दीपिका बचपन से फिट रही हैं, कभी ओवरवेट नहीं हुईं। दीपिका की स्लिम ट्रिम बॉडी देख कर ही इमेज गुरु प्रसाद बिडप्पा ने उन्हें मॉडलिंग में जाने की सलाह दी।

दीपिका बचपन से फिट रही हैं, कभी ओवरवेट नहीं हुईं। दीपिका की स्लिम ट्रिम बॉडी देख कर ही इमेज गुरु प्रसाद बिडप्पा ने उन्हें मॉडलिंग में जाने की सलाह दी।

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दीपिका बचपन से फिट रही हैं, कभी ओवरवेट नहीं हुईं। दीपिका की स्लिम ट्रिम बॉडी देख कर ही इमेज गुरु प्रसाद बिडप्पा ने उन्हें मॉडलिंग में जाने की सलाह दी।

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मशहूर बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण चाहते थे कि उनकी बेटी दीपिका पादुकोण उनसे भी बेहतर, आला दर्जे की इंटरनेशनल बैडमिंटन प्लेयर बने। बेटी को अंतर्राष्ट्रीय बैडमिंटन प्लेयर बनाना है, तो बचपन से दीपिका को लो कार्ब और हाई प्रोटीन होममेड फूड देने पर ध्यान दिया गया। दीपिका बचपन से फिट रही हैं, कभी ओवरवेट नहीं हुईं। दीपिका की स्लिम ट्रिम बॉडी देख कर ही इमेज गुरु प्रसाद बिडप्पा ने उन्हें मॉडलिंग में जाने की सलाह दी और उन्हें काफी फैशन डिजाइनर के फैशन शोज में रैंप वॉक में बतौर मॉडल मौका दिया। देखते-देखते दीपिका कई अंतर्राष्ट्रीय प्रोडक्ट्स एंडोर्स करने लगीं। 2004 में लिरिल सोप के विज्ञापन में दीपिका पॉपुलर हुईं और फिर दीपिका ने अपना अगला कदम बॉलीवुड में रखा। शाहरुख खान के होम प्रोडक्शंस की फिल्म ओम शांति ओम के लिए निर्देशक फराह खान ने दीपिका को पहली बार मौका दिया और ओम शांति ओम की अदभुत सफलता के बाद दीपिका ने पीछे मुड़ कर देखा नहीं।

फिल्म गहराइयां के प्रमोशन के समय दीपिका ने कहा कि मेरे घर का माहौल हमेशा ही बहुत अनुशासित रहा है। मुझे देर से जगना, छोटे-मोटे काम के लिए नौकर रखना जैसी गलत आदतों से दूर रखा गया। मैं मम्मी की हेल्प भी किया करती थी, गार्डनिंग के कामों में भी मुझे रुचि थी। मम्मी ने कहा, जितना हो सके अपने कपड़ों को खुद ही आयरनिंग किया करो। लंच-डिनर के बाद डाइनिंग टेबल क्लीन करना, अपनी प्लेट्स सिंक में रखना, वक्त है तो उसे धोना, हर काम की मैं आदी हूं। लगातार काम करने से शरीर फ्लेक्सिबल भी रहा। शादीशुदा जीवन में लॉकडाउन के दिनों हाउस हेल्प ना मिलने से कइओं की परेशानियां बढ़ीं, लेकिन मुझे कोई दिक्कत नहीं हुई। नौकरों के भरोसे रहने की मेरी आदत नहीं है, ना कभी पहले थी। अपने घर की ग्रॉसरी भी मैं खुद ऑनलाइन ऑर्डर करती हूं। मैं फिल्म स्टार हूं, अपने घर के कामकाज कैसे कर सकती हूं? यह मेरी सोच कभी बनी नहीं !

मैं सुबह 7 बजे उठती हूं। एक कप हॉट कॉफी पीना मेरी आदत है। साढ़े सात से 8 बजे तक मैं योग अभ्यास करती हूं। योग में 10 सूर्य नमस्कार, सर्वांगासन, प्राणायाम जरूर करती हूं। मैं सप्ताह में 2 मर्तबा स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज भी करती हूं। चेंज के लिए मैं आधा घंटा सुबह वॉक भी करती हूं। अपना स्टेमिना बढ़ाने के लिए मैं पुशअप्स व क्रंचेस भी करती हूं।

मैं ब्रेकफास्ट 9 बजे के आसपास लेती हूं। मुझे भारतीय खाना, ब्रेकफास्ट पसंद है। उपमा, डोसा, इडली, पोहा आदि मेरे ब्रेकफास्ट में होता है। नाश्ते के बाद एक गिलास लो फैट दूध लेती हूं। कभी 2 एग वॉइट भी लेती हूं।

मेरे लंच में 2 रोटी, ग्रिल्ड फिश या फिश करी, लेट्यूस सलाद, थोड़ा राइस (अकसर ब्राउन राइस) शामिल होता है। डिनर में 7 बजे कुछ सूप लेती हूं, जिस में क्लियर सूप, लेंटिल सूप, कॉर्न सूप में से कुछ भी ले लेती हूं। डिनर में 2 रोटी के साथ एक पत्तेदार सब्जी होती है। हर हाल में रात का डिनर मैं 8 बजे तक लेती हूं। डिनर में मैं कभी भी नॉनवेज खाना पसंद नहीं करती। डेजर्ट्स में मुझे डार्क चॉकलेट्स पसंद हैं। सप्ताह में एक दिन मैं चॉकलेट खा कर खुद को पैंपर करती हूं।

फिटनेस मंत्रः जरूरी नहीं कि आप बहुत ज्यादा फीस भर कर किसी महंगे जिम में जाएं। आप अपनी कुर्सी पर बैठे-बैठे भी स्ट्रेचिंग कर सकती हैं। बैठे-बैठे नेक की एक्सरसाइज भी हो सकती है। अगर आप हर दिन फिटनेस गोल नहीं पूरा कर सकतीं, तो कम से कम ऑइली चीजों से दूर रहें।

अगर आप मोटी हैं, तो कोई बात नहीं, आप एक्टिव रह कर भी आकर्षक दिख सकती है। शरीर को हमेशा हाइड्रेटेड रखें। दिनभर में 2 से ढाई लीटर पानी पीना आवश्यक है।

सदा खुश रहें, कुंठा-निराशा से दिल कमजोर होगा, जो ज्यादा हानिकारक है। शरीर और मन का बड़ा आभूषण है आपका आत्मविश्वास। इसे कभी नहीं खोना !