प्रश्नः मेरी उम्र 35 साल है और मेरे पति 38 साल के हैं। मेरा वजन बहुत ज्यादा है, खासकर मेरा पेट बहुत बड़ा है। इससे सहवास करते समय कई बार दिक्कत होती है। क्या करें?
उत्तरः बेहतर होगा कि आप अपना वजन कम करें। इसके लिए कुछ ऐसी एक्सरसाइज करें, जिससे लोअर एब्डोमेन की मसल्स टोन हों और वहां की चरबी ज्यादा जल्दी पिघल जाएं। फिलहाल आप अइव आसन आजमाएं। इस आसन में पुरुष आगे के बजाय पीछे से संबंध बनाता है। इस पोजिशन में स्त्री का बढ़ा हुआ पेट मैकेनिकल अवरोध पैदा नहीं करता। यह आसन ऋषि वात्स्यायन ने अपनी प्रसिद्ध पुस्तक कामसूत्र में बताया है।
प्रश्नः मेरी उम्र 28 साल की है। शादी को 6 साल हुए हैं। कुछ दिनों से मुझे ऐसा लगने लगा है कि पति के प्राइवेट पार्ट में जो ताकत होनी चाहिए, वह कभी रहती है, कभी नहीं रहती। प्रवेश के बाद मुझे कोई अहसास नहीं होता। क्या इसका कोई उपचार है?
उत्तरः कई बार जब नॉर्मल मेल सुपीरियर पोजिशन में व्यक्ति सहवास करता है, तो उस समय स्त्री के दोनों पैर ज्यादा फैले होते हैं। इसकी वजह से योनिमार्ग की चौड़ाई थोड़ी बढ़ जाती है। ऐसी स्थिति में महिला को अहसास होता है कि पार्टनर के प्राइवेट पार्ट में कमी है। इस समस्या का तुरंत उपाय बहुत आसान है। आप प्रवेश के बाद वुमन लेग क्रॉस्ड पोजिशन अपना लें। इस पोजिशन में एक एड़ी के ऊपर दूसरी एड़ी रखी जाती है। इससे पकड़ मजबूत हो जाएगी और इरेक्शन में कमी का अहसास भी दूर हो जाएगा। अगर सचमुच आपको कई बार लगता हो कि इरेक्शन में कमी है, तो आप हसबैंड को सिल्डेनाफिल (50 मि.ग्रा.)/टेडेनाफिल (10 मि.ग्रा.) या वर्डेनाफिल (10 मि.ग्रा.) की गोली सहवास से एक घंटे पहले पानी के साथ दें। ये गोलियां इरेक्शन पैदा नहीं करतीं, लेकिन आए हुए तनाव में इजाफा करती हैं। इन गोलियों का सेवन खाली पेट करें, तो बेहतर असर दिखाएंगे। इसे 24 घंटे में एक बार ले सकते हैं। अगर ब्लड प्रेशर की दवा ले रहे हैं और उस दवा में नाइट्रेट है, तो ये गोलियां नहीं लेनी चाहिए। इन गोलियों का सेवन आप अपने डॉक्टर की सलाह से ही करें। ऊपर बतायी गयी दवाअों के नाम जेनेरिक हैं। ये मार्केट में कुछ और नामों से उपलब्ध हैं।
प्रश्नः सहवास करते समय पति जल्दी स्खलित हो जाते हैं, लेकिन मेरे अतृप्त रह जाने का उन्हें अफसोस होता है। वे दवा लेना नहीं चाहते, क्या करें?
उत्तरः डेपॉक्सिटिन की 60 मि.ग्रा. की गोली सेफ है, लेकिन अगर वे दवा नहीं लेना चाहते, तो एक ही विकल्प बचता है। आप पोजिशन बदल लें। स्त्री विपरीत आसन यानी स्त्री के ऊपर और पुरुष के नीचे होने से ज्यादातर लोग अपना क्लाइमेक्स डिले कर लेते हैं। परमानेंट इलाज के लिए पति से कहें कि वे यूरिन रुक-रुक कर पास करें। इससे ब्रेन को संकेत जाएगा कि यूरिन हो या वीर्य, रुक-रुक कर बाहर निकालना है। लंबे समय तक ऐसा करने से मुमकिन है कि शीघ्र स्खलन से निजात मिल जाए।