पहले जमाने की सादगी से होनेवाली शादियां जो कहीं गायब हो गयी थीं, अब उनका दौर फिर से लौट आया है। लाखों की वेडिंग ड्रेस, हजारों की मेंहदी, ब्यूटीशियन का मोटा बिल, वेन्यू का खर्चा, खाने का मल्टी क्यूजीन मेन्यू, सब मानो गुजरे जमाने की बातें हो गयी हैं।

पहले जमाने की सादगी से होनेवाली शादियां जो कहीं गायब हो गयी थीं, अब उनका दौर फिर से लौट आया है। लाखों की वेडिंग ड्रेस, हजारों की मेंहदी, ब्यूटीशियन का मोटा बिल, वेन्यू का खर्चा, खाने का मल्टी क्यूजीन मेन्यू, सब मानो गुजरे जमाने की बातें हो गयी हैं।

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पहले जमाने की सादगी से होनेवाली शादियां जो कहीं गायब हो गयी थीं, अब उनका दौर फिर से लौट आया है। लाखों की वेडिंग ड्रेस, हजारों की मेंहदी, ब्यूटीशियन का मोटा बिल, वेन्यू का खर्चा, खाने का मल्टी क्यूजीन मेन्यू, सब मानो गुजरे जमाने की बातें हो गयी हैं।

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पहले जमाने की सादगी से होनेवाली शादियां जो कहीं गायब हो गयी थीं, अब उनका दौर फिर से लौट आया है। लाखों की वेडिंग ड्रेस, हजारों की मेंहदी, ब्यूटीशियन का मोटा बिल, वेन्यू का खर्चा, खाने का मल्टी क्यूजीन मेन्यू, सब मानो गुजरे जमाने की बातें हो गयी हैं। अब मेंहदी पड़ोस की सहेलियां लगा रही हैं, मेकअप खुद किया जा रहा है, बरात घर में आ रही है और फेरे मां की साड़ी पहन कर लिए जा रहे हैं। मजे की बात यह है कि कपल्स का कहना है कि इस तरह की शादी में उन्होंने ज्यादा एंजॉय किया है।

करनी पड़ीं डबल तैयारियां

वेडिंग प्लानिंग कंपनी एफ-5 वेडिंग्स से पूर्वी मोडगिल का कहना है, ‘‘अप्रैल और मई महीने की सारी तय शादियां कैंसिल हो गयी थीं, अब ये कपल्स अगले साल जनवरी या फरवरी में शादी करना चाह रहे हैं, लेकिन दोबारा शादी की तैयारी करना ना सिर्फ समय की बर्बादी है, बल्कि जेब पर पड़ने वाला अतिरिक्त बोझ भी है। एक बार की गयी सारी तैयारियां पानी में गयीं और फिर नए सिरे से शादी की तैयारियां करनी पड़ेंगी। खासकर उन कपल्स के सारे प्लान इस लॉकडाउन की वजह से चौपट हो गए, जिन्होंने सीजन के आधार पर डेस्टिनेशन वेडिंग प्लान की थी। जो जगह समर वेडिंग के लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन थी, वह जगह विंटर वेडिंग्स के लिए परफेक्ट हो, यह जरूरी नहीं है। एेसे में जो लोग डेस्टिनेशन वेडिंग करना चाहते हैं, उन्हें सीजन के हिसाब से फिर से नए डेस्टिनेशन की तलाश करनी होगी।’’

दिल्ली की वेडिंग नेटवर्क कंपनी में काम करनेवाली तरुणा महाजन का कहना है, ‘‘आमतौर पर शादी के वेन्यू की बुकिंग के लिए 6 महीने पहले से एडवांस दे दिया जाता है। लेकिन एेन वक्त पर शादी कैंसिल होने की वजह से अभी तक हमारे वे पैसे भी वापस नहीं मिले हैं। लॉकडाउन के समय में कम से कम 10-15 बुकिंग्स कैंसिल हुईं, जिस वजह से क्लाइंट्स के साथ हमारा भी बहुत नुकसान हुआ है। अभी तो यह भी पक्का नहीं है कि वे पैसे अगली बुकिंग में एडजस्ट होंगे भी कि नहीं। वेडिंग इंडस्ट्री को इस स्थिति में बहुत नुकसान उठाना तो पड़ रहा है, लेकिन फिर भी हमारी कोशिश यही है कि कोई बीच का रास्ता एेसा निकालें, जिससे क्लाइंट और सर्विस देनेवाले सभी लोगों को कम से कम नुकसान उठाना पड़े।’’

मास्क नदारद पर दूरी बनायी

आमतौर पर शादी समारोह में दूल्हा-दुलहन और मेहमान सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन तो करते हैं, लेकिन इनमें मास्क अब गायब होते जा रहे हैं। फिलहाल तो शादी में कम ही लोगों को बुलाया जा रहा है। लेकिन तरुणा के मुताबिक कुछ बैंक्वेट हॉल्स अलग-अलग फ्लोर्स पर 50-50 मेहमानों के अरेंजमेंट की सुविधा भी दे रहे हैं। यानी इस तरह से आप शादी में 100 लोग बुला सकते हैं।

