पूरे 21 वर्षों बाद चंडीगढ़ की रहने वाली खूबसूरत हरनाज संधू ने मिस यूनिवर्स का ताज पहनकर हिंदुस्तान का सीना चौड़ा कर दिया। आत्मविश्वास से लबरेज और दृढ़ विचारों वाली हरनाज बेहद विनम्र हैं। वनिता को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में हरनाज ने अपने बचपन, परिवार अौर मिस यूनिवर्स बनने तक के सफर पर बेबाकी से बातचीत की है, प्रस्तुत हैं इसके कुछ खास अंश-

पूरे 21 वर्षों बाद चंडीगढ़ की रहने वाली खूबसूरत हरनाज संधू ने मिस यूनिवर्स का ताज पहनकर हिंदुस्तान का सीना चौड़ा कर दिया। आत्मविश्वास से लबरेज और दृढ़ विचारों वाली हरनाज बेहद विनम्र हैं। वनिता को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में हरनाज ने अपने बचपन, परिवार अौर मिस यूनिवर्स बनने तक के सफर पर बेबाकी से बातचीत की है, प्रस्तुत हैं इसके कुछ खास अंश-

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पूरे 21 वर्षों बाद चंडीगढ़ की रहने वाली खूबसूरत हरनाज संधू ने मिस यूनिवर्स का ताज पहनकर हिंदुस्तान का सीना चौड़ा कर दिया। आत्मविश्वास से लबरेज और दृढ़ विचारों वाली हरनाज बेहद विनम्र हैं। वनिता को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में हरनाज ने अपने बचपन, परिवार अौर मिस यूनिवर्स बनने तक के सफर पर बेबाकी से बातचीत की है, प्रस्तुत हैं इसके कुछ खास अंश-

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1994 में पहली बार सुष्मिता सेन ने मिस यूनिवर्स का ताज जीता था। इसके बाद वर्ष 2000 में लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनीं और अब पूरे 21 वर्षों बाद चंडीगढ़ की रहने वाली खूबसूरत हरनाज संधू ने मिस यूनिवर्स का ताज पहनकर हिंदुस्तान का सीना चौड़ा कर दिया। आत्मविश्वास से लबरेज और दृढ़ विचारों वाली हरनाज बेहद विनम्र हैं। 

वनिता को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में हरनाज ने अपने बचपन, परिवार अौर मिस यूनिवर्स बनने तक के सफर पर बेबाकी से बातचीत की है, प्रस्तुत हैं इसके कुछ खास अंश- 

प्रश्नः 21 साल की उम्र में मिस यूनिवर्स का प्रतिष्ठित सम्मान और यह ताज आपने पहना है। इस प्रतियोगिता के फाइनल राउंड में अापने कितना प्रेशर महसूस किया ? 

उत्तरः 21 की उम्र ? उम्र तो बस एक नंबर है। इंसान चाहे तो किसी भी उम्र में अपने सपने पूरे कर सकता है, बस एक किलर्स इंस्टिंक्ट,फायर, जज्बा उस में अवश्य हो। मैं अपनी बात करूं, तो मैंने बचपन से माता-पिता, परिवार, दोस्त और सभी इर्द-गिर्द के लोगों को देखा व महसूस किया है। सभी से मैंने कुछ न कुछ सीखा। आज मैंने जो भी कुछ पाया अपने देश और देशवासियों की बदौलत पाया। मेरी परवरिश अौर मिस यूनिवर्स का ताज दिलवाने में सभी का बड़ा योगदान है। फाइनल और सेमी फाइनल राउंड में मैंने बहुत प्रेशर महसूस किया, लेकिन उस दौरान अपने दिल को समझाती रही की यहां तक आना किसी ओलंपिक में देश के लिए पार्टिसिपेट करने जैसा है, वहां तक पहुंचना बड़ी बात है और मेडल पाना देश के लिए गौरव।वे लम्हे मुश्किल थे, लेकिन नामुमकिन कुछ भी नहीं था। 

प्रश्नः सुना है 17 भाइयों में आप इकलौती बहन है, आपकी परवरिश कितने लाड़-प्यार से हुई ? 

उत्तरः मेरे सगे भाई हरनूर सिंह के अलावा मेरे चचेरे मौसेरे भाई मिलाकर मेरे 17 भाई है और मैं अकेली उनकी सबसे  छोटी बहन हूं। बेटी के जन्म के लिए मेरी मां ने मन्नत मांगी थी। मेरा जन्म मेरे परिवार के लिए खुशियों की सौगात था। बहुत ज्यादा लाड़-प्यार मिलने के बावजूद मैं कभी बिगड़ी नहीं बल्कि लाड़ प्यार ने मुझे अौर भी ज्यादा जिम्मेदार बनाया। मुझे मेरे माता-पिता अौर परिवार पर बहुत नाज है। 

प्रश्नः वीमेन एम्पावरमेंट के बारे में आपकी क्या सोच है ? इस दिशा में आप क्या करना चाहती है ?

