Wednesday 23 September 2020 05:47 PM IST : By Neelam Sikand

कई गुणों से भरपूर है विटामिन सी

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अाजकल जिसे देखो वह एकदूसरे को विटामिन सी लेने की सलाह दे रहा है। यह माना जा रहा है कि विटामिन सी से इम्यूनिटी बढ़ती है। वैसे भी डॉक्टरों का कहना है कि  युवा महिलाअों के िलए िवटािमन सी लेना बहुत जरूरी है।

एक ताजा अध्ययन के अनुसार खून में विटामिन सी मात्रा अधिक हो, तो हाई ब्लड प्रेशर होने की अाशंका बहुत कम हो जाती है। प्रेगनेंट व ब्रेस्ट फीड करानेवाली महिलाअों के िलए भी िवटािमन सी लेना जरूरी है। देखा जाए, तो शरीर सही ढंग से काम करता रहे, इसके िलए हर उम्र के लोगों के िलए िवटामिन सी अावश्यक है। यह िवटािमन एस्कॉर्बिक एसिड के नाम से भी जाना जाता है। पानी में घुलनशील यह विटामिन पावरफुल एंटी अॉक्सीडेंट है। यह शरीर में हड्डियों, ब्लड वेसल्स अौर त्वचा के साथ-साथ कनेक्टिव िटशूज बनाने अौर उन्हें मेंटेन करने में मदद करता है।
िकतना लें ः फोर्टिस फ्लाइट लेफ्टिनेंट राजन ढल हॉस्पिटल, वसंत कुंज के इंटरनल मेडिसिन की कंसलटेंट डॉ. मुग्धा तापड़िया के अनुसार प्रेगनेंट महिला को 95 िम.ग्रा., ब्रेस्टफीड करानेवाली महिला को 120 िम.ग्रा., पुरुषों को 90 िम.ग्रा. विटामिन सी रोज लेने की जरूरत है। 9-13 साल के बच्चों को 45 िम.ग्रा. की जरूरत होती है। डॉक्टरों की मानें, तो वेराइटी से भरपूर फल िदन में 2 बार अौर सब्जियां 5 बार खाने से दिनभर की विटािमन सी की जरूरत पूरी हो जाती है।    
स्रोत ः िवटािमन सी के बेहतरीन स्रोत पेड़-पौधों से िमलनेवाली फल-सब्जियां हैं। सिट्रस फल जैसे अॉरेंज, चकोतरा, नीबू विटामिन सी के बेहतरीन स्रोत हैं। नॉन िसट्रस फलों में जैसे अमरूद, पपीता, स्ट्रॉबेरी, पाइनएपल अािद में भी विटािमन सी भरपूर मात्रा में िमलता है। हरी पत्तेदार सब्जियां पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं। िशमला िमर्च, ब्रोकली, कुछ खास हर्ब्स अौर मसाले भी शरीर की विटामिन सी की जरूरत को पूरा करते हैं, िजससे शरीर हेल्दी अौर िफट रहता है व कई बीमािरयों से दूर रहता है।

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इसे खाने से सरदी-जुकाम में अाराम िमलता है अौर जुकाम लंबे समय तक नहीं बना रहता। नेचुरल एंटीिहस्टािमन होने के कारण िहस्टामिन के स्तर को कम कर एलर्जी को काबू में रखता है। इसे खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। कोलेजन के िनर्माण के िलए िवटािमन सी की जरूरत होती है। यह एक तरह का प्रोटीन है, जो शरीर के कनेक्टिव िटशूज (स्किन, मसल्स, िलगामेंट्स) में िमलता है। इस तरह िवटािमन सी हर तरह के जख्म भरने में सहायक है।    
पुराने समय से ही त्वचा संबंधी समस्याअों का इलाज िवटािमन सी से िकया जा रहा है। अब िवटािमन सी का इस्तेमाल कई मॉइश्चराइजर्स, फैस पैक्स अौर मास्क में िकया जा रहा है, तािक त्वचा में नेचुरल ग्लो अा सके। इससे झुर्रियां कम पड़ती हैं। यह त्वचा को अल्ट्रावॉयलेट िकरणों से सुरक्षा प्रदान करता है।
विटािमन सी लेने से मसूढ़े स्वस्थ रहते हैं अौर उनमें से खून नहीं अाता। इसे लेने से अायरन शरीर में अासानी से जज्ब होता है। यही वजह है िक अायरन के कैप्सूल में िवटािमन सी भी होता है। विटािमन सी ब्रेन अौर नर्वस िसस्टम को स्ट्रेस के हानिकारक प्रभावों से बचाता है।
स्टडीज से पता चलता है िक एंजाइना व ब्लड प्रेशर के मरीजों के विटािमन सी लेने से फायदा मिलता है।
फ्री रेिडकल्स अार्टरीज को नुकसान पहुंचाते हैं। िवटामिन सी के एंटी अॉक्सीडेंट गुणों से भरपूर होने के कारण यह फ्री रेडिकल्स का मुकाबला करता है। इससे दिल की बीमािरयों अौर स्ट्रोक का खतरा कम हो जाता है। इसे खाने से कोलेस्ट्रॉल कम अौर खून का संचार बेहतर होता है, जो िदल की बीमािरयों को होने से रोकता है।
डाइबिटीज के मरीजों को विटािमन सी से भरपूर चीजें खाने से फायदा होता है। िरसर्च के अनुसार विटामिन सी फ्री रेडिकल्स से मुकाबला कर कई तरह के कैंसर से बचाव करता है। विटािमन सी अोवेरियन, फेफड़ों अौर अन्य कई कैंसर का सुरक्षित इलाज है। कुछ खास तरह के न्यूरोट्रांसमीटर्स के िलए िवटामिन सी लेना जरूरी है। सिरोटोनिन हारमोन बनाने के िलए भी विटािमन सी की जरूरत होती है। विटामिन सी लेने से न्यूरोलॉिजकल िडस्अॉर्डर अौर मानसिक रोग कम होते हैं।
विटािमन सी लेने से ना केवल नजर तेज होती है, बल्कि यह कैटरेक्ट होने से भी रोकता है। शरीर में िवटािमन सी की कमी होने पर थकान व कमजोरी महसूस होने, जॉइंट्स अौर मसल्स में दर्द होने, मसूढ़ाें से खून अाने, टांगों में रैशेज होने जैसे लक्षण नजर अाते हैं। शरीर में लगातार इसकी कमी से स्कर्वी हो सकती है।