आपका चेहरा खोलता है सेहत के राज
आपके चेहरे के अलग-अलग भाग शरीर के कई अंगों से जुड़े होते हैं। अगर इन्हें ठीक से पढ़ना सीख जाएं, तो आप अपनी हेल्थ से जुड़ी कई चीजों के बारे में पहले से जान सकती हैं। पहले जमाने में वैद्य और आयुर्वेदिक डॉक्टर चेहरा देख कर बीमारी का पता लगा लेते थे। कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. पूनम वाधवानी के अनुसार
आपके चेहरे के अलग-अलग भाग शरीर के कई अंगों से जुड़े होते हैं। अगर इन्हें ठीक से पढ़ना सीख जाएं, तो आप अपनी हेल्थ से जुड़ी कई चीजों के बारे में पहले से जान सकती हैं। पहले जमाने में वैद्य और आयुर्वेदिक डॉक्टर चेहरा देख कर बीमारी का पता लगा लेते थे। कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. पूनम वाधवानी के अनुसार
आपके चेहरे के अलग-अलग भाग शरीर के कई अंगों से जुड़े होते हैं। अगर इन्हें ठीक से पढ़ना सीख जाएं, तो आप अपनी हेल्थ से जुड़ी कई चीजों के बारे में पहले से जान सकती हैं। पहले जमाने में वैद्य और आयुर्वेदिक डॉक्टर चेहरा देख कर बीमारी का पता लगा लेते थे। कॉस्मेटिक डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. पूनम वाधवानी के अनुसार
नाक
अापकी नाक का सीधा संबंध अापके फेफड़ों से है। अापके नॉस्ट्रिल्स यानी नथुने अगर लंबे अौर पतले हैं, तो अापमें ऊर्जा की कमी व फेफड़े कमजोर हैं। इन्हें हेल्दी रखने के लिए अापको डीप ब्रीदिंग तकनीक अाजमानी होगी। नाक पर कोई पिंपल हो अौर अगर नसें भी दिख रही हों, तो यह हाई बीपी, हार्ट प्रॉब्लम्स अौर लिवर में खराबी की निशानी है। नाक पर जगह-जगह पर उभार हार्ट अौर ब्लड सर्कुलेशन में गड़बड़ी की निशानी है।
माथा
चौड़ा माथा सौभाग्य की निशानी है, पर यह अापके दिल अौर अांतों के स्वास्थ्य के राज भी खोल सकता है। अगर अापके माथे पर नसें उभरी हुई दिखायी देने लगें, तो अाप गॉल ब्लैडर अौर दिल की बीमारियों की चपेट में अा सकती हैं। त्वचा का बदरंग होना इमोशनल स्ट्रेस की भी निशानी है। अगर माथे की त्वचा का रंग नीलापन लिए हुए हरा हो, तो हार्ट अटैक का खतरा अापके सिर पर मंडरा रहा है।
गाल
दाएं गाल का संबंध फेफड़ों, बड़ी अांत से है, जबकि बाएं का लिवर अौर गॉल ब्लैडर से। दाएं गाल की त्वचा का बदरंग होना, जहां फेफड़ों या अस्थमा जैसी सांस की बीमारियों की अोर इशारा करती है, वहीं बायां गाल मन में होनेवाली भावनात्मक उथलपुथल जैसे गुस्सा अौर डिप्रेशन भी दर्शाता है। चेहरे का बायां भाग हमारे नर्वस सिस्टम से जुड़ा है। इस भाग पर किसी तरह की झांइयां या लालिमा गुस्से या चिढ़ के कारण होनेवाले हाई बीपी की निशानी है।
त्वचा का रंग
अापकी त्वचा का रंग देख कर भी अापकी बॉडी हेल्थ का हाल पता चल सकता है। ऐसा कहा जाता है कि त्वचा के रंग में हरापन अाना लिवर की बीमारी अौर कैंसर की निशानी है। जबकि अॉरेंज या पीला पैच हो, तो इसका मतलब अाप जरूरत से ज्यादा मीठा खाते हैं। त्वचा अगर सफेद होने लगे, तो यह लिवर अौर किडनी की समस्या की अोर इशारा करता है।