पहचानें रिलेशनशिप के 7 डेडली रेड फ्लैग्स
लव, रिलेशनशिप और शादियों को लेकर बढ़ते संदेह और उठते ढेर सारे सवालों के बीच असल विकटिम्स हैं दोनों जेंडर्स। बदलते समाज में प्यार और रिश्तों की भी परिभाषा और उन में अपेक्षाएं भी तेजी से बदल रही हैं। जहां एक पीढ़ी सिचुएशनशिप को अपना सच मान रही है वहां साथ-साथ एक पीढ़ी और है, जो अभी भी शादी में
लव, रिलेशनशिप और शादियों को लेकर बढ़ते संदेह और उठते ढेर सारे सवालों के बीच असल विकटिम्स हैं दोनों जेंडर्स। बदलते समाज में प्यार और रिश्तों की भी परिभाषा और उन में अपेक्षाएं भी तेजी से बदल रही हैं। जहां एक पीढ़ी सिचुएशनशिप को अपना सच मान रही है वहां साथ-साथ एक पीढ़ी और है, जो अभी भी शादी में
लव, रिलेशनशिप और शादियों को लेकर बढ़ते संदेह और उठते ढेर सारे सवालों के बीच असल विकटिम्स हैं दोनों जेंडर्स। बदलते समाज में प्यार और रिश्तों की भी परिभाषा और उन में अपेक्षाएं भी तेजी से बदल रही हैं। जहां एक पीढ़ी सिचुएशनशिप को अपना सच मान रही है वहां साथ-साथ एक पीढ़ी और है, जो अभी भी शादी में
लव, रिलेशनशिप और शादियों को लेकर बढ़ते संदेह और उठते ढेर सारे सवालों के बीच असल विकटिम्स हैं दोनों जेंडर्स। बदलते समाज में प्यार और रिश्तों की भी परिभाषा और उन में अपेक्षाएं भी तेजी से बदल रही हैं। जहां एक पीढ़ी सिचुएशनशिप को अपना सच मान रही है वहां साथ-साथ एक पीढ़ी और है, जो अभी भी शादी में आधे-अधूरे विश्वास के साथ आगे बढ़ कर शादियां कर रही हैं। इस कंफ्यूज्ड लव वर्ल्ड में कई पीढि़यां हैं, जो अपनी-अपनी प्रेम कहानियां अपनी तरह से लिख रही हैं। रोजाना बनते-बिगड़ते रिश्ते, टूटती शादियां और खतरे में पड़ी जानों से जुड़ रहे हैं सवाल। क्या यह पीढ़ी अपने लिए सही फैसले लेने में असक्षम है? क्या पेरेंट्स का बच्चों की लव लाइफ में बोलना दबाव पैदा कर देता है जिससे वे सही फैसले नहीं कर पाते? इन फेल्ड रिलेशनशिप्स के लिए कौन जम्मेदार है?
अपने रिलनशिप में अगर आप बिग स्टेप लेने में कंफ्यूज्ड हैं, तो ध्यान रखें कि लिवइन पार्टनर हों या शादीशुदा कपल्स, कुछ रेड फ्लैग्स अपने पार्टनर में चेक करें, अगर ऐसा है तो फैसला सोच-समझ कर ही करें। अरेंल्ड मैरिज का गोल्डन रूल है कि इसमें कभी जल्दबाजी ना करें, कोर्टशिप के लिए कुछ महीनों का समय जरूर लें। रिलेशनशिप काउंसलर डॉ. दिपाली बत्रा बता रही हैं कि रिलेशनशिप में अहम 7 रेड फ्लैग्स कौन से हैं?
- इमोशनली कोल्ड : अगर पार्टनर बात सिर्फ फर्ज पूरा करने के लिए करें, आपकी बातों में कोई रुचि ना ले, सिर्फ सवालों का जवाब दे और अपनी तरफ से कोई पहल ना करें।
- सीक्रेसी : अगर वह अपने गैजेट्स को लेकर सीक्रेटिव है, आपके सामने फोन साइलेंट पर रखना, फोन उलटा कर के रखना या अपनी सभी नोटिफिकेशन ऑफ रखना। अपने लैपटॉप को आपके सामने बंद रखना और सारा हिस्ट्री हमेशा डिलीट कर देना।
- वेडिंग प्लानिंग में रुचि ना लेना : कभी-कभी कुछ साइन देर से नजर आते हैं, लेकिन इन्हें नजरअंदाज ना करें। अगर आपका पार्टनर शादी की तैयारियों या उससे जुड़ी किसी भी बात से बचता है तो इस पर पहले खुल कर बात करें और जल्दबाजी ना करें।
- झूठ बोलना : कई बार लोग बातें छुपाने या पार्टनर से सवालों से बचने के लिए झूठ का सहारा लेते हैं, लेकिन यह आदत रिलेशनशिप को खराब कर सकती है।
- कनफ्यूल्ड बिहेवियर : अगर उनका व्यवहार हॉट एंड कोल्ड है यानी कभी प्यार से बात करना और एकदम से गुससा या चिड़चिड़ा हो जाना, तो इसे नजरअंदाज ना करें।
- फिजिकली अनकंफर्टेबल : अगर आपका पार्टनर एक लंबे रिलेशनशिप में भी किसी भी तरह की इंटिमेसी से बचता है, तो यह भी एक रेड फ्लैग है। ऐसा आमतौर पर तब होता है, जब उसकी लाइफ में या तो कोई और हो या फिर आपमें रुचि ना हो।
- जिम्मेदारी ना लेना : अगर आप अपने पार्टनर से कुछ शेअर करें जैसे कि उसकी कोई बात आपको बुरी लगी है, तो उस बात को समझने की जगह या अपनी गलती मानने की जगह पीछा छुड़ाने की कोशिश करे तो यह भी टॉक्सिक रिलेशनशिप का साइन हो सकता है।