ज्यादातर वेडिंग प्लानर्स अपने क्लाइंट के लिए मेंहदी या कोरियोग्राफर आदि का अरेंजमेंट करने से बच ही रहे हैं। एफ 5 वेडिंग्स की पूर्वी मोडगिल का कहना है, ‘‘हम आजकल अपने क्लाइंट्स को यही सलाह दे रहे हैं कि वे मेंहदी, ब्यूटी सर्विस आदि का खुद ही इंतजाम करें। बहुत सी ब्राइड्स भी या तो खुद ही मेंहदी लगा रही हैं या फिर आसपड़ोस में किसी जानपहचान वाले से मेंहदी लगवा रही हैं। ’’ पहले जहां शादी के वेन्यू की सजावट आखिरी समय तक चलती रहती थी, वहीं अब पूरा वेन्यू तैयार होने के बाद उसे पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाता है, इसलिए अब यह जरूरी है कि तय समय से कम से कम एक घंटा पहले वेन्यू की सजावट का काम पूरा हो जाए, ताकि उसे अच्छी तरह से सैनिटाइज किया जा सके।

दिल्ली के वेडिंग वेन्यू वीजी नित्या फार्म्स के विशाल अरोड़ा का कहना है, ‘‘मेहमानों की सीमित संख्या होने के कारण इस साल इक्का-दुक्का शादियां ही लोग किसी पार्टी हॉल या होटल में कर रहे हैं। हमारे वेन्यू में भी जो शादियां हुई हैं, उनमें सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पूरा ध्यान रखा गया है। मेहमानों के बैठने के लिए कुरसियां दूर-दूर रखी गयी हैं, सारे स्टाफ और वेटर्स भी तभी काम करते हैं, जब वे पूरी तरह से फिट हों। मेहमानों के लिए भी सैनिटाइजर का पर्याप्त इंतजाम किए जा रहे हैं। जो गेस्ट मास्क पहन कर नहीं आ रहे हैं, उन्हें मास्क और ग्लव्स दिए जा रहे हैं। इस बात का ध्यान भी रखा जा रहा है कि एक जगह पर ज्यादा लोग इकट्ठा ना हों। फेरों के समय भी दूल्हा-दुलहन के साथ पंडित ही बैठे नजर आ रहे हैं, बाकी लोग दूर बैठते हैं।’’

ऑन टेबल फूड

वेडिंग प्लानर्स की मानें, तो आमतौर पर किसी भी फंक्शन में सबसे ज्यादा भीड़ आपको बुफे पर ही नजर आती है। इससे बचने के लिए अलग-अलग तरीके आजमाए जा रहे हैं, जैसे बुफे के बजाय मेहमानों को टेबल पर खाना सर्व करवाना, अगर कोई मेहमान होटल के कमरे में रुके हैं, तो वे अपने रूम्स में भी खाना मंगवाना पसंद कर रहे हैं। अगर बुफे सिस्टम है भी, तो भी खाने की सभी चीजें थोड़ी-थोड़ी दूरी पर रखी गयी हैं, ताकि ज्यादा लोग एक जगह इकट्ठा ना हो सकें। वैसे कुछ गेस्ट भी इस बात का ध्यान रखते हैं कि अगर बुफे टेबल पर 5-6 लोाग पहले से खड़े हैं, तो वे उनके वहां से आने का इंतजार करें।

शादी की लाइव स्ट्रीमिंग

कुछ लोग तो अभी भी किसी के घर जाने से भी डर रहे हैं, एेसे लोगों को शादी में शरीक करने का तरीका है लाइव स्ट्रीमिंग। इसके लिए मैरिज वेन्यू पर वाई-फाई का अरेंजमेंट किया जाता है, बढि़या स्क्रीन लगायी जाती है और कम से कम 2-3 वीडियोग्राफर्स की टीम होती है, जो शादी में हर एंगल से वीडियोग्राफी करती है। अब बात आती है कि मेहमान इस शादी में वर्चुअली जुड़ते कैसे हैं। तो इसके कई तरीके हैं, जैसे जूम, जी सुईट, प्राइवेट फेसबुक इवेंट आदि। मेहमानों को वॉट्सएप और मेल से इन्विटेशन के द्वारा लिंक पहले ही भेज दिया जाता है। कुछ शादियों में तो पंडित भी वीडियो चैटिंग के जरिए जुड़े हैं। फिलहाल जब तक कोरोना का डर है, तब तक शादियां इसी तरह से होंगी। जिन कपल्स ने इस सोशल डिस्टेंसिंग के साथ शादी की हैं, वे अब इस इंतजार में हैं कि कब लॉकडाउन खुले और वे पहले एक बढि़या सा रिसेप्शन अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के लिए रखें और फिर हनीमून पर भी निकल जाएं।

मैट्रीमोनी साइट्स पर शादियां

नीलू व अनिमेश, जिन्होंने लॉकडाउन में दूर रहकर वीडियो कान्फ्रेंसिंग से शादी की

अगर आपको यह लगता है कि मैट्रीमोनी साइट्स आपके लिए सिर्फ रिश्ता ढूंढ़ने का ही काम करती हैं, तो आप गलत हैं। शादी डॉट कॉम ने लॉकडाउन के दौरान अपने क्लाइंट्स के लिए खास सर्विस वेडिंग्स फ्रॉम होम की भी शुरुआत की, जिसके तहत वे ना सिर्फ लड़का-लड़की की वीडियो चैटिंग करवाते हैं, बल्कि बात तय होने पर शादी का भी पूरा अरेंजमेंट करवा देते हैं। इसमें शामिल है मेकअप और मेंहदी के लिए खास ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स, शादी के बाकी इंतजाम जैसे घर की सजावट और यहां तक कि वीडियो कॉलिंग के जरिए संगीत का अरेंजमेंट करने की भी सुविधा है। वीडियो कॉलिंग के जरिए पंडित जी भी मंत्र पढ़ने के लिए मिल जाएंगे। शादी डॉट कॉम के मार्केटिंग डाइरेक्टर अदीश जवेरी का कहना है, ‘‘हमारे यहां शादी में मुहूर्त का अहम रोल है, इसलिए हमने सोचा कि जिन लोगों ने पैंडेमिक के समय में शादी पक्की कर रखी है, तो क्यों ना उसी तारीख पर उनकी शादियां करवायी जाएं। इसी को ध्यान में रखते हुए यंग कपल्स ने खुद ही वेडिंग प्लानर बनते हुए वेडिंग्स फ्रॉम होम सर्विस की मदद से अपनी शादी प्लान की। पहले हमने सोचा कि हम सिर्फ फेरों की व्यवस्था करेंगे, पर लोगों की डिमांड को देखते हुए यह लगा कि क्यों ना उसी धूमधड़ाके के साथ शादी करवायी जाए, जैसे आम शादियां होती हैं। तब वर्चुअल संगीत, मेंहदी आर्टिस्ट, मेकअप आर्टिस्ट और डिजिटल इन्विटेशन इसमें जुड़े। डिजिटल इन्वाइट में शादी के वेन्यू की जगह वीडियो कॉल का लिंक दिया जाता है।’’

देखा जाए, तो दूल्हा और दुलहन दोनों के लिए यह यादगार अनुभव रहा कि कैसे उनके सभी दोस्त और रिश्तेदार अपने-अपने घरों में सज-संवर कर बैठे हैं और वीडियो लिंक से जुड़ कर संगीत और मेंहदी के फंक्शन में अपनी मौजूदगी दर्ज करवा रहे थे। मजे की बात कि कोई गिटार बजा रहा था, तो कोई अपने ही घर के ड्रॉइंगरूम में डांस कर रहा था। यानी शादी में मौजमस्ती में कोई कमी नहीं, पर सेफ्टी का पूरा ध्यान है।

भोपाल की नीलू रॉय को पता नहीं था कि लॉकडाउन उनके लिए जीवन का यादगार समय बन जाएगा। देहरादून में रहनेवाले अपने मंगेतर के साथ शादी की तारीख 9 मई फिक्स हो चुकी थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से सब कुछ मझधार में जाता लग रहा था। पर दो दिलों ने जब मिलने की ठान ली, तो नतीजा हुअा वर्चुअल शादी। नीलू का कहना है, ‘‘किसी भी हाल में मैं व मेरे मंगेतर अनिमेश शादी टालना नहीं चाहते थे। इसलिए हमने सोचा कि जब बाहर के देशों में वर्चुअल शादियां हाे रही हैं, तो हम क्यों नहीं कर सकते।

फिर हमें शादीडॉटकाम की वेडिंग्स एट होम के बारे में पता चला। इसकी मदद से हम लॉकडाउन में दूर-दूर रहते हुए भी शादी कर पाए। मेरे हसबैंड देहरादून में, उनकी फैमिली असम में और हम भोपाल में थे।

शुरू में लगा कि यह कैसे होगा, पर शादी करवाने वाले पंडित जी ने ही बताया कि दूल्हा-दुलहन एक जगह पर ना रहते हुए भी शादी कर सकते हैं। हमारी शादी की जूम मीटिंग में 100-150 लोग जुड़े और बाकियों ने हमारी शादी फेसबुक लाइव पर अटेंड की। पंडित जी की बतायी सारी रस्में हम अपने-अपने घर में भगवान की मौजूदगी में कर रहे थे।

हमारी शादी बेशक लॉकडाउन में हुई, पर हमने अपनी शादी को पूरी तरह से एंजॉय किया। इसमें ऑनलाइन संगीत सेरेमनी भी हुई, जिसमें विदेश में रहनेवाले रिश्तेदार भी जुड़े। शादी से पहले मेकअप आर्टिस्ट और मेंहदी आर्टिस्ट ने मुझे ऑनलाइन ट्रेनिंग दी कि मुझे इस दिन के लिए कैसे तैयार होना है। कुल मिला कर मेरी शादी यादगार रही।’’