बच्चों की सेहत के साथ-साथ पर्यावरण को भी नुकसान पहुंचा रहा है प्लास्टिक, इसे छोड़ें।

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बच्चों के लिए प्लास्टिक का लंच बॉक्स खरीदते समय ज्यादातर पेरेंट्स इन बातों पर ध्यान देते हैं कि लंच बॉक्स पर बच्चों के पसंदीदा कार्टून कैरेक्टर बने हों, गर्ल्स के लंच बॉक्स का कलर पिंक हो और बॉयज का ब्लू कलर का हो व स्कूल बैग में आसानी से एडजस्ट हाे जाए। यही नहीं ग्रेवी वाली सब्जियां डिब्बे से लीक भी ना करें। भले ही मम्मी-पापा की लंच बॉक्स को ले कर यह सतर्कता अच्छी है, लेकिन चिकित्सकों की मानें, तो प्लास्टिक के टिफिन बॉक्स बच्चों को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

 दिल्ली स्थित श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के सीनियर पीडियाट्रिशियन डाॅ. आशीष साहनी बताते हैं, ‘‘पेरेंट्स न्यूट्रिशन से भरपूर खाने को प्लास्टिक के लंच बॉक्स में पैक करके निश्चिंत हो जाते हैं। लेकिन इनमें से ज्यादातर को यह पता नहीं है कि प्लास्टिक के जिस टिफिन बॉक्स में खाना दिया जा रहा है, वह बीमारियों को बुलावा दे रहा है, क्योंकि प्लास्टिक के डिब्बे में रखा खाना प्लास्टिक के केमिकल को सोख लेता है, खासकर जब खाना बहुत गरम हो।’’ डॉ. आशीष साहनी जोर दे कर कहते हैं कि प्लास्टिक के बरतन और टिफिन बॉक्स से जेनोइस्ट्रोजन नाम का केमिकल रिसता है। इस हानिकारक रसायन की वजह से शरीर में हारमोनल गड़बडि़यां होने लगती है। बड़ों पर तो इसका असर पड़ता ही है, लेकिन बच्चों के मामले में तो यह और भी खतरनाक हो सकता है।

प्लास्टिक के बुरे असर को देखते हुए कई कंपनियों ने स्टील और कांच के लंच बॉक्स लॉन्च किए हैं। बोरोसिल ने हॉट एन फ्रेश स्टेनलेस स्टील लंच बॉक्स को भारतीय खाने को ध्यान में रख कर ही तैयार किया है। इसके बंद डिब्बों से दाल और रसे वाली सब्जियां नहीं रिसती हैं। बोरोसिल का ग्लास लंच बॉक्स बोरोसिलिकेट कांच से बना होता है। इससे किसी ऐसे केमिकल का रिसाव नहीं होता है, जो खाने को नुकसानदायक बनाए।

वाया लाइफ प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ वशिष्ठ वसंतकुमार के अनुसार वाया टिफिन हाई ग्रेड स्टील से बने हैं। यह बीपीए फ्री है। बीपीए एक केमिकल है, जो मजबूत पॉलीकार्बोनेट प्लास्टिक बनाने में इस्तेमाल किया जाता है। बच्चों के लिए सेफ होने के कारण ही फूड और ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन विभाग से भी प्रमाणित है। वशिष्ठ वसंतकुमार कहते हैं कि बच्चों की पसंद को ध्यान में रख कर ही ये कई रंगों के बनाए गए हैं। हमारे टिफिन सीरीज में कॉमिक स्ट्रिप के डिजाइन भी हैं। डिज्नी के प्रामाणिक पार्टनर होने के कारण बच्चों के टिफिन बॉक्स पर मिकी, कैप्टन अमेरिका, आयरन मैन, फ्रोजर और अवेंजर्स सीरीज भी नजर आते हैं।

 स्कूल की ओर से भी पेरेंट्स से लगातार यह अनुरोध किया जा रहा है कि वे स्टील के लंच बॉक्स में ही बच्चों को खाना दें। इसकी एकमात्र वजह वे अध्ययन हैं, जिनमें बीपीए को हारमोनल समस्याओं, बिहेवियर प्रॉब्लम्स, मोटापा, ओबेसिटी, कैंसर, डाइबिटीज और दिल की बीमारियों का जिम्मेदार ठहराया गया है। विनोद कुकवेअर ने भी प्लास्टिक पॉल्यूशन से लड़ने के लिए स्टील के वॉटर बॉटल लॉन्च किए हैं।

बच्चों के हेल्थ के साथ ही प्लास्टिक में मौजूद टॉक्सिन्स से एनवॉयरमेंट को भी भारी नुकसान पहुंच रहा है। एक अनुमान के आधार पर विश्वभर में केवल 4 प्रतिशत प्लास्टिक को ही रिसाइकल किया जाता है। बाकी प्लास्टिक के कचरे लैंडफिल्स के हो कर रह जाते हैं, जो बायोडिग्रेडबल नहीं होने की वजह से कई तरीकों से पर्यावरण को नुकसान पहुंचाते रहते हैं। सौ बात की एक बात यह है कि समय आ गया है जब प्लास्टिक को पूरी तरह से लाइफस्टाइल से निकाल बाहर कर दिया जाए।