गरमी में जब सब कुछ कुम्हलाया सा लगता है, बोगनवेलिया अपने पूरे शबाब पर होता है। घरों, सार्वजनिक स्थलों की दीवारों, छतों या टैरेस में रंगबिरंगे फूलों से लदे बोगनवेलिया की खासियत यही है कि इसे धूप से बहुत प्यार है। जैसे-जैसे गरमी बढ़ती है, इसके रंग खूब चटख और सुंदर दिखने लगते हैं। अगर आपके घर में भी

गरमी में जब सब कुछ कुम्हलाया सा लगता है, बोगनवेलिया अपने पूरे शबाब पर होता है। घरों, सार्वजनिक स्थलों की दीवारों, छतों या टैरेस में रंगबिरंगे फूलों से लदे बोगनवेलिया की खासियत यही है कि इसे धूप से बहुत प्यार है। जैसे-जैसे गरमी बढ़ती है, इसके रंग खूब चटख और सुंदर दिखने लगते हैं। अगर आपके घर में भी

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गरमी में जब सब कुछ कुम्हलाया सा लगता है, बोगनवेलिया अपने पूरे शबाब पर होता है। घरों, सार्वजनिक स्थलों की दीवारों, छतों या टैरेस में रंगबिरंगे फूलों से लदे बोगनवेलिया की खासियत यही है कि इसे धूप से बहुत प्यार है। जैसे-जैसे गरमी बढ़ती है, इसके रंग खूब चटख और सुंदर दिखने लगते हैं। अगर आपके घर में भी

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गरमी में जब सब कुछ कुम्हलाया सा लगता है, बोगनवेलिया अपने पूरे शबाब पर होता है। घरों, सार्वजनिक स्थलों की दीवारों, छतों या टैरेस में रंगबिरंगे फूलों से लदे बोगनवेलिया की खासियत यही है कि इसे धूप से बहुत प्यार है। जैसे-जैसे गरमी बढ़ती है, इसके रंग खूब चटख और सुंदर दिखने लगते हैं। अगर आपके घर में भी खूबसूरत बोगनवेलिया लगा है या आप इसे लगाने के बारे में सोच रहे हैं तो कुछ टिप्स आपके लिए मददगार साबित होंगे-

- इसके लिए प्लांटर थोड़ा बड़ा लें क्योंकि इसकी जड़ें गहरी होती हैं। यह खूब फैलता है। इसलिए इसकी जड़ों और तनों को फैलने के लिए अच्छा स्पेस चाहिए। इसे ऐसी जगह पर लगाएं, जहां यह अच्छी तरह फैल सके। जैसे- छत पर, गेट या बाउंड्री वॉल के पास। अमूमन लगाने के लगभग एक वर्ष बाद इस पर फूल आने शुरू होते हैं। 

- जैसा कि ऊपर बताया गया है, इसे अपना पोषण सबसे ज्यादा धूप से ही मिलता है। अगर आप चाहते हैं कि इसके रंग खूब चटख निकलें तो ऐसी जगह पर इसे रखें, जहां कम से कम 6-7 घंटे की धूप मिल सके। 

- इसे पानी की जरूरत कम होती है। इसलिए रोज पानी देने के बजाय तभी दें, जब मिट्टी ऊपर से बिलकुल सूखी लगे। इसे मिट्टी के गमले में लगाएं। ध्यान रखें कि पानी ठीक से ड्रेन हो सके। डेकोरेटिव या प्लास्टिक के प्लांटर्स में इसकी बढ़त अच्छी नहीं हो पाती। 

- वैसे तो बोगनवेलिया लो मेंटेनेंस है, फिर भी हर 2-3 महीने में एक बार ऑर्गेनिक खाद दें, खासतौर पर जब फूल खिलने वाले हों। इन्हें नाइट्रोजन कम और फास्फोरस ज्यादा चाहिए। इन्हें मिनरल बेस्ड नेचुरल खाद दें। इनकी जड़ें अलग तरह से फैलती हैं, इसलिए अपने माली से बात करके ही खाद या कीटनाशक दें। 

- बीच-बीच में कटाई-छंटाई करते रहें, ताकि इसके फूल स्वस्थ और खुश रह सकें। 

- अगर कीड़े इसके फूल या पत्तियां खा रहे हों तो बीच-बीच में नीम ऑइल का छिड़काव करें।

- यह किसी भी तरह की मिट्टी में लगाया जा सकता है लेकिन रेत और कोकोपीट का मिक्सचर अच्छा रहेगा। 

- बोगनवेलिया की कुछ किस्में 30 फिट तक लंबी हो जाती हैं, इसलिए इसे खुली जगहों के लिए अच्छा माना जाता है। अगर बालकनी या रूफ टैरेस में लगा रहे हैं तो नियमित छंटाई करें, तभी यह अच्छी तरह पनपेगा। 

(राजबल नर्सरी, गाजियाबाद के आशीष कुमार से बातचीत पर आधारित)