उत्तरः मेरी मां रविंदर कौर संधू डॉक्टर है, मां के साथ अक्सर मैंने हेल्थ कैम्प अटेंड किये है। महिलाअों के सशक्तिकरण से पहले उनके मेंस्ट्रुअल रिलेटेड इश्यूज पर ध्यान देना बहुत जरुरी है यह मैंने करीब से देखा है। महिलाओं में बढ़ता कैंसर चिंता का सबब बन चूका है। बहुत कम उम्र में लड़कियों की शादी होना उनके स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं इन सभी मुद्दों पर काम करना बहुत जरूरी है।

प्रश्नः ग्लोबली महिलाओं के इशूज है जिन पर ध्यान देना होगा ? 

उत्तरः सभी जगह महिलाओं को नजरअंदाज करने की मानसिकता देखी जा सकती है। स्त्रियों को अपने निर्णय खुद लेने का अधिकार नहीं होता, बेटियों के सभी निर्णय उनके पिता, भाई या घर के बुजुर्ग पुरुष लेते है। यह गलत सोच है, हर लड़की को अपने जीवन से जुड़े निर्णय खुद लेने का अधिकार होना चाहिए। 

हमारे देश में चाइल्ड मैरिज भी एक बड़ा मुद्दा है , जबकि अब लड़कियों की शादी की उम्र 18 से 21 कर दी गयी है,  यह एक बहुत अच्छी पहल है। आज भी कन्या भ्रूण हत्याएं होती है।समाज को यह हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि कोरोना महामारी के दौर में नर्सेज, डॉक्टर्स,महिला पुलिस टीम ने कितनी कुशलता से काम किया। अगर औरतों को सही मौका दिया तो वे क्या नहीं कर सकती।दरअसल, समाज को महिलाओं के प्रति माइंड सेट बदलना होगा जिसमें वक्त लगेगा महिलाओं के हेल्थ इश्यूज, मेन्टल हेल्थ इश्यूज पर ध्यान देना भी निहायत जरुरी है। मैं इन सभी मुद्दों पर काम करना चाहती हूं। 

प्रश्नः हर मिस इंडिया, मिस वर्ल्ड और मिस यूनिवर्स का बॉलीवुड में आना लगभग तय होता है , आपके पास भी बॉलीवुड फिल्मों के अॉफर्स अाए होंग। क्या आपने कोई फिल्म साइन की है ?'

उत्तरः ऑफर्स तो आएं है , लेकिन फिल्मों में काम करना इस वक्त मेरी प्राथमिकता नहीं है। मैंने कोई फिल्म साइन नहीं की। अगर मैं भविष्य में कोई फिल्म करूंगी तो भी सोच-समझकर करूंगी।मैं जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लूंगी। मेरे लिए क्वांटिटी से ज्यादा क्वालिटी बहुत मायने रखती है। 

प्रश्नः अापका ब्यूटी अौर फिटनेस सीक्रेट क्या है ?

उत्तरः ब्यूटी और फिटनेस सीक्रेट एक दूसरे से जुड़े हैं। मेरी मां की स्किन बहुत अच्छी है, तो जेनेटिकली मुझे भी हेल्दी स्किन मिली। मैं अपनी डाइट में फ्रूट्स ज्यादा से ज्यादा फ्रूट्स शामिल करती हूं, जिससे मेरी स्किन मॉइस्ट रहती है। दिन में 3 लीटर पानी पीना मेरी आदत में शुमार है। कभी भी खाली पेट नहीं रहती। मुझे घर का खाना ही पसंद है। सुबह उठने पर 15-20 मिनट योगा जरूर करती हूं। 

प्रश्नः आप अपना रोल मॉडल किसे मानती हैं ?

उत्तरः हर बच्चे के लिए उसके माता-पिता ही उसके रोल मॉडल होते है , मैं अपने माता-पिता को बेहद प्यार करती हूँ लेकिन मैं खुद अपनी ही रोल मॉडल हूं यहां तक आने के लिए मैंने जितनी मेहनत की है, वह बस मैं ही जानती हूं, इसीलिए मैं खुद ही अपनी रोल मॉडल हूं।

हरनाज के परिवार, भाई-बहनों, बचपन और मिस यूनिवर्स का ताज जीतने से जुड़ी और भी रोचक जानकारी पाने के लिए हरनाज का पूरा इंटरव्यू पढ़ें वनिता के फरवरी, 2022 अंक में।