरत दिखने लगती है।

रंग निखार उबटनः 1 कप मोटा बेसन, 1 कप दही, 1/4 कप सरसों का तेल, 1/2 छोटा चम्मच हल्दी पाउडर, 1 बड़ा चम्मच नीबू का रस। सभी चीजों का मिला कर पेस्ट बनाएं। बदन पर लगाएं और सूखने पर हल्के हाथों से रगड़ते हुए साफ करें। रूखी त्वचा के लिए यह उबटन काफी फायदेमंद है। नहाने के बाद तिल और बादाम का तेल मिक्स करके लगाएं।

तिल का उबटनः 5 बड़े चम्मच सफेद तिल, 1 चुटकी केसर के रेशे, 1/2 बड़ा चम्मच शहद और 2 बड़े चम्मच दही। सभी चीजों को पीस लें। थोड़ा सा कच्चा दूध मिलाएं और गाढ़ा घोल तैयार करें। चेहरे और खुले अंगों पर लगाएं। इसमें कुछ बूंदें बादाम के तेल को भी मिला सकती हैं। तिल का असर त्वचा के भीतर तक होता है। यदि त्वचा पर टैनिंग है या कोहनी और घुटने काले हैं, तो उबटन को छुड़ाने के लिए नीबू को आधा काट कर रगड़ें। इससे त्वचा पर नेचुरल ब्लीच जैसा ही असर दिखता है।

गुलाब का उबटनः हाईब्रिड गुलाब हो या देसी, दोनों के प्रभाव त्वचा पर अलग-अलग होते हैं। इसमें मौजूद विटामिन सी की वजह से त्वचा की टैनिंग दूर होती है। देसी गुलाब हाईब्रीड गुलाब की तुलना में ज्यादा असरदार है। इससे त्वचा में पर्याप्त नमी बनी रहती है। गुलाब को आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर मानते हैं। गुलाब की ताजी पत्तियों को पीस लें। इसमें 1 बड़ा चम्मच बादाम का पाउडर, कुछ बूंदें नारियल के तेल, 1/2 छोटा चम्मच चीनी और चुटकीभर सेंधा नमक मिला कर पेस्ट बनाएं। अगर पसीने की समस्या है, तो पोदीने की कुछ ताजी पत्तियां भी इसमें डाल कर पेस्ट बनाएं। यह गरमियों में शरीर को ठंडक पहुंचानेवाला बॉडी पैक है। इसे उतारने के लिए कच्चा दूध अंजुली में लें और बदन पर लगा कर हल्के हाथ से रगड़ते हुए साफ करें।

आटे का उबटनः गेहूं का आटा, जौ का आटा, थोड़ा बाजरे का आटा, कच्चा दूध सभी को मिला कर पेस्ट बनाएं। इसमें 2 बड़े चम्मच बादाम या नारियल तेल का मिलाएं। इसमें थोड़ा सा तिल का पाउडर भी मिला सकती हैं। त्वचा पर इस उबटन को 10 मिनट तक लगा कर रखें। इसे स्क्रब करने के लिए दही की मदद लें। अंजुली में दही ले कर बदन पर मलें। पानी का छींटा देते हुए मलें। इस स्क्रब से त्वचा को पोषण मिलता है।

घुटने, टखने और कोहनियों के लिएः शहद, चीनी का बूरा और नीबू का रस मिला कर लगाएं। चीनी त्वचा को एक्सफोलिएट करता है। नीबू त्वचा का रंग साफ करता है। त्वचा को नमी मिलती है। स्किन की डीप क्लींजिंग

ऑलिव ऑइल और शुगर रैपः 2 बड़े चम्मच जौ का आटा, 1 छोटा चम्मच चीनी और 1 बड़ा चम्मच ऑलिव ऑइल से बॉडी रैप बनाएं। इसे पूरी बॉडी पर 15 मिनट तक लगा कर रखें। हल्के हाथ से मलते हुए रैप पर स्क्रबिंग करें और नहा लें। पंद्रह दिन में एक बार इस रैप का इस्तेमाल करें। टैनिंग व डेड स्किन की समस्या दूर होगी।

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फ्रूटी रैप: फलों में सबसे ज्यादा विटामिन की मात्रा होती है। खट्टे फल में सबसे ज्यादा विटामिन सी होता है। जैसे आम, नीबू, स्ट्रॉबेरी, संतरा, पपीता से बॉडी रैप तैयार करें। इससे त्वचा पर मौजूद नेचुरल ऑइल नष्ट हो जाते हैं। त्वचा पर नमी बनाए रखने के लिए किसी भी तरह का उबटन और रैप लगाने के बाद जब भी त्वचा धोएं, बॉडी लोशन लगाएं।

कॉफी रैपः कॉफी पाउडर, मिल्क पाउडर, नारियल तेल और चीनी का बूरा मिला कर पेस्ट बनाएं और इसे अपनी थाइज पर लगाएं। सफेद चीनी की जगह ब्राउन शुगर का प्रयोग करें। खासतौर पर यह बॉडी रैप उन जगहों के लिए परफेक्ट हैं जहां की त्वचा खुरदरी और बदरंग है। महीने में दो बार इस रैप का प्रयोग कर सकती हैं।

सेल्युलाइट रैपः रैप में कॉफी का प्रयोग करें। यह नेचुरल स्टीम्युलेंट है। इस रैप को बनाने के लिए 1 बड़ा चम्मच कॉफी पाउडर, दूध और शहद मिला कर पेस्ट बनाएं। इसे 10 मिनट तक लगा कर रखें और ठंडे पानी से छींटे देते हुए हल्के हाथ से मलते हुए उबटन की तरह साफ करें। कॉम्बिनेशन स्किन के लिए यह बेहतर रैप है।

अतिरिक्त सावधानियां

- उबटन और रैप का इस्तेमाल करने के बाद धूप में ना जाएं क्योंकि तब सामान्य त्वचा भी संवेदनशील होती है। त्वचा की पहली लेअर यानी सुरक्षा कवच भी कमजोर होने लगता है। त्वचा पर रैशेज, जलन होने की समस्या होने लगती है। जरूरत से ज्यादा उबटन लगाने से त्वचा में रूखापन, लालिमा, खुजली की समस्या हो सकती है।

- उबटन और बॉडी रैप रिमूव करते समय हमेशा पानी के साथ सर्कुलेशन मोशन में हल्के दवाब के साथ स्क्रब करें। उसके बाद शावर बाथ लें। गीली त्वचा पर ही बॉडी लोशन लगाएं। त्वचा को बिना मॉइश्चारइजर के ज्यादा देर तक छोड़ने पर ड्राइनेस बढ़ जाती है।

- बॉडी स्किन सेंसेटिव है, तो बॉडी रैप या उबटन में नीबू या खट्टे फलों का रस ना इस्तेमाल करें। इससे रैशेज होने की आशंका बनी रहेगी।

- महीने में एक या दो बार ही उबटन या बॉडी रैप का इस्तेमाल करें । इससे ज्यादा ना करें, क्योंकि गलत उबटन या रैप लगाने से त्वचा के खूबसूरत होने की बजाय रैशेज की समस्या हो सकती है। हमेशा देखें कि उबटन और रैप बहुत खुरदरे ना हों, महीन हों। खुरदरे होने पर त्वचा से नेचुरल ऑइल निकल जाएंगे और वह रूखी दिखाई देगी। जलन भी महसूस होगी।

- कभी भी बॉडी रैप को चेहरे पर ना लगाएं, क्योंकि बॉडी स्क्रब में दाने महीन नहीं होते। त्वचा पर लूफा का प्रयोग भी ना करें।

- होंठों पर कोई नेचुरल ऑइल नहीं होता इसीलिए हार्ड स्क्रब या उबटन लगाने से होंठ छिल सकते हैं। इन पर उबटन या रैप ना लगाएं।

- वैक्सिंग के बाद किसी भी तरह का उबटन और रैप ना लाएं। इससे रैशेज की परेशानी हो सकती